एनडीए ने उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए अपने उम्मीदवार की घोषणा कर दी है। महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को कैंडिडेट बनाया गया है। इसके साथ ही उपराष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार के लिए कई दिनों से चल रही गहमागहमी पर विराम लग गया। एनडीए की तरफ से घोषणा का इंतजार किया जा रहा था और आज यह इंतजार खत्म हो गया। अगर विपक्ष की ओर से कोई उम्मीदवार मैदान में नहीं आता है तो उन्हें निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया जाएगा।
बीजेपी अध्यक्ष ने किया ऐलान
उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार का ऐलान करते हुए बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि हम विपक्ष से भी बात करेंगे। हमें उनका समर्थन भी हासिल करना चाहिए, ताकि हम सब मिलकर उपराष्ट्रपति पद के लिए निर्विरोध चुनाव सुनिश्चित कर सकें। जैसा कि हमने पहले कहा था कि हम उनके संपर्क में हैं। उन्होंने कहा कि एनडीए के वरिष्ठ नेताओं ने पहले भी उनसे संपर्क किया है और अब भी हम उनके संपर्क में रहेंगे। उन्होंने कहा कि हमारे सभी एनडीए सहयोगियों ने हमारा समर्थन किया है। सीपी राधाकृष्णन उपराष्ट्रपति पद के लिए हमारे एनडीए के उम्मीदवार हैं।
कौन हैं एनडीए के उपराष्ट्रपति के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन
सीपी राधाकृष्णन का पूरा नाम चन्द्रपुरम पोनुस्वामी राधाकृष्णन ( CP Radhakrishnan ) है। उनका जन्म तमिलनाडु के तिरुप्पुर में 20 अक्टूबर 1957 को हुआ था। वर्तमान में वे महाराष्ट्र के राज्यपाल के रूप में सेवा दे रहे हैं। इससे पहले सीपी राधाकृष्णन ने RSS और जनसंघ से अपनी सियासी पारी की शुरुआत की थी। वे 1998 और 1999 में कोयम्बटूर से लोकसभा सांसद चुने गए। इसके बाद 2003 से 2006 तक तमिलनाडु में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रहे।
बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन से हैं ग्रेजुएट
डॉ सीपी उन्होंने बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में ग्रेजुएशन की पढ़ाई की। बचपन से ही वे RSS से जुड़े थे और 1974 में जनसंघ की राज्य कार्यकारिणी समिति के सदस्य बने। साल 1996 में वे भाजा तमिलनाडु के सचिव बने और 1998 में पहली बार कोयंबटूर से लोकसभा सांसद चुने गए। 1999 में उन्हें दोबारा जीत मिली। सांसद रहते हुए उन्होंने कपड़ा उद्योग संबंधी संसदीय समिति की अध्यक्षता की और महत्वपूर्ण समितियों के सदस्य भी रहे।
सीपी राधाकृष्णन फरवरी 2023 से जुलाई 2024 तक झारखंड के भी राज्यपाल रहे। इसके अलावा मार्च से जुलाई 2024 तक तेलंगाना अतिरिक्त प्रभार में भी रहे। मार्च से अगस्त 2024 तक पुडुचेरी के उपराज्यपाल का अतिरिक्त कार्यभार भी संभाला। इसके बाद 31 जुलाई 2024 से वे महाराष्ट्र के राज्यपाल हैं।
जगदीप धनखड़ ने बीते 21 जुलाई 2025 को दिया था इस्तीफा
बता दें कि पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सोमवार 21 जुलाई को राष्ट्रपति को अपना इस्तीफा सौंप दिया था। अपने त्यागपत्र में उन्होंने स्वास्थ्य कारणों का हवाला दिया था। उन्होंने कहा था कि वह स्वास्थ्य कारणों से अपने पद से इस्तीफा दे रहे हैं। उन्होंने इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शुक्रिया भी अदा किया था, साथ ही अन्य सांसदों को भी धन्यवाद कहा था।