आगरा में एक दिल दहला देने वाला अपराध हुआ, जिसने पूरे शहर के लोगों को हिलाकर रख दिया। हरिपर्वत थाना क्षेत्र के संजय प्लेस के पास, चार लड़को ने एक 15 साल की लड़की के साथ गैंगरेप किया। आरोपियों में से एक का नाम जुनैद है। उन्होंने इस अपराध को वीडियो में रिकॉर्ड किया और 24 सेकंड का यह वीडियो सोशल मीडिया पर डाल दिया। इससे लोग बहुत गुस्से और दुखी हैं। यह घटना दिखाती है कि उत्तर प्रदेश में अपराध बढ़ रहे हैं और समाज के कमजोर लोग कितने असुरक्षित हैं।
अपराध करते समय हंसी
पीड़िता, एक 15 साल की लड़की, आगरा की सड़कों पर बेघर की तरह रहती थी। पुलिस के अनुसार, वह आसानी से शिकार बनने वाली थी। जुनैद और उसके साथी आसिफ ने उसकी मजबूरी का फायदा उठाया। एक शनिवार की दोपहर, दोनों ने उसे संजय प्लेस के पास एक सुनसान इमारत में ले गए। शायद उसे सुरक्षा या छोटे-मोटे लालच का वादा किया गया होगा। वहां, जुनैद और आसिफ ने बारी-बारी से उसके साथ बलात्कार किया। इस क्रूरता को और भयावह बनाते हुए, जुनैद ने इस घटना का 24 सेकंड का वीडियो बनाया, जिसमें दूसरे लोगों की हंसी की आवाज भी रिकॉर्ड हुई। यह हंसी अपराधियों की बेरहमी को दर्शाती है। 18 अगस्त, 2025 तक यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गया, जिससे लोगों में गुस्सा और दुख की लहर दौड़ गई।
शहर में सदमा
यह अपराध संजय प्लेस पुलिस चौकी के पास हुआ, जिससे पुलिस की कमजोरी पर सवाल उठे। वीडियो में जुनैद का चेहरा साफ दिख रहा था, जिससे यह पता चलता है कि अपराधियों को किसी का डर नही है। बैकग्राउंड में हंसी की आवाज ने लोगों को और दुखी किया, क्योंकि यह एक नाबालिग लड़की के दर्द का मजाक उड़ाने जैसा था।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर वीडियो के वायरल होने से लोग बहुत गुस्सा हो गए। एक यूजर, @DeepikaBhardwaj, ने लिखा, “जुनैद ने एक नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार किया, वीडियो बनाया, उसके चार दोस्तों ने हंसी उड़ाई और वीडियो फैलाया। ऐसे मामलों में कड़ी सजा चाहिए।” एक और पोस्ट में @thenewsdrill ने कहा कि यह घटना स्काई टावर के पास हुई। हालांकि, ये पोस्ट अभी पक्की नहीं हुई हैं, और पुलिस पूरी जांच कर रही है।
पुलिस की कार्रवाई
वायरल वीडियो ने आगरा पुलिस को तुरंत हरकत में ला दिया। संजय प्लेस चौकी प्रभारी विनोद कुमार ने जुनैद और आसिफ के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) और पॉक्सो एक्ट के तहत FIR दर्ज की। डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस (DCP) सिटी सोनम कुमार ने बताया कि आरोपियों की पहचान हो गई है और उन्हें पकड़ने के लिए कई पुलिस टीमें लगाई गई हैं। उन्होंने कहा, “हम अपराधियों को सजा दिलाने के लिए पूरी कोशिश कर रहे हैं।”
हरिपर्वत थाना प्रभारी प्रदीप कुमार त्रिपाठी ने कहा कि पीड़िता का अभी पता नहीं चल सका, जिससे उसका बयान लेने में परेशानी हो रही है। उन्होंने बताया, “हम लड़की को ढूंढ रहे हैं, लेकिन वह कहां है, यह अभी नहीं पता।” पीड़िता के बेघर होने से मामला सुलझाना और मुश्किल हो गया है।
तकनीक का दुरुपयोग
इस मामले में तकनीक ने अपराध को और बढ़ा दिया। वायरल वीडियो ने सबूत तो दिया, लेकिन पीड़िता की इज्जत को और नुकसान पहुंचाया। अपराधियों ने वीडियो फैलाकर लड़की को सार्वजनिक रूप से शर्मिंदा किया।
अभी पुलिस पीड़िता को ढूंढने और अपराधियों को पकड़ने पर काम कर रही है। पुलिस ने वादा किया है कि वे कोई कमी नहीं छोड़ेंगे। आगरा इस दुखद घटना से परेशान है, और देश को उम्मीद है कि लड़की को इंसाफ मिलेगा, जिसका जीवन कुछ मिनटों में पूरी तरह बदल गया।