बिहार बनाम तमिलनाडु? चिदंबरम के बयान से गरमाई क्षेत्रीय राजनीति
TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    नायब सैनी ने लापरवाही के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है

    हरियाणा में खेल विभाग के सचिव-निदेशक का तबादला: लापरवाही को लेकर नायब सरकार का बड़ा एक्शन

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    शशि थरूर पीएम की तारीफ कर अपनी ही पार्टी के अंदर निशाने पर आ गए हैं

    कांग्रेस का नया नियम यही है कि चाहे कुछ भी हो जाए पीएम मोदी/बीजेपी का हर क़ीमत पर विरोध ही करना है?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    जैवलिन मिसाइल

    अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

    बांग्लादेश और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की मुलाकात

    ‘हसीना’ संकट के बीच NSA अजित डोभाल की बांग्लादेश के NSA से मुलाकात के मायने क्या हैं?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    भारतीय दर्शन और संविधान

    भारतीय चिंतन दृष्टि से संविधान: ज्ञान परंपरा में नागरिकता का इतिहास

    तालोम रुकबो

    अरुणाचल प्रदेश के वनवासियों को धर्मांतरण से बचाने वाले तालोम रुकबो: एक भूले-बिसरे नायक की कहानी

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह: आजादी की लड़ाई का योद्धा, जिसने काबुल में बनाई थी स्वतंत्र भारत की पहली निर्वासित सरकार

    बी.एन राउ का संविधान निर्माण में बड़ा योगदान है

    क्या बेनेगल नरसिंह राउ थे संविधान के असली निर्माता ? इतिहास ने उनके योगदान को क्यों भुला दिया ?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    नायब सैनी ने लापरवाही के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है

    हरियाणा में खेल विभाग के सचिव-निदेशक का तबादला: लापरवाही को लेकर नायब सरकार का बड़ा एक्शन

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    शशि थरूर पीएम की तारीफ कर अपनी ही पार्टी के अंदर निशाने पर आ गए हैं

    कांग्रेस का नया नियम यही है कि चाहे कुछ भी हो जाए पीएम मोदी/बीजेपी का हर क़ीमत पर विरोध ही करना है?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    जैवलिन मिसाइल

    अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

    बांग्लादेश और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की मुलाकात

    ‘हसीना’ संकट के बीच NSA अजित डोभाल की बांग्लादेश के NSA से मुलाकात के मायने क्या हैं?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    भारतीय दर्शन और संविधान

    भारतीय चिंतन दृष्टि से संविधान: ज्ञान परंपरा में नागरिकता का इतिहास

    तालोम रुकबो

    अरुणाचल प्रदेश के वनवासियों को धर्मांतरण से बचाने वाले तालोम रुकबो: एक भूले-बिसरे नायक की कहानी

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह: आजादी की लड़ाई का योद्धा, जिसने काबुल में बनाई थी स्वतंत्र भारत की पहली निर्वासित सरकार

    बी.एन राउ का संविधान निर्माण में बड़ा योगदान है

    क्या बेनेगल नरसिंह राउ थे संविधान के असली निर्माता ? इतिहास ने उनके योगदान को क्यों भुला दिया ?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

बिहार बनाम तमिलनाडु? चिदंबरम के बयान से गरमाई क्षेत्रीय राजनीति

आलोचकों ने कांग्रेस के इस दिग्गज नेता पर प्रवासी मज़दूरों के साथ अमानवीय व्यवहार करने और 2026 के विधानसभा चुनावों से पहले विभाजनकारी बयानबाज़ी को हवा देने का आरोप लगाया है।

Vibhuti Ranjan द्वारा Vibhuti Ranjan
4 August 2025
in राजनीति
बिहार बनाम तमिलनाडु? चिदंबरम के बयान से गरमाई क्षेत्रीय राजनीति

चिंदंबरम के पोस्ट से खड़ा हुआ राजनीतिक तूफान।

Share on FacebookShare on X

वरिष्ठ कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद पी. चिदंबरम के एक ट्वीट ने राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया है और भारत में प्रवासी मज़दूरों के मताधिकार पर नए सिरे से जांच शुरू कर दी है। चिदंबरम ने तमिलनाडु की मतदाता सूची में 6.5 लाख से ज़्यादा प्रवासी मतदाताओं, जिनमें ज़्यादातर बिहार के हैं के नाम जोड़ने की वैधता पर सवाल उठाया है। उन्होंने इस प्रक्रिया को ‘खतरनाक और अवैध’ बताया है।

पी चिंदरबरम की इस टिप्पणी ने न केवल क़ानूनी और नैतिक बहस छेड़ दी है, बल्कि प्रतिद्वंद्वी राजनीतिक दलों, नागरिक समाज और संवैधानिक विशेषज्ञों की तीखी प्रतिक्रियाएं भी आई हैं, जिनमें से कई ने कांग्रेस पर क्षेत्रीय भेदभाव को बढ़ावा देने और भारतीय नागरिकों के मौलिक अधिकारों को कमज़ोर करने का आरोप लगाया है।

संबंधितपोस्ट

बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

जन्मदिवस विशेष: नाभा जेल में नेहरू की बदबूदार कोठरी और बाहर निकलने के लिए अंग्रेजों को दिया गया ‘वचनपत्र’

अब बिहार में जंगलराज नहीं, जनराज चलेगा: बेतिया से सीतामढ़ी तक मोदी की हुंकार, RJD-कांग्रेस के कुशासन पर करारा प्रहार

और लोड करें

चिदंबरम का विवादास्पद दावा

3 अगस्त, 2025 को चिदंबरम ने ट्वीट किया कि ‘चुनाव आयोग कथित तौर पर तमिलनाडु की मतदाता सूची में 6.5 लाख प्रवासी कामगारों को जोड़ रहा है। यह चुनावी प्रक्रिया की अखंडता के लिए एक गंभीर खतरा है। ये लोग स्थायी निवासी नहीं हैं, कई लोग छठ पूजा के लिए बिहार लौटते हैं। उनका मतदाता सूची शामिल होना न केवल अवैध है, बल्कि यह तमिलनाडु के चुनावी चरित्र को भी बदल देता है।’ पूर्व वित्त मंत्री ने अपनी चिंता को एक कानूनी और प्रक्रियात्मक मुद्दे के रूप में प्रस्तुत किया, लेकिन आलोचकों का तर्क है कि उनकी टिप्पणी क्षेत्रीय पूर्वाग्रह और अब निरस्त हो चुके अनुच्छेद 370 की याद दिलाने वाली मानसिकता को दर्शाती है, जिसने कभी गैर-निवासियों को जम्मू और कश्मीर में बसने से रोक दिया था।

क्या कहता है कानून

जन प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1950 के अनुसार, कोई भी भारतीय नागरिक जो किसी विशेष निर्वाचन क्षेत्र में सामान्य रूप से निवास करता है, वह वहां मतदाता के रूप में पंजीकरण कराने का हकदार है, चाहे उसका मूल स्थान या संपत्ति का स्वामित्व कहीं भी हो। नाम न छापने की शर्त पर चुनाव आयोग के एक अधिकारी ने कहा कि अगर कोई किरायेदार या दिहाड़ी मज़दूर लगातार उस इलाके में रह रहा हो, तो वह भी वोट देने के लिए पंजीकरण करा सकता है। अगर प्रवासी मूल निवास मानदंड पूरा करते हैं, तो उन्हें मतदाता बनने से रोकने वाला कोई कानून नहीं है।

दोहरे मानदंड?

चिदंबरम के आलोचकों ने तुरंत इस कथित दोहरे मानदंड की ओर इशारा किया। दिल्ली के स्थायी निवासी राहुल गांधी, वायनाड (केरल) और अमेठी (उत्तर प्रदेश) से सांसद रह चुके हैं। अगर राजनेता किसी भी राज्य से चुनाव लड़ सकते हैं, तो प्रवासी मज़दूरों को उसी राज्य में वोट देने के लोकतांत्रिक अधिकार से क्यों वंचित रखा जाता है, जहां वे रहते और काम करते हैं? एक राजनीतिक विश्लेषक ने कहा, “जो बात राजनेताओं पर लागू होती है, वही नागरिकों पर भी लागू होनी चाहिए। संविधान में अभिजात वर्ग के लिए एक नियम और मज़दूर वर्ग के लिए दूसरा नियम नहीं है।”

बिहार से प्रतिक्रिया: ‘प्रवासियों का अपमान’

जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कांग्रेस पर ‘क्षेत्रीय अभिजात्यवाद’ का आरोप लगाया और चिदंबरम की टिप्पणी को बिहारी सम्मान और संवैधानिक अधिकारों का अपमान बताया। उन्होंने कहा, ‘बिहारवासी देश भर में काम करते हैं, बुनियादी ढांचे का निर्माण करते हैं, अर्थव्यवस्था को गति देते हैं। अब उनके साथ दोयम दर्जे के नागरिकों जैसा व्यवहार किया जा रहा है। यह अस्वीकार्य है।’ उन्होंने बिहार में कांग्रेस के प्रमुख सहयोगी, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की चुप्पी पर भी सवाल उठाया, जो सामाजिक न्याय के मुद्दे पर मुखर है। नीरज कुमार ने पूछा, ‘तेजस्वी यादव कहां हैं? वह बिहार के लोगों की रक्षा क्यों नहीं कर रहे हैं? क्या वह अपने राज्य से ज़्यादा राहुल गांधी के प्रति वफ़ादार हैं?’

कई नेता कर चुके हैं ऐसी टिप्पणियां

चिदंबरम की टिप्पणी कोई अकेली घटना नहीं है। जानकारी हो कि 2021 के पश्चिम बंगाल चुनावों में, टीएमसी नेता ममता बनर्जी ने हिंदी भाषी प्रवासियों, खासकर बिहारियों को ‘बाहरी’ बताया। महाराष्ट्र में, शिवसेना जैसी पार्टियों का ‘मराठी गौरव’ के नाम पर बिहारी प्रवासियों को निशाना बनाने का लंबा इतिहास रहा है। अब, राजनीतिक विश्लेषकों को डर है कि एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता की ऐसी भाषा क्षेत्रीय तनाव को फिर से भड़का सकती है और पूरे भारत में लाखों प्रवासी श्रमिकों को अलग-थलग कर सकती है।

बचाव की मुद्रा में आयी कांग्रेस

बिहार कांग्रेस प्रवक्ता असित नाथ ने चिदंबरम का बचाव करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने सीधे तौर पर उनके बयान का विरोध नहीं किया। इसके बजाय, उन्होंने दावा किया कि राज्य-सूचित रजिस्टर (एसआईआर) में खामियां हैं और ‘आरएसएस के इशारे पर’ इसमें हेरफेर किया जा रहा है, जिसका अर्थ है कि मतदाता सूची में हेरफेर प्रवासी मतदाताओं के अधिकारों से बड़ी चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि पिछले चुनाव में मतदान करने के बावजूद मेरी अपनी पत्नी का नाम अंतिम सूची से गायब है। हम अदालत जा सकते हैं,’ लेकिन चिदंबरम की आलोचना करने से वे सावधानी से बचते रहे।

कांग्रेस पर उठ रहे सवाल

क्या कांग्रेस प्रक्रियात्मक मुद्दों को प्राथमिकता दे रही है या उन्हें कुछ मतदाता समूहों को बाहर करने के बहाने के रूप में इस्तेमाल कर रही है?

राष्ट्रीय एकता के लिए हो सकते हैं खतरनाक परिणाम

जानकारी हो कि तमिलनाडु में दस लाख से ज़्यादा प्रवासी मज़दूर रहते हैं, जिनमें से ज़्यादातर बिहार से हैं। वे निर्माण, कपड़ा, छोटे व्यवसायों और सेवाओं जैसे क्षेत्रों में कार्यरत हैं। कई लोग वर्षों से वहां रह रहे हैं, कुछ के परिवार और बच्चे स्थानीय स्कूलों में पढ़ते भी हैं। ये लोग सरकार को टैक्स देते हैं, राज्य की अर्थव्यवस्था में योगदान करते हैं और अक्सर कठिन परिस्थितियों में काम करते हैं। क्या उन्हें अपने निवास स्थान पर वोट देने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए?

कई लोगों को डर है कि चिदंबरम की टिप्पणी क्षेत्रीय बहिष्कार को वैध बनाने और अंतर-राज्यीय शत्रुता को भड़काने की एक खतरनाक मिसाल कायम कर सकती है। ‘एक राष्ट्र, एक नागरिकता’ का सिद्धांत तब ख़तरे में पड़ जाता है, जब राजनीतिक नेता अपने मूल राज्य के आधार पर साथी भारतीयों को लोकतांत्रिक प्रक्रिया में शामिल करने पर सवाल उठाते हैं।

उठने वाले प्रमुख प्रश्न

क्या भारतीय नागरिकों को उस राज्य में मतदान के अधिकार से वंचित किया जा सकता है, जहां वे रहते और काम करते हैं?

कांग्रेस अपने ही नेताओं के अपने गृह राज्यों से बाहर चुनाव लड़ने पर चुप क्यों है?

क्या राष्ट्रीय एकता और प्रवासी सम्मान पर क्षेत्रीय राजनीतिक लाभ को प्राथमिकता दी जा रही है?

पी चिदंबरम के ट्वीट का उद्देश्य मतदाता सूची की अखंडता के बारे में प्रक्रियागत चिंताएं उठाना हो सकता है। हालांकि, इसकी भाषा और निहितार्थ गहरे क्षेत्रीय पूर्वाग्रहों और संवैधानिक गलतफहमियों को उजागर करते हैं।ऐसे समय में जब भारत प्रवासी कल्याण, आंतरिक गतिशीलता और चुनावी सुधारों से जूझ रहा है, ऐसी टिप्पणियां केवल विभाजन को और गहरा करती हैं। क्योंकि मतदान का अधिकार कोई विशेषाधिकार नहीं है, यह एक संवैधानिक गारंटी है।

Tags: BiharCongressmigrant labourersP ChidambaramVoter Listकांग्रेसपी चिदंबरमप्रवासी मजदूरबिहारमतदाता सूची
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

दिल्ली: रेप के आरोपी अबुज़ैर सैफी ने ज़मानत पर बाहर आकर पीड़िता को मारी गोली

अगली पोस्ट

ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारतीय सेना में हर बटालियन में UAV और ड्रोन सिस्टम शामिल

संबंधित पोस्ट

नायब सैनी ने लापरवाही के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है
चर्चित

हरियाणा में खेल विभाग के सचिव-निदेशक का तबादला: लापरवाही को लेकर नायब सरकार का बड़ा एक्शन

1 December 2025

हरियाणा की नायब सैनी सरकार ने प्रशासनिक स्तर पर बड़ा फेरबदल करते हुए 20 IAS-IPS अधिकारियों के तबादले के आदेश जारी किए हैं। यह फेरबदल...

बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा
राजनीति

बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

27 November 2025

पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बिहार में दिन-रात मेहनत कर विजय सुनिश्चित करने वाले नेताओं और कार्यकर्ताओं के कंधों पर अब बंगाल फतह की सबसे...

ऑपरेशन सिंदूर 2:0
मत

दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

21 November 2025

पाकिस्तान एक आतंकी मुल्क है और इसमें शायद ही किसी को कोई संशय हो, ख़ुद पाकिस्तान के मित्र भी न सिर्फ इसे अच्छी तरह जानते...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

A War Won From Above: The Air Campaign That Changed South Asia Forever

A War Won From Above: The Air Campaign That Changed South Asia Forever

00:07:37

‘Mad Dog’ The EX CIA Who Took Down Pakistan’s A.Q. Khan Nuclear Mafia Reveals Shocking Details

00:06:59

Dhurandar: When a Film’s Reality Shakes the Left’s Comfortable Myths

00:06:56

Tejas Under Fire — The Truth Behind the Crash, the Propaganda, and the Facts

00:07:45

Why Rahul Gandhi’s US Outreach Directs to a Web of Shadow Controversial Islamist Networks?

00:08:04
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited