मुहर्रम जुलूस के दौरान बिहार और यूपी में जमकर बवाल हुआ। यूपी के देवरिया में फिलीस्तीन की लोगों लगी टीशर्ट के कारण तीन घंटे जुलूस रूका रहा। वहीं बिहार के किशनगंज और दरभंगा में गुरुवार को खुलेआम गोलियां चलायी गईं। इससे मौके पर लोगों में भय का माहौल व्याप्त हो गया। किशनगंज में तो किसी के हताहत होने की खबर अब तक नहीं है लेकिन दरभंगा में मुहर्रम जुलूस के दौरान फायरिंग के दौरान एक बच्ची जख्मी हो गयी। दरभंगा में ही मुहर्रम जुलूस के दौरान अनियंत्रित भीड़ ने पुलिस पर हमला भी किया। इसके अलावा कई अन्य जगहों पर भी हिंसक घटनाओं की सूचना है।
किशनगंज का वीडियो वायरल
किशनगंज में मुहर्रम जुलूस के दौरान जमकर बवाल हुआ। इसका वीडियो एक न्यूज पोर्टल वन इंडिया न्यूज की ओर से एक्स पर शेयर किया गया है। यह वीडियो अब तक वायरल हो चुका है। इसमें सैकड़ों की संख्या में लोग हाथों में मशाल लिए चलते हुए दिखाई दे रहे हैं। यहां पर फायरिंग की भी खबर है। अब प्रश्न यह उठता है कि जुलूस में फायरिंग और मशालें जलाते हुए चलने का आदेश उन्हें किसने दिया, जबकि पूरा जुलूस पुलिस सुरक्षा के बीच निकाला गया था। ऐसे में प्रश्न यह उठता है कि पुलिस ने आखिर कोई कार्रवाई क्यों नहीं की। उन्हें ऐसा करने से रोका क्यों नहीं गया।
ताजिया जुलूस के दौरान फायरिंग से किशोरी जख्मी
दरभंगा में मुहर्रम के ताजिया जुलूस के दौरान गोली लगने से बहादुरपुर थाना क्षेत्र के गीदरगंज में शनिवार की शाम एक 14 साल की किशोरी जख्मी हो गयी। बच्ची को इलाज के लिए डीएमसीएच में भर्ती कराया गया है। बच्ची की हालत खतरे से बाहर बतायी जा रही है। पुलिस के अनुसार, उसे चिड़ियां मारने वाली बंदूक से गोली लगी है। बताया जा रहा है कि ताजिया जुलूस देखने के लिए कोठिया गांव की 14 साल की प्रिया गीदरगंज गयी थीं, वहां जुलूस के बीच से किसी ने चिड़ियां मारने वाली बंदूक से फायरिंग कर दी। गोली वहां खड़ी प्रिया को लग गयी।
अनियंत्रित भीड़ ने पुलिस पर किया हमला, कई घायल
दरभंगा के ही कल्याणपुर में मुहर्रम जुलूस को लेकर पहले से ही डीजे को लेकर पहले से ही पुलिस से विवाद हुआ था। इसी दौरान पुलिस ने तय जगह से आगे जुलूस को तय जगह से आगे ले जाने से रोक दिया। इससे वहां पर बवाल हो गया। ताजिया के चल साथ चल रही भीड़ अनियंत्रित हो गयी। कुछ युवकों ने देखते ही देखते पुलिस पर हमला कर दिया, जिसमें कई पुलिसकर्मियों को गंभीर चोटें भी आयी हैं। कुछ स्थानीय लोगों के भी घायल होने की सूचना है। स्थानीय लोगों ने समझा बुझाकर किसी तरह मामला शांत कराया। घटना सूचना मिलते ही डीएसपी व एसडीएम मौके पर कैंप कर रहे हैं। मौके पर कल्याणपुर व चकमेहसी थानों की पुलिस भी उपद्रवियों की पहचान में जुट गयी है। घायलों का इलाज स्थानीय क्लीनिक में इलाज कराया जा रहा है। दरभंगा के सदर डीएसपी संजय कुमार पांडे ने बताया कि ताजिया जुलूस को सीमा से बाहर ले जाने के कारण पुलिस ने रोका था। उन्होंने कहा कि इससे पहले डीजे विवाद को लेकर कुछ युवक उत्तेजित हो गये और स्थानीय पुलिस से उलझ गये। इसको लेकर पुलिस से मामूली सी झड़प हुई है। लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया गया है।
बहेड़ी में पथराव, पांच हिरासत में
इधर, दरभंगा के ही बहेड़ी चिल्लाह दिलावरपुर में नुमाइसी खेल के दौरान हुए विवाद में दो अखाड़ों के बीच पथराव की घटना सामने आयी है। मामले में स्थानीय प्रशासन ने एक व्यक्ति के जख्मी होने की पुष्टि की है। हालांकि, घटनास्थल पर बिखरे रोड़े पत्थर को देख आधे दर्जन से अधिक लोगो की जख्मी होने की आशंका जताई जा रही है। पुलिस ने जख्मी के बयान पर पांच लोगों को हिरासत में लिया है। इधर, घटना की सूचना पर बिरौल के एसडीपीओ मनीष चंद्र भी घटनास्थल पर पहुंच गए।
मधुबनी में दो गुट भिड़े, ASI समेत तीन जख्मी
मधुबनी जिले के बाबूबरही प्रखंड क्षेत्र की छौरही पंचायत के ब्रह्मोतरा गांव में मुहर्रम जुलूस में करतब दिखाने के दौरान एक ही समुदाय के दो गुट के लोग आपस में भिड़ गये। दोनों पक्षों में जमकर रोड़ेबाजी हुई। रोड़ेबाजी में बीच बचाव करने गये बाबूबरही थाने के एएसआई रवींद्र कुमार और मधुबनी से गये हवलदार लीलाकांत चौधरी का सिर फट गया। जानकारी के अनुसार ब्रह्मोतरा गांव के लोग मुहर्रम के दौरान करतब दिखा रहे थे। इसी दौरान लदनिया मटियानी टोल के लोग भी करतब दिखाने आ गये। इसी बीच अचानक दोनों गुटों में धक्का-मुक्की होने लगी और रोड़ेबाजी शुरू हो गयी। मौके पर मौजूद थाना पुलिस बीच बचाव करने पहुंची।इसमें दो अधिकारी समेत अन्य दो लोग भी घायल हो गये। घटना की जानकारी होते ही मधुबनी एसडीओ, डीएसपी जयनगर एसडीओ व डीएसपी और कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची। मौके पर पुलिस अधिकारी कैंप कर रहे हैं। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि स्थिति नियंत्रण में है.
नवगछिया में पटाखे से किशोरी जख्मी, सड़क जाम
भागलपुर के पुलिस जिला नवगछिया के मक्खातकिया में मुर्हरम के जुलूस के दौरान पटाखा छोड़ने से एक किशोरी की आंख में चोट लग गई। इस कारण किशोरी की आंख का ऑपरेशन करना पड़ा। इससे आक्रोशित ग्रामीणों ने बाजार में रोड जाम कर प्रदर्शन किया। बताया गया कि मुमताज मुहल्ला के मुर्हरम का जुलूस बाजार भ्रमण कर वापस लौट रहा था। जुलूस के साथ नवगछिया थाना के एसआई रामचंद्र यादव व दंडाधिकारी भी थे। घायल किशोरी मक्खातकिया निवासी शंकर चौधरी की बेटी राधा कुमारी है। उसे इलाज के लिए भागलपुर अस्पताल रेफर कर दिया गया। इसके बाद आक्रोशित लोगों ने रोड जाम कर, टायर जलाते हुए आगजनी की कोशिश की। घटना को लेकर पूरा बाजार बंद रहा। लोग पुलिस के विरोध में भी नारेबाजी कर रहे थे। इस दौरान पुलिस के साथ धक्कामुक्की की भी खबरें हैं। लोगों ने करीब चार घंटे तक सड़क जाम कर दिया।नवगछिया के एसपी सुशांत कुमार सरोज ने मौके पर पहुंच कर 12 घंटे के अंदर आरोपित की गिरफ्तारी का आश्वासन देकर जाम हटवाया।
देवरिया में फिलीस्तीन के लोगों वाली टीशर्ट के कारण रूका जुलूस
यूपी के देवरिया के लार कस्बे में बीती रात मोहर्रम पर निकलने वाला मेहंदी का जुलूस तीन घंटे तक रुका रहा। रात 12 बजे से रुका हुआ मेहंदी का जुलूस तड़के सुबह तीन बजे निकला। जानकारी के अनुसार, लार थाने के कस्बा चौकी प्रभारी दीपक कुमार सिंह नियमित गश्त पर थे। इस दौरान उनकी नजर कुछ लड़कों पर पड़ी जो फिलिस्तीन का लोगो लगा टी शर्ट पहने थे। उन्होंने ऐसा करने से मना किया। इससे भड़के युवकों ने मेहंदी का जुलूस रोक दिया। मौके पर पहुंचे भाटपार के सीओ शिव प्रताप सिंह ने ताजियेदारों को समझा-बुझाकर शांत किया। इसके बाद भोर तीन बजे जुलूस निकाला जा सका।
अब सवाल यह उठता है कि इस प्रकार फिलीस्तीनी झंडों, फायरिंग समेत अन्य हिंसक घटनाओं ने लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया है। क्या कट्टरपंथी तत्व पर्वों के मौके पर शक्ति प्रदर्शन से बाज क्यों नहीं आ रहे हैं। पर्वों को ही शक्ति प्रदर्शन का जरिया क्यों बनाया जा रहा है। ऐसी हालत तब है, जब मुहर्रम के लिए पहले से ही तैयारी की जा रही थी। लगभग सभी जगहों पर पुलिस और प्रशासन ने स्थानीय लोगों के साथ बैठक कर सारी तैयारी कर रखी थी। अधिकतर जुलूस पुलिस की सुरक्षा के बीच ही निकाले गए। इसके बाद भी इस प्रकार की हिंसक घटनाएं कैसे हुईं। आखिर उन्हें किसे ऐसा करने की इजाजत दी।