"भगवा आतंक या राजनीतिक साजिश? कांग्रेस की भूमिका अब जांच के घेरे में"
TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    अल्पसंख्यक समाज के कार्यक्रम में CM नीतीश कुमार ने नहीं पहनी टोपी

    कार्यक्रम में नीतीश कुमार का बदला अंदाज़: टोपी नहीं पहनने पर उठे सवाल

    जल्द शुरू होगा डेमोग्राफी मिशन, बिहार में पीएम मोदी ने कांग्रेस और राजद पर साधा निशाना

    जल्द शुरू होगा डेमोग्राफी मिशन, बिहार में पीएम मोदी ने कांग्रेस और राजद पर साधा निशाना

    सिर्फ बीमार और आक्रामक कुत्ते शेल्टर होम में रहेंगे, स्वस्थ कुत्तों को नसबंदी कर तुरंत छोड़ा जाएगा, सभी राज्यों को निर्देश: सुप्रीम कोर्ट

    सिर्फ बीमार और आक्रामक कुत्ते शेल्टर होम में रहेंगे, स्वस्थ कुत्तों को नसबंदी कर तुरंत छोड़ा जाएगा, सभी राज्यों को निर्देश: सुप्रीम कोर्ट

    'हम नहीं, चीन है रूसी तेल का सबसे बड़ा खरीदार', विदेश मंत्री ने अमेरिका और यूरोप पर साधा निशाना

    ‘हम नहीं, चीन है रूसी तेल का सबसे बड़ा खरीदार’, विदेश मंत्री ने अमेरिका और यूरोप पर साधा निशाना

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    अमेरिका = पाकिस्तान, आम आदमी की त्रासदी

    अमेरिका = पाकिस्तान, आम आदमी की त्रासदी

    'हम नहीं, चीन है रूसी तेल का सबसे बड़ा खरीदार', विदेश मंत्री ने अमेरिका और यूरोप पर साधा निशाना

    ‘हम नहीं, चीन है रूसी तेल का सबसे बड़ा खरीदार’, विदेश मंत्री ने अमेरिका और यूरोप पर साधा निशाना

    The Future of Money: Digital Currencies, CBDCs, and What They Mean for Businesses

    The Future of Money: Digital Currencies, CBDCs, and What They Mean for Businesses

    भारत किसानों के हितों से नहीं करेगा कोई समझौता।

    किसानों के लिए दीवार की तरह खड़े हैं मोदी, पीएम ने ट्रंप को दिया भारत का कड़ा संदेश

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    अब देश में ही बनेगा पांचवी पीढ़ी का फाइटर जेट और उसका इंजन, पीएम मोदी ने की थी घोषणा

    रक्षा आत्मनिर्भरता की उड़ान: स्वदेशी इंजन के साथ तैयार होगा भारत का 5th Gen Fighter

    शिक्षक समेत दो सरकारी कर्मचारी निकले लश्कर-ए-तैयबा के मददगार, एलजी मनोज सिन्हा ने किया बर्खास्त

    शिक्षक समेत दो सरकारी कर्मचारी निकले लश्कर-ए-तैयबा के मददगार, एलजी मनोज सिन्हा ने किया बर्खास्त

    क्या अमेरिकी दादागिरी का जवाब हो सकता है चीन-रूस-भारत का गठबंधन

    रूस और चीन के साथ भारत के नए संबंधों के बीच अमेरिका की स्थिति पर क्यों उठ रहे हैं सवाल?

    भारत में अग्नि-5 मिसाइल का सफल परीक्षण, 5000 KM तक मार करने में सक्षम

    भारत में अग्नि-5 मिसाइल का सफल परीक्षण, 5000 KM तक मार करने में सक्षम

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    अब देश में ही बनेगा पांचवी पीढ़ी का फाइटर जेट और उसका इंजन, पीएम मोदी ने की थी घोषणा

    रक्षा आत्मनिर्भरता की उड़ान: स्वदेशी इंजन के साथ तैयार होगा भारत का 5th Gen Fighter

    अमेरिका = पाकिस्तान, आम आदमी की त्रासदी

    अमेरिका = पाकिस्तान, आम आदमी की त्रासदी

    क्या अमेरिकी दादागिरी का जवाब हो सकता है चीन-रूस-भारत का गठबंधन

    रूस और चीन के साथ भारत के नए संबंधों के बीच अमेरिका की स्थिति पर क्यों उठ रहे हैं सवाल?

    'हम नहीं, चीन है रूसी तेल का सबसे बड़ा खरीदार', विदेश मंत्री ने अमेरिका और यूरोप पर साधा निशाना

    ‘हम नहीं, चीन है रूसी तेल का सबसे बड़ा खरीदार’, विदेश मंत्री ने अमेरिका और यूरोप पर साधा निशाना

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    "ट्रक भर दस्तावेज़ या ठोस जवाब? सिंधु जल संधि पर नेहरू के बयान से उठी बहस"

    ट्रक भर दस्तावेज़ या ठोस जवाब? सिंधु जल संधि पर नेहरू के बयान से उठी थी यह बहस

    देवनागरी के नवदेवता बिनेश्वर ब्रह्म

    देवनागरी के नवदेवता बिनेश्वर ब्रह्म

    3,000 साल पुराने भजन से हुआ भारत और भूमध्य सागर के संगीत संबंधों का खुलासा

    3,000 साल पुराने भजन से हुआ भारत और भूमध्य सागर के संगीत संबंधों का खुलासा

    सिन्ध में संघ कार्य के प्रणेता राजपाल पुरी, आज भी याद करते हैं पाकिस्तान से आए हिन्दू

    सिन्ध में संघ कार्य के प्रणेता राजपाल पुरी, आज भी याद करते हैं पाकिस्तान से आए हिन्दू

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    40 मंजिला इमारत जितना ऊंचा! इसरो बना रहा है 92 मीटर का ‘सूर्य’ रॉकेट

    40 मंजिला इमारत जितना ऊंचा! इसरो बना रहा है 92 मीटर का ‘सूर्य’ रॉकेट

    ₹18,541 करोड़ का बंपर पैकेज: 4 सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट, लखनऊ मेट्रो विस्तार को हरी झंडी

    ₹18,541 करोड़ का बंपर पैकेज: 4 सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट, लखनऊ मेट्रो विस्तार को हरी झंडी

    स्मृति ईरानी की टीवी पर शानदार वापसी, रुपाली गांगुली और हिना खान को पछाड़ बनीं हाईएस्ट पेड टीवी स्टार

    स्मृति ईरानी की टीवी पर शानदार वापसी, रुपाली गांगुली और हिना खान को पछाड़ बनीं हाईएस्ट पेड टीवी स्टार

    लद्दाख में ISRO का Mini Mars मिशन: होप सिमुलेशन से अंतरिक्ष की अगली छलांग

    क्या है भारत का मिशन HOPE और लद्दाख में क्यों जुटे हैं ISRO के वैज्ञानिक ?

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    अल्पसंख्यक समाज के कार्यक्रम में CM नीतीश कुमार ने नहीं पहनी टोपी

    कार्यक्रम में नीतीश कुमार का बदला अंदाज़: टोपी नहीं पहनने पर उठे सवाल

    जल्द शुरू होगा डेमोग्राफी मिशन, बिहार में पीएम मोदी ने कांग्रेस और राजद पर साधा निशाना

    जल्द शुरू होगा डेमोग्राफी मिशन, बिहार में पीएम मोदी ने कांग्रेस और राजद पर साधा निशाना

    सिर्फ बीमार और आक्रामक कुत्ते शेल्टर होम में रहेंगे, स्वस्थ कुत्तों को नसबंदी कर तुरंत छोड़ा जाएगा, सभी राज्यों को निर्देश: सुप्रीम कोर्ट

    सिर्फ बीमार और आक्रामक कुत्ते शेल्टर होम में रहेंगे, स्वस्थ कुत्तों को नसबंदी कर तुरंत छोड़ा जाएगा, सभी राज्यों को निर्देश: सुप्रीम कोर्ट

    'हम नहीं, चीन है रूसी तेल का सबसे बड़ा खरीदार', विदेश मंत्री ने अमेरिका और यूरोप पर साधा निशाना

    ‘हम नहीं, चीन है रूसी तेल का सबसे बड़ा खरीदार’, विदेश मंत्री ने अमेरिका और यूरोप पर साधा निशाना

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    अमेरिका = पाकिस्तान, आम आदमी की त्रासदी

    अमेरिका = पाकिस्तान, आम आदमी की त्रासदी

    'हम नहीं, चीन है रूसी तेल का सबसे बड़ा खरीदार', विदेश मंत्री ने अमेरिका और यूरोप पर साधा निशाना

    ‘हम नहीं, चीन है रूसी तेल का सबसे बड़ा खरीदार’, विदेश मंत्री ने अमेरिका और यूरोप पर साधा निशाना

    The Future of Money: Digital Currencies, CBDCs, and What They Mean for Businesses

    The Future of Money: Digital Currencies, CBDCs, and What They Mean for Businesses

    भारत किसानों के हितों से नहीं करेगा कोई समझौता।

    किसानों के लिए दीवार की तरह खड़े हैं मोदी, पीएम ने ट्रंप को दिया भारत का कड़ा संदेश

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    अब देश में ही बनेगा पांचवी पीढ़ी का फाइटर जेट और उसका इंजन, पीएम मोदी ने की थी घोषणा

    रक्षा आत्मनिर्भरता की उड़ान: स्वदेशी इंजन के साथ तैयार होगा भारत का 5th Gen Fighter

    शिक्षक समेत दो सरकारी कर्मचारी निकले लश्कर-ए-तैयबा के मददगार, एलजी मनोज सिन्हा ने किया बर्खास्त

    शिक्षक समेत दो सरकारी कर्मचारी निकले लश्कर-ए-तैयबा के मददगार, एलजी मनोज सिन्हा ने किया बर्खास्त

    क्या अमेरिकी दादागिरी का जवाब हो सकता है चीन-रूस-भारत का गठबंधन

    रूस और चीन के साथ भारत के नए संबंधों के बीच अमेरिका की स्थिति पर क्यों उठ रहे हैं सवाल?

    भारत में अग्नि-5 मिसाइल का सफल परीक्षण, 5000 KM तक मार करने में सक्षम

    भारत में अग्नि-5 मिसाइल का सफल परीक्षण, 5000 KM तक मार करने में सक्षम

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    अब देश में ही बनेगा पांचवी पीढ़ी का फाइटर जेट और उसका इंजन, पीएम मोदी ने की थी घोषणा

    रक्षा आत्मनिर्भरता की उड़ान: स्वदेशी इंजन के साथ तैयार होगा भारत का 5th Gen Fighter

    अमेरिका = पाकिस्तान, आम आदमी की त्रासदी

    अमेरिका = पाकिस्तान, आम आदमी की त्रासदी

    क्या अमेरिकी दादागिरी का जवाब हो सकता है चीन-रूस-भारत का गठबंधन

    रूस और चीन के साथ भारत के नए संबंधों के बीच अमेरिका की स्थिति पर क्यों उठ रहे हैं सवाल?

    'हम नहीं, चीन है रूसी तेल का सबसे बड़ा खरीदार', विदेश मंत्री ने अमेरिका और यूरोप पर साधा निशाना

    ‘हम नहीं, चीन है रूसी तेल का सबसे बड़ा खरीदार’, विदेश मंत्री ने अमेरिका और यूरोप पर साधा निशाना

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    "ट्रक भर दस्तावेज़ या ठोस जवाब? सिंधु जल संधि पर नेहरू के बयान से उठी बहस"

    ट्रक भर दस्तावेज़ या ठोस जवाब? सिंधु जल संधि पर नेहरू के बयान से उठी थी यह बहस

    देवनागरी के नवदेवता बिनेश्वर ब्रह्म

    देवनागरी के नवदेवता बिनेश्वर ब्रह्म

    3,000 साल पुराने भजन से हुआ भारत और भूमध्य सागर के संगीत संबंधों का खुलासा

    3,000 साल पुराने भजन से हुआ भारत और भूमध्य सागर के संगीत संबंधों का खुलासा

    सिन्ध में संघ कार्य के प्रणेता राजपाल पुरी, आज भी याद करते हैं पाकिस्तान से आए हिन्दू

    सिन्ध में संघ कार्य के प्रणेता राजपाल पुरी, आज भी याद करते हैं पाकिस्तान से आए हिन्दू

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    40 मंजिला इमारत जितना ऊंचा! इसरो बना रहा है 92 मीटर का ‘सूर्य’ रॉकेट

    40 मंजिला इमारत जितना ऊंचा! इसरो बना रहा है 92 मीटर का ‘सूर्य’ रॉकेट

    ₹18,541 करोड़ का बंपर पैकेज: 4 सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट, लखनऊ मेट्रो विस्तार को हरी झंडी

    ₹18,541 करोड़ का बंपर पैकेज: 4 सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट, लखनऊ मेट्रो विस्तार को हरी झंडी

    स्मृति ईरानी की टीवी पर शानदार वापसी, रुपाली गांगुली और हिना खान को पछाड़ बनीं हाईएस्ट पेड टीवी स्टार

    स्मृति ईरानी की टीवी पर शानदार वापसी, रुपाली गांगुली और हिना खान को पछाड़ बनीं हाईएस्ट पेड टीवी स्टार

    लद्दाख में ISRO का Mini Mars मिशन: होप सिमुलेशन से अंतरिक्ष की अगली छलांग

    क्या है भारत का मिशन HOPE और लद्दाख में क्यों जुटे हैं ISRO के वैज्ञानिक ?

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

“भगवा आतंक या राजनीतिक साजिश? कांग्रेस की भूमिका अब जांच के घेरे में”

इन नामों को जिस क्षण से संदिग्ध के रूप में उछाला गया, संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार के अधीन राज्य मशीनरी का पूरा भार आरोपियों पर टूट पड़ा।

Vibhuti Ranjan द्वारा Vibhuti Ranjan
31 July 2025
in चर्चित, राजनीति
"भगवा आतंक या राजनीतिक साजिश? कांग्रेस की भूमिका अब जांच के घेरे में"

बिना किसी दोष के ही वर्षों तक भोगना पड़ा जेल।

Share on FacebookShare on X

2008 के मालेगांव विस्फोट मामले में साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर और लेफ्टिनेंट कर्नल श्रीकांत पुरोहित को बरी कर देने से न केवल 17 साल लंबी कानूनी लड़ाई का अंत हो गया, बल्कि यह कांग्रेस पार्टी और पाकिस्तान द्वारा पोषित और भारत-विरोधी मीडिया द्वारा निर्विवाद रूप से उठाये गए भगवा आतंकवाद के खतरनाक, राजनीति से प्रेरित मिथक को भी चकनाचूर कर देता है। इन षड्यंत्रकारियों के समर्थन से विभिन्न जांच एजेंसियों के समझौतावादी अधिकारियों ने “भगवा आतंक” के मिथक को फैलाया।

हिन्दुओं के खिलाफ कहानी गढ़ने की थी साजिश

जिस क्षण से इन नामों को संदिग्ध के रूप में उछाला गया, संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार के अधीन राज्य मशीनरी का पूरा भार आरोपियों पर टूट पड़ा। दिलचस्प बात यह है कि उनका मकसद न्याय की तलाश नहीं, बल्कि हिंदुओं के खिलाफ कहानी गढ़ना था। एक ऐसी कहानी जिसने धर्मनिष्ठ हिंदुओं को चरमपंथी, भारतीय सेना को कट्टरपंथी तत्वों द्वारा घुसपैठिया और हिंदू संतों को आतंकवादी बताया, इस्लामी चरमपंथियों के साथ झूठी तुलना करने की एक कटु और बनावटी कोशिश की।

संबंधितपोस्ट

‘संघ की कार्यशैली का प्रतिबिंब’: पुस्तक ‘तन समर्पित मन समर्पित’

सिन्ध में संघ कार्य के प्रणेता राजपाल पुरी, आज भी याद करते हैं पाकिस्तान से आए हिन्दू

संघ-भाजपा पूरी तरह एकजुट: राम माधव के इस बयान के क्या मायने हैं ?

और लोड करें

छह लोगों की गई थी जान

2008 का मालेगांव विस्फोट दुखद था क्योंकि इसमें छह लोगों की जान चली गई थी। लेकिन इन पीड़ितों के लिए न्याय मांगने और सबूतों के आधार पर, कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार ने इस मौके का फायदा उठाकर “हिंदू आतंक” और “भगवा आतंक” जैसे शब्द गढ़े, न केवल एक कानूनी जांच को सांप्रदायिक रंग देने के लिए, बल्कि देश द्वारा झेले जा रहे दशकों के इस्लामी आतंकवाद को एक समान बनाने के लिए।

“भगवा आतंक” शब्द किसने गढ़ा

“भगवा आतंक” शब्द का पहली बार इस्तेमाल वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह द्वारा किया गया माना जाता है, जिन्होंने यूपीए सरकार के कार्यकाल के दौरान 2010 के आसपास इसका प्रमुखता से इस्तेमाल शुरू किया था। वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने 2008 के मालेगांव विस्फोट और समझौता एक्सप्रेस बम विस्फोट जैसी घटनाओं के बाद इस शब्द को सार्वजनिक चर्चा में लाया। हालांकि, दिग्विजय सिंह इसके सबसे मुखर समर्थक थे, अन्य कांग्रेस नेताओं ने भी इस विचार को अपनाया, जो पार्टी आलाकमान के इशारे पर सामने आया लगता है। माना जाता है कि तत्कालीन गृह मंत्री पी चिदंबरम ने आंतरिक बैठकों में “भगवा आतंकवाद” का ज़िक्र किया था, हालांकि बाद में उन्होंने सार्वजनिक रूप से इस शब्द से दूरी बना ली थी।

इस शब्द का उद्देश्य स्पष्ट रूप से हिंदू समूहों से जुड़े कुछ व्यक्तियों द्वारा किए गए चरमपंथी कृत्यों को उजागर करना था। हालांकि, इसने आलोचकों के बीच शीघ्र ही आक्रोश पैदा कर दिया, जिन्होंने इसे हिंदू धर्म को कलंकित करने और राष्ट्रवादी संगठनों को राजनीतिक उद्देश्यों के लिए नकारात्मक रूप में चित्रित करने का एक जानबूझकर किया गया प्रयास माना। लेकिन कांग्रेस नेतृत्व ने इस शब्द को मुख्यधारा में लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, और इसका इस्तेमाल एक विवादास्पद कहानी को आगे बढ़ाने के लिए किया जो राजनीतिक रूप से प्रेरित था और भारत के सामाजिक ताने-बाने और वैश्विक छवि को नुकसान पहुंचा रहा था।

इस मनगढ़ंत कहानी के ये थे विनाशकारी परिणाम

1. एक राजनीतिक पटकथा के लिए निर्दोष लोगों को सताया गया। कैंसर रोगी साध्वी प्रज्ञा को बिना किसी आरोप के वर्षों तक जेल में रखा गया, कथित तौर पर प्रताड़ित किया गया और बुनियादी मानवाधिकारों से वंचित रखा गया। कर्नल पुरोहित, एक सम्मानित सैन्य अधिकारी ने मुकदमा शुरू होने से पहले ही नौ साल जेल में बिताए। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने अपने आंतरिक आकलन में आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) द्वारा दायर मूल आरोप पत्रों में भारी खामियाँ पाईं। लेकिन, इससे पहले ही काफी नुकसान हो चुका था।

2. कांग्रेस पार्टी ने राष्ट्रीय सुरक्षा को राजनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल किया। धर्मनिरपेक्षता की आड़ में, कांग्रेस ने हिंदू राष्ट्रवादी आवाज़ों और संगठनों को आतंकवादी संगठन बताकर उन्हें अवैध ठहराने की कोशिश की। दिग्विजय सिंह और अन्य वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं ने बिना किसी सबूत के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को आतंकवादी कृत्यों से जोड़ दिया। ऐसे आरोप जो अदालत में कभी टिक नहीं पाए, लेकिन जनता की नज़र में अपने उद्देश्य की पूर्ति कर गए।

3. संस्थाओं के साथ समझौता किया गया। एटीएस और बाद में एनआईए ने, राजनीतिक एजेंडे को आगे बढ़ाने के दबाव में, सबूतों को दरकिनार कर दिया और कानूनी मामले के बजाय सार्वजनिक मामला बनाने के लिए संदिग्ध गवाहों, हेरफेर किए गए स्वीकारोक्ति और मीडिया लीक का सहारा लिया। इन एजेंसियों को उस मामले में दोष सिद्धि दिलाने में विफल रहने के लिए जवाबदेह क्यों नहीं ठहराया गया, जिसे उन्होंने “खुला और बंद” कहा था?

4. “भगवा आतंकवाद” शब्द को एक वैश्विक प्रतिध्वनि कक्ष द्वारा हथियार बनाया गया था। यह केवल एक घरेलू अभियान नहीं था। अंतर्राष्ट्रीय प्रेस ने “हिंदू आतंकवाद” की कहानी को हाथों-हाथ लिया, इसे वैश्विक सुर्खियों में ला दिया और भारत विरोधी ताकतों को बढ़ावा दिया। यह धारणा आज भी बनी हुई है, भारत की छवि को नुकसान पहुंचा रही है, और इसकी शुरुआत पाकिस्तान या वाशिंगटन में नहीं, बल्कि लुटियंस दिल्ली से हुई थी।

अमित शाह ने कहा, ‘हिन्दुओं को शैतान बना दिया’

अब अदालतों ने जो किया है, वह केवल दो व्यक्तियों को बरी करना नहीं है। इसने यूपीए शासनकाल के दौरान न्याय के राजनीतिक विध्वंस को उजागर किया है। बुधवार को राज्यसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने “भगवा आतंकवाद” शब्द गढ़ने के लिए कांग्रेस की आलोचना की थी और कहा था कि “हिंदू कभी आतंकवादी नहीं हो सकते”। उन्होंने बताया कि इन सभी वर्षों में एक खास वोट बैंक के लिए कांग्रेस पार्टी की हताशा ने आतंकवादियों और उनके इरादों को बढ़ावा दिया है। उन्होंने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकारों पर “भगवा आतंकवाद” शब्द गढ़ने का आरोप लगाते हुए कहा कि इस पुरानी पार्टी ने अपने अदूरदर्शी राजनीतिक लाभ के लिए बहुसंख्यक समुदाय यानी हिंदुओं को शैतान बना दिया।

जवाबदेही कहाँ है?

सार्वजनिक अपमान और अब कांग्रेस समर्थित भगवा आतंकवाद के हौवे की कानूनी हार के बावजूद, यह बहुत कम संभावना है कि कांग्रेस में कोई भी एक पूरे धर्म और संस्कृति को आतंकवाद के नाम पर बदनाम करने के लिए माफ़ी मांगेगा। इसके अलावा, पुलिस या एटीएस में किसी पर भी झूठे मामलों में फंसाने का मुकदमा चलने की संभावना नहीं है। मीडिया के कई वरिष्ठ संपादक, जिन्होंने मुकदमा शुरू होने से पहले ही इन निर्दोष लोगों को आतंकवादी बताते हुए ताबड़तोड़ कवरेज की थी, उनके भी अपने बयान वापस लेने और अपने कुकृत्यों के लिए माफ़ी मांगने की संभावना नहीं है।

कांग्रेस का लक्ष्य कभी न्याय नहीं था। उसका लक्ष्य राजनीतिक लाभ, सत्ता और कथानक पर नियंत्रण था। इसमें, कांग्रेस अस्थायी रूप से सफल रही, लेकिन भारत के धर्मनिरपेक्ष ताने-बाने, उसकी संस्थाओं की अखंडता और निर्दोष लोगों की गरिमा की कीमत पर। मालेगांव फैसले से उजागर हुआ असली आतंक यह है: जब राजनीतिक दल और जांच एजेंसियां निर्दोषों को फंसाने के लिए मिलीभगत करती हैं, तो न्याय एक बलिदान बन जाता है और लोकतंत्र दिखावा।

अब समय आ गया है कि इस साज़िश की जांच हो, सिर्फ़ इतिहासकारों द्वारा नहीं, बल्कि अभियोजकों द्वारा भी। भगवा आतंकवाद का मिथक रचने वालों को ज़िम्मेदार ठहराया जाना चाहिए और पूरे समुदाय को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करने के लिए उन पर मुकदमा चलाया जाना चाहिए।

Tags: Colonel Purohitcourt verdictMalegaonPragya Thakurrsssaffron terrorismआरएसएसकर्नल पुरोहितकोर्ट का फैसलाप्रज्ञा ठाकुरभगवा आतंकवादमालेगांव
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

पाकिस्तान को बड़ा झटका- भारत ने सिंधु जल संधि पर लगाई रोक, सावलकोट समेत कई प्रोजेक्ट्स के लिए टेंडर जारी

अगली पोस्ट

15 अगस्त तक महाराष्ट्र सरकार फर्जी जन्म प्रमाण पत्र करेगी रद्द, अवैध बांग्लादेशियों पर कड़ी कार्रवाई

संबंधित पोस्ट

अल्पसंख्यक समाज के कार्यक्रम में CM नीतीश कुमार ने नहीं पहनी टोपी
चर्चित

कार्यक्रम में नीतीश कुमार का बदला अंदाज़: टोपी नहीं पहनने पर उठे सवाल

22 August 2025

बिहार के राजनीतिक इतिहाश में शायद यह पहली बार है कि सीएम नीतीश कुमार अल्पसंख्यक समाज के किसी कार्यक्रम में पहुंचें और टोपी नहीं पहनीं।...

जल्द शुरू होगा डेमोग्राफी मिशन, बिहार में पीएम मोदी ने कांग्रेस और राजद पर साधा निशाना
चर्चित

जल्द शुरू होगा डेमोग्राफी मिशन, बिहार में पीएम मोदी ने कांग्रेस और राजद पर साधा निशाना

22 August 2025

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को बिहार के गयाजी पहुंचे। यहां पर उन्होंने एक जनसभा को संबोधित करते हुए विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने बिना...

सिर्फ बीमार और आक्रामक कुत्ते शेल्टर होम में रहेंगे, स्वस्थ कुत्तों को नसबंदी कर तुरंत छोड़ा जाएगा, सभी राज्यों को निर्देश: सुप्रीम कोर्ट
चर्चित

सिर्फ बीमार और आक्रामक कुत्ते शेल्टर होम में रहेंगे, स्वस्थ कुत्तों को नसबंदी कर तुरंत छोड़ा जाएगा, सभी राज्यों को निर्देश: सुप्रीम कोर्ट

22 August 2025

सुप्रीम कोर्ट ने आवारा कुत्तों को लेकर अपने पुराने फैसले में बड़ा बदलाव किया है। पहले 11 अगस्त को कोर्ट ने कहा था कि सभी...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Why Silencing History ? The Hypocrisy of Stopping Bengal Files | Kolkata | Mamata | Vivek Agnihotri

Why Silencing History ? The Hypocrisy of Stopping Bengal Files | Kolkata | Mamata | Vivek Agnihotri

00:04:54

Reason Behind Congress and Sanjay Kumar Silently Deleting Their Fake Voter Data Tweets

00:05:56

After 35 Years : Kashmiri Pandits Finally Getting Justice

00:05:59

Hidden Heroes of India’s Freedom: How Temples Silently Fought for Independence

00:06:30

Why do Journalists like Ravish kumar Keep Speaking Pakistan’s Script all the time | Op Sindoor

00:05:55
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited