48 घंटे में पाकिस्तान की ओर से चौथा भारत विरोधी हमला: शहबाज शरीफ ने सिंधु जल संधि का मुद्दा उठाकर भारत को धमकाया

यह पिछले 48 घंटों में पाकिस्तान की सरकार के चौथे बार भारत विरोधी बयान हैं।

48 घंटे में पाकिस्तान की ओर से चौथा भारत विरोधी हमला: शहबाज शरीफ ने सिंधु जल संधि का मुद्दा उठाकर भारत को धमकाया

 

पाकिस्तान फिर से भड़काऊ बातें और बिना आधार की धमकियां दे रहा है। इस बार वहां के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ ने कहा कि भारत को पाकिस्तान के हिस्से का “एक भी बूंद पानी नहीं लेने देंगे”, जो सिंधु जल संधि के तहत आता है। यह पिछले 48 घंटों में पाकिस्तान की सरकार के चौथे बार भारत विरोधी बयान हैं।

इससे पहले सेना प्रमुख असीम मुनीर ने परमाणु धमकी दी, पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने इतिहास को गलत तरीके से बताया, और रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने भारत के अंदर हमले की धमकी दी। पाकिस्तान की खराब होती आर्थिक स्थिति और अंदरूनी परेशानी के कारण वहां की सरकारें जानबूझकर भारत के खिलाफ तनाव बढ़ाकर अपनी समस्याओं से ध्यान हटाने की कोशिश कर रही हैं।

शहबाज़ शरीफ की पानी पर जंग की धमकी

इस्लामाबाद में एक कार्यक्रम के दौरान शहबाज़ शरीफ ने भारत को चेतावनी दी कि अगर उसने सिंधु जल संधि के तहत पाकिस्तान के हिस्से का पानी रोका, तो “भारत को ऐसा सबक सिखाया जाएगा जिसे वह कभी नहीं भूलेगा।”

यह बयान भारत की उस घोषणा के बाद आया है जिसमें 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले (जिसमें 26 लोगों की जान गई) के बाद सिंधु जल संधि को निलंबित करने की बात कही गई थी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि यह समझौता अब दोबारा लागू नहीं होगा।

इसके बावजूद शरीफ ने पुराने पाकिस्तान के रुख को दोहराते हुए कहा कि “पानी पाकिस्तान की जीवन रेखा है” और देश “अपने अधिकारों की एक बूंद भी नहीं छोड़ेगा।”

बिलावल भुट्टो की सभ्यता की दुहाई

पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ज़रदारी ने इस मामले को सभ्यता पर हमले के रूप में पेश किया। सिंध में एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा, “अगर नरेंद्र मोदी सिंधु नदी पर हमला करते हैं, तो यह हमारी संस्कृति, इतिहास और सभ्यता पर हमला है।”

यह बयान इस सच्चाई को नजरअंदाज़ करता है कि सिंधु जल संधि नौ साल की बातचीत के बाद बनी थी, जिसमें विश्व बैंक की भूमिका थी, और भारत ने अब तक इस समझौते का पूरी ईमानदारी से पालन किया है। कई बार अपने हितों को भी दरकिनार कर के।

असीम मुनीर की परमाणु धमकी

पाक सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने और भी ज़्यादा गैर-जिम्मेदाराना बयान देते हुए दावा किया कि अगर पाकिस्तान पर कोई अस्तित्व संकट आया, तो वह “भारत और आधी दुनिया को तबाह कर सकता है।”

भारत के विदेश मंत्रालय ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी और कहा कि पाकिस्तान की यह परमाणु धमकी नई नहीं है, बल्कि उसकी पुरानी रणनीति का हिस्सा है। भारत ने दोहराया कि वह किसी भी ब्लैकमेल से डरने वाला नहीं है।

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि अगला युद्ध सिर्फ सीमाओं तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि भारत के अंदर भी हमले होंगे। यह बयान सीधे-सीधे आतंकवाद को बढ़ावा देने जैसा है और इस बात को पुख्ता करता है कि पाकिस्तान अपनी नीतियों में आतंकवादी संगठनों को हथियार की तरह इस्तेमाल करता है।

पाकिस्तान की खतरनाक ध्यान भटकाने की रणनीति

पिछले 48 घंटों में पाकिस्तान के चार बड़े नेताओं- शहबाज़ शरीफ, बिलावल भुट्टो, असीम मुनीर और ख्वाजा आसिफ ने जो भड़काऊ बातें कहीं, उससे साफ होता है कि यह सब मिलकर की गई एक योजना है।

इनका मकसद है भारत के साथ तनाव बढ़ाकर, देश के अंदर की आर्थिक तबाही, महंगाई, राजनीतिक अस्थिरता और वैश्विक अलगाव से जनता का ध्यान हटाना।

भारत का स्पष्ट जवाब: डर नहीं, जवाब मिलेगा

भारत ने पहले ही साफ कर दिया है कि वह न तो किसी धमकी से डरने वाला है और न ही अपने संसाधनों और संप्रभुता से कोई समझौता करेगा। भारत की नीति स्पष्ट है- सुरक्षा, संसाधनों और सीमाओं की रक्षा के लिए वह हर ज़रूरी कदम उठाएगा।

पाकिस्तान बार-बार जल संकट और युद्ध जैसी बातों से अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान खींचना चाहता है, लेकिन हकीकत यही है कि भारत का संकल्प पाकिस्तान की बयानबाज़ी से कहीं ज़्यादा मजबूत है।

 

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