संयुक्त अरब अमीरात का दुबई दुनिया में धर्म परिवर्तन का सबसे बड़ा अड्डा बनता जा रहा है। एक रिपोर्ट पर गौर करें तो इसी साल पहले छह महीनों में ही दुबई में 3,600 से ज़्यादा लोगों ने इस्लाम धर्म अपना लिया है। ये धर्म परिवर्तन शहर में इस्लामिक मामलों और धर्मार्थ गतिविधियां विभाग (IACAD) के अंतर्गत आने वाले मोहम्मद बिन राशिद इस्लामिक कल्चरल सेंटर की देखरेख और निर्देशन में कराए गए हैं। यहां पर जितने भी धर्म परिवर्तन कराए गए, सभी अलग अलग धर्मों को मानने वाले बताए जा रहे हैं।
इस्लामिक शिक्षा को बढावा देता है कल्चरल सेंटर
कल्चरल सेंटर ने धर्मांतरण तो कराए ही इसके साथ ही उसने अपने शैक्षणिक कार्यक्रमों के तहत 1300 से ज्यादा छात्रों का रजिस्ट्रेशन भी किया है। ये छात्र इस्लामी मान्यताओं और इस्लामी प्रथाओं पर आधारित अलग-अलग कोर्स करेंगे। मोहम्मद बिन राशिद इस्लामिक कल्चरल सेंटर ने 47 एजुकेशनल और अवेयरनेस कोर्सेज को भी आयोजित किया है, जिनमें 1400 से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। ये कोर्सेज इस्लामिक कल्चर को बढ़ावा देने और क्षेत्र में धार्मिक जागरूकता बढ़ाने के IACAD के मुख्य प्रयासों का हिस्सा थे।
इस्लाम अपनाने वालों को सहायता देता है दुबई
दुबई में स्थापित इस कल्चरल सेंटर का उद्देश्य सांस्कृतिक और धार्मिक प्रचार करना तथा सहिष्णुता, ज्ञान और संवाद पर आधारित इस्लाम की सकारात्मक छवि प्रस्तुत करना है। यह केंद्र नए धर्मांतरित लोगों को समुदाय के अनुसार ढलने और समाहित होने में मदद करता है। वह इसके लिए संसाधन और मार्गदर्शन भी उपलब्ध कराता है। यूएई सरकार के अनुसार, दुबई में इस्लाम धर्म अपनाने के इच्छुक व्यक्ति न्याय मंत्रालय और अन्य स्थानीय अधिकारियों द्वारा निर्धारित प्रक्रियाओं के तहत ऐसा कर सकते हैं। यहां पर किसी भी व्यक्ति के इस्लाम धर्म अपनाने की घोषणा न्याय मंत्रालय, न्यायिक विभाग या इस्लामी मामलों और धर्मार्थ गतिविधियों विभाग (IACAD) के साथ की जा सकती है। IACAD घोषणा करने के बाद संबंधित व्यक्ति को इस्लाम धर्म अपनाने का प्रमाण पत्र भी उपलब्ध कराता है।