अमेरिका का रक्तपिपासु सभ्यता-नैरेटिव और भारत का शांतिपूर्ण विकल्प
TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    ट्रंप से फेस टू फेस होने से बचना चाहते हैं पीएम मोदी, जानें कांग्रेस के इस आरोप में कितना है दम

    जंगलराज बनाम सुशासन की वापसी! बिहार में बीजेपी का शब्द वार, ‘महालठबंधन’ की छवि को ध्वस्त करने की सुनियोजित रणनीति

    महाभारत के ‘पाँच पांडव” और आज के युग के संघ के ‘पाँच परिवर्तन’

    महाभारत के ‘पाँच पांडव” और आज के युग के संघ के ‘पाँच परिवर्तन’

    ट्रंप से फेस टू फेस होने से बचना चाहते हैं पीएम मोदी, जानें कांग्रेस के इस आरोप में कितना है दम

    ट्रंप से फेस टू फेस होने से बचना चाहते हैं पीएम मोदी, जानें कांग्रेस के इस आरोप में कितना है दम

    कर्पूरी की धरती से पीएम मोदी का संकल्प: लालटेन का युग खत्म, सुशासन का सवेरा शुरू

    कर्पूरी की धरती से पीएम मोदी का संकल्प: लालटेन का युग खत्म, सुशासन का सवेरा शुरू

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत की कूटनीति अब ‘वर्चुअल’ नहीं, रणनीतिक है: आसियान शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी का डिजिटल नेतृत्व और एशियाकी नई शक्ति-संतुलन रेखा

    भारत की कूटनीति अब ‘वर्चुअल’ नहीं, रणनीतिक है: आसियान शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी का डिजिटल नेतृत्व और एशिया की नई शक्ति-संतुलन रेखा

    भारत-अमेरिका व्यापार समझौता जल्द: 15 से 16 फीसदी तक हो सकती है टैरिफ, जानिए आखिर क्यों हो रहा ऐसा

    भारत-अमेरिका व्यापार समझौता जल्द: 15 से 16 फीसदी तक हो सकती है टैरिफ, जानिए क्या होंगे इसके असर

    बिहार में 12 रैलियों से हुंकार भरेंगे पीएम मोदी: राष्ट्रनिर्माण की पुकार बन जाएगा चुनावी अभियान

    आर्थिक शक्ति, राष्ट्रीय अस्मिता और आत्मनिर्भर भारत: पीएम मोदी के भाषण का राष्ट्रवादी अर्थ

    भारत और अफगानिस्तान: बदलती भू-राजनीतिक परिदृश्य में मजबूत रणनीतिक साझेदार

    भारत और अफगानिस्तान: बदलती भू-राजनीतिक परिदृश्य में मजबूत रणनीतिक साझेदार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    श्रीनगर एयरस्ट्रिप की ‘कड़कड़ाती रात’: जब RSS के स्वयंसेवकों ने उठाई बंदूक, बर्फ हटा कर भारतीय सेना को कराया लैंड

    श्रीनगर एयरस्ट्रिप की ‘कड़कड़ाती रात’: जब RSS के स्वयंसेवकों ने उठाई बंदूक, बर्फ हटा कर भारतीय सेना को कराया लैंड

    पीएम मोदी की हत्या की साजिश: ढाका की रहस्यमयी घटनाओं से ASEAN तक फैली साजिश का खुलासा

    पीएम मोदी की हत्या की साजिश: ढाका की रहस्यमयी घटनाओं से ASEAN तक फैली साजिश का खुलासा

    12 दिनों तक सूखती रहेगी मुनीर की हलक: जब पाकिस्तान की सरहदों पर गरजेगा भारत का ‘त्रिशूल’

    12 दिनों तक सूखती रहेगी मुनीर की हलक: जब पाकिस्तान की सरहदों पर गरजेगा भारत का ‘त्रिशूल’

    ड्रैगन की नई चाल: पैंगोंग के उस पार खड़ा हुआ चीन का सैन्य किला, भारत भी कर रहा ये तैयारियां

    ड्रैगन की नई चाल: पैंगोंग के उस पार खड़ा हुआ चीन का सैन्य किला, भारत भी कर रहा ये तैयारियां

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    पीएम मोदी की हत्या की साजिश: ढाका की रहस्यमयी घटनाओं से ASEAN तक फैली साजिश का खुलासा

    पीएम मोदी की हत्या की साजिश: ढाका की रहस्यमयी घटनाओं से ASEAN तक फैली साजिश का खुलासा

    12 दिनों तक सूखती रहेगी मुनीर की हलक: जब पाकिस्तान की सरहदों पर गरजेगा भारत का ‘त्रिशूल’

    12 दिनों तक सूखती रहेगी मुनीर की हलक: जब पाकिस्तान की सरहदों पर गरजेगा भारत का ‘त्रिशूल’

    ड्रैगन की नई चाल: पैंगोंग के उस पार खड़ा हुआ चीन का सैन्य किला, भारत भी कर रहा ये तैयारियां

    ड्रैगन की नई चाल: पैंगोंग के उस पार खड़ा हुआ चीन का सैन्य किला, भारत भी कर रहा ये तैयारियां

    बीबीसी की निराशा और भारत का शांत Gen Z: सड़कों पर आग की नहीं, नवाचार और सुधार की क्रांति

    बीबीसी की निराशा और भारत का शांत Gen Z: सड़कों पर आग की नहीं, नवाचार और सुधार की क्रांति

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    श्रीनगर एयरस्ट्रिप की ‘कड़कड़ाती रात’: जब RSS के स्वयंसेवकों ने उठाई बंदूक, बर्फ हटा कर भारतीय सेना को कराया लैंड

    श्रीनगर एयरस्ट्रिप की ‘कड़कड़ाती रात’: जब RSS के स्वयंसेवकों ने उठाई बंदूक, बर्फ हटा कर भारतीय सेना को कराया लैंड

    गुलामी से कफाला तक: सऊदी अरब के ‘प्रायोजक तंत्र’ का अंत और इस्लामी व्यवस्था के भीतर बदलते समय का संकेत

    गुलामी से कफाला तक: सऊदी अरब के ‘प्रायोजक तंत्र’ का अंत और इस्लामी व्यवस्था के भीतर बदलते समय का संकेत

    जब उल्काएं थीं दीप, और दीप थे उत्सव: यहां जानें, क्यों आतिशबाज़ी भारतीय परंपरा का हिस्सा है, आयातित नहीं?

    जब उल्काएं थीं दीप, और दीप थे उत्सव: यहां जानें, क्यों आतिशबाज़ी भारतीय परंपरा का हिस्सा है, आयातित नहीं?

    राजनीतिक इस्लाम बनाम सनातन चेतना: योगी आदित्यनाथ का वैचारिक शंखनाद और संघ का शताब्दी संकल्प

    राजनीतिक इस्लाम बनाम सनातन चेतना: योगी आदित्यनाथ का वैचारिक शंखनाद और संघ का शताब्दी संकल्प

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    ट्रंप से फेस टू फेस होने से बचना चाहते हैं पीएम मोदी, जानें कांग्रेस के इस आरोप में कितना है दम

    जंगलराज बनाम सुशासन की वापसी! बिहार में बीजेपी का शब्द वार, ‘महालठबंधन’ की छवि को ध्वस्त करने की सुनियोजित रणनीति

    महाभारत के ‘पाँच पांडव” और आज के युग के संघ के ‘पाँच परिवर्तन’

    महाभारत के ‘पाँच पांडव” और आज के युग के संघ के ‘पाँच परिवर्तन’

    ट्रंप से फेस टू फेस होने से बचना चाहते हैं पीएम मोदी, जानें कांग्रेस के इस आरोप में कितना है दम

    ट्रंप से फेस टू फेस होने से बचना चाहते हैं पीएम मोदी, जानें कांग्रेस के इस आरोप में कितना है दम

    कर्पूरी की धरती से पीएम मोदी का संकल्प: लालटेन का युग खत्म, सुशासन का सवेरा शुरू

    कर्पूरी की धरती से पीएम मोदी का संकल्प: लालटेन का युग खत्म, सुशासन का सवेरा शुरू

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत की कूटनीति अब ‘वर्चुअल’ नहीं, रणनीतिक है: आसियान शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी का डिजिटल नेतृत्व और एशियाकी नई शक्ति-संतुलन रेखा

    भारत की कूटनीति अब ‘वर्चुअल’ नहीं, रणनीतिक है: आसियान शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी का डिजिटल नेतृत्व और एशिया की नई शक्ति-संतुलन रेखा

    भारत-अमेरिका व्यापार समझौता जल्द: 15 से 16 फीसदी तक हो सकती है टैरिफ, जानिए आखिर क्यों हो रहा ऐसा

    भारत-अमेरिका व्यापार समझौता जल्द: 15 से 16 फीसदी तक हो सकती है टैरिफ, जानिए क्या होंगे इसके असर

    बिहार में 12 रैलियों से हुंकार भरेंगे पीएम मोदी: राष्ट्रनिर्माण की पुकार बन जाएगा चुनावी अभियान

    आर्थिक शक्ति, राष्ट्रीय अस्मिता और आत्मनिर्भर भारत: पीएम मोदी के भाषण का राष्ट्रवादी अर्थ

    भारत और अफगानिस्तान: बदलती भू-राजनीतिक परिदृश्य में मजबूत रणनीतिक साझेदार

    भारत और अफगानिस्तान: बदलती भू-राजनीतिक परिदृश्य में मजबूत रणनीतिक साझेदार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    श्रीनगर एयरस्ट्रिप की ‘कड़कड़ाती रात’: जब RSS के स्वयंसेवकों ने उठाई बंदूक, बर्फ हटा कर भारतीय सेना को कराया लैंड

    श्रीनगर एयरस्ट्रिप की ‘कड़कड़ाती रात’: जब RSS के स्वयंसेवकों ने उठाई बंदूक, बर्फ हटा कर भारतीय सेना को कराया लैंड

    पीएम मोदी की हत्या की साजिश: ढाका की रहस्यमयी घटनाओं से ASEAN तक फैली साजिश का खुलासा

    पीएम मोदी की हत्या की साजिश: ढाका की रहस्यमयी घटनाओं से ASEAN तक फैली साजिश का खुलासा

    12 दिनों तक सूखती रहेगी मुनीर की हलक: जब पाकिस्तान की सरहदों पर गरजेगा भारत का ‘त्रिशूल’

    12 दिनों तक सूखती रहेगी मुनीर की हलक: जब पाकिस्तान की सरहदों पर गरजेगा भारत का ‘त्रिशूल’

    ड्रैगन की नई चाल: पैंगोंग के उस पार खड़ा हुआ चीन का सैन्य किला, भारत भी कर रहा ये तैयारियां

    ड्रैगन की नई चाल: पैंगोंग के उस पार खड़ा हुआ चीन का सैन्य किला, भारत भी कर रहा ये तैयारियां

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    पीएम मोदी की हत्या की साजिश: ढाका की रहस्यमयी घटनाओं से ASEAN तक फैली साजिश का खुलासा

    पीएम मोदी की हत्या की साजिश: ढाका की रहस्यमयी घटनाओं से ASEAN तक फैली साजिश का खुलासा

    12 दिनों तक सूखती रहेगी मुनीर की हलक: जब पाकिस्तान की सरहदों पर गरजेगा भारत का ‘त्रिशूल’

    12 दिनों तक सूखती रहेगी मुनीर की हलक: जब पाकिस्तान की सरहदों पर गरजेगा भारत का ‘त्रिशूल’

    ड्रैगन की नई चाल: पैंगोंग के उस पार खड़ा हुआ चीन का सैन्य किला, भारत भी कर रहा ये तैयारियां

    ड्रैगन की नई चाल: पैंगोंग के उस पार खड़ा हुआ चीन का सैन्य किला, भारत भी कर रहा ये तैयारियां

    बीबीसी की निराशा और भारत का शांत Gen Z: सड़कों पर आग की नहीं, नवाचार और सुधार की क्रांति

    बीबीसी की निराशा और भारत का शांत Gen Z: सड़कों पर आग की नहीं, नवाचार और सुधार की क्रांति

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    श्रीनगर एयरस्ट्रिप की ‘कड़कड़ाती रात’: जब RSS के स्वयंसेवकों ने उठाई बंदूक, बर्फ हटा कर भारतीय सेना को कराया लैंड

    श्रीनगर एयरस्ट्रिप की ‘कड़कड़ाती रात’: जब RSS के स्वयंसेवकों ने उठाई बंदूक, बर्फ हटा कर भारतीय सेना को कराया लैंड

    गुलामी से कफाला तक: सऊदी अरब के ‘प्रायोजक तंत्र’ का अंत और इस्लामी व्यवस्था के भीतर बदलते समय का संकेत

    गुलामी से कफाला तक: सऊदी अरब के ‘प्रायोजक तंत्र’ का अंत और इस्लामी व्यवस्था के भीतर बदलते समय का संकेत

    जब उल्काएं थीं दीप, और दीप थे उत्सव: यहां जानें, क्यों आतिशबाज़ी भारतीय परंपरा का हिस्सा है, आयातित नहीं?

    जब उल्काएं थीं दीप, और दीप थे उत्सव: यहां जानें, क्यों आतिशबाज़ी भारतीय परंपरा का हिस्सा है, आयातित नहीं?

    राजनीतिक इस्लाम बनाम सनातन चेतना: योगी आदित्यनाथ का वैचारिक शंखनाद और संघ का शताब्दी संकल्प

    राजनीतिक इस्लाम बनाम सनातन चेतना: योगी आदित्यनाथ का वैचारिक शंखनाद और संघ का शताब्दी संकल्प

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

अमेरिका का रक्तपिपासु सभ्यता-नैरेटिव और भारत का शांतिपूर्ण विकल्प

अमेरिका, जिसे आज आधुनिकता, लोकतंत्र और वैश्विक नेतृत्व का प्रतीक बताया जाता है, दरअसल उसी यूरोप का आधुनिक रूप है जिसने 12वीं–13वीं शताब्दी में अपने भीतर के खूनी कबीलाई युद्धों को "पवित्र युद्ध" का नाम दिया था।

Vibhuti Ranjan द्वारा Vibhuti Ranjan
18 September 2025
in AMERIKA, इतिहास, ज्ञान, धर्म, भारत, भू-राजनीति, विश्व, संस्कृति
अमेरिका का रक्तपिपासु सभ्यता-नैरेटिव और भारत का शांतिपूर्ण विकल्प

भारत की भूमिका अब यही है — अमेरिकी रक्तपिपासु सभ्यता का विकल्प प्रस्तुत करना।

Share on FacebookShare on X

दुनिया का इतिहास अक्सर विजेताओं के शब्दों में लिखा गया है। लेकिन कभी-कभी, अगर हम गहराई से देखें तो इस इतिहास की तहों में रक्त, हिंसा और असीमित लालसा के धब्बे दिखाई देते हैं। अमेरिका, जिसे आज आधुनिकता, लोकतंत्र और वैश्विक नेतृत्व का प्रतीक बताया जाता है, दरअसल उसी यूरोप का आधुनिक रूप है जिसने 12वीं–13वीं शताब्दी में अपने भीतर के खूनी कबीलाई युद्धों को “पवित्र युद्ध” का नाम दिया था। उन युद्धों को चर्च ने ईश्वर की इच्छा बताकर वैध ठहराया।

1095 ई. में पोप अर्बन द्वितीय ने क्रूसेड्स का आह्वान करते हुए नारा दिया था — “Deus vult” यानी “ईश्वर यही चाहता है।” यही वह क्षण था जब कत्लेआम को “पवित्रता” की चादर मिल गई। तलवारें चमकीं, लाखों निर्दोष मारे गए और पूरे महाद्वीप की आत्मा हिंसा से सराबोर हो गई। यही संस्कृति, यही सोच और यही मानसिकता अटलांटिक पार कर अमेरिका पहुँची और वहाँ एक नए रूप में पुनर्जन्म ले लिया।

संबंधितपोस्ट

पीएम मोदी की हत्या की साजिश: ढाका की रहस्यमयी घटनाओं से ASEAN तक फैली साजिश का खुलासा

12 दिनों तक सूखती रहेगी मुनीर की हलक: जब पाकिस्तान की सरहदों पर गरजेगा भारत का ‘त्रिशूल’

ड्रैगन की नई चाल: पैंगोंग के उस पार खड़ा हुआ चीन का सैन्य किला, भारत भी कर रहा ये तैयारियां

और लोड करें

अमेरिका का पूरा सभ्यतागत ढाँचा — चाहे वह दास प्रथा हो, उपनिवेशवाद हो, पूँजीवाद का लालच हो या आधुनिक युद्ध — उसी मध्ययुगीन यूरोप की “पवित्र हिंसा” की संतान है। बस फर्क इतना है कि तलवार की जगह वहाँ मशीनगन और बम आ गए, चर्च की जगह “फ्री मार्केट” और “डेमोक्रेसी” के नारे ने ले ली। लेकिन अंतर्मन वही रहा — रक्तपिपासा, वर्चस्व और दुनिया पर राज करने की हवस।

यूरोप से अमेरिका तक हिंसा की विरासत

क्रूसेड्स को अक्सर धार्मिक टकराव कहा गया, लेकिन असल में वे यूरोप के भीतर की हिंसक संस्कृति को बाहर निकालने का रास्ता थे। जमीन के भूखे शूरवीर, सत्ता के लालची कुलीन और आस्था की आड़ लेने वाला चर्च — सभी ने मिलकर धर्म के नाम पर कत्लेआम किया। यही डीएनए अमेरिका के जन्म में शामिल हुआ।

जब यूरोपीय खोजकर्ता नई दुनिया में पहुँचे, तो वहाँ के मूल निवासियों को उन्होंने इंसान नहीं, बल्कि “पशु” माना। लाखों रेड इंडियंस का कत्लेआम हुआ, सभ्यताएँ मिट गईं और जो बचे उन्हें आरक्षण शिविरों में धकेल दिया गया।

19वीं सदी में फ्रांसीसी चिंतक अलेक्ज़िस द टॉकविल ने अमेरिकी विस्तारवाद को “प्रॉविडेंस” यानी ईश्वर की कृपा कहा। इसका मतलब साफ था — मूल निवासियों का विनाश एक “दैवीय योजना” का हिस्सा है। यही मानसिकता थी जिसने अमेरिकी सभ्यता की नींव डाली।

फिर आया दास प्रथा का दौर। अफ्रीका से लाखों काले गुलाम जंजीरों में जकड़े अमेरिका लाए गए। खेतों, कारखानों और घरों में उनकी हड्डियाँ पिसीं और खून बहा। अमेरिकी अर्थव्यवस्था की पहली समृद्धि इन्हीं गुलामों के श्रम से बनी।

पूंजीवाद और युद्ध: दो चेहरे, एक ही आत्मा

अमेरिका का आर्थिक ढाँचा युद्ध पर टिका है। द्वितीय विश्व युद्ध ने उसकी अर्थव्यवस्था को ऊँचाइयों पर पहुँचाया। शीत युद्ध ने उसकी सैन्य–औद्योगिक कॉम्प्लेक्स को दुनिया पर हावी कर दिया। वियतनाम, कोरिया, इराक, अफगानिस्तान — हर जगह अमेरिका ने “लोकतंत्र” का नारा देकर असल में हथियार कंपनियों और तेल माफियाओं को लाभ पहुँचाया।

वियतनाम में नेपाम बमों से जली नन्हीं बच्चियाँ, इराक में तबाह अस्पताल, अफगानिस्तान में शादी समारोहों पर बरसते ड्रोन — ये सब उसी रक्तपिपासा का आधुनिक चेहरा हैं। फर्क इतना है कि अब इन हत्याओं को “कोलेटरल डैमेज” कहा जाता है और मीडिया उन्हें “मानवता की रक्षा” बताता है। पूँजीवाद और युद्ध यहाँ एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। हथियार कंपनियाँ, तेल कंपनियाँ और मीडिया — सभी मिलकर इस हिंसक मॉडल को वैधता देते हैं।

भारत का विकल्प: सभ्यता, शांति और संतुलन

अब सवाल है कि इस रक्तपिपासु अमेरिकी मॉडल के सामने भारत क्या पेश करता है? भारत की सभ्यतागत धारा उलटी दिशा में बहती है। यहाँ अशोक हुए जिन्होंने कलिंग युद्ध के बाद तलवार छोड़ दी और पूरी दुनिया को “धम्म” का संदेश दिया। यहाँ बुद्ध हुए जिन्होंने करुणा को धर्म का केंद्र बनाया। यहाँ गांधी हुए जिन्होंने कहा — “पश्चिमी सभ्यता? हाँ, यह एक अच्छा विचार हो सकता है।” इस एक वाक्य ने ही पश्चिम की हिंसक प्रवृत्ति पर व्यंग्य कर दिया।

भारत की यही विरासत आज दुनिया के सामने वैकल्पिक नैरेटिव है। जब अमेरिका लोकतंत्र के नाम पर बम बरसाता है, भारत लोकतंत्र का उत्सव अपने चुनावों से मनाता है। जब अमेरिका मानवाधिकार की आड़ में हमला करता है, भारत सह-अस्तित्व और साझेदारी की बात करता है। जवाहरलाल नेहरू ने डिस्कवरी ऑफ इंडिया में लिखा था — “भारत की आत्मा सहिष्णुता और मेलजोल में है।” यही आत्मा आज वैश्विक मंच पर भारत का मार्गदर्शन कर रही है।

आज का संदर्भ: अमेरिका बनाम भारत

आज एशिया में अमेरिका चीन को रोकने के लिए इंडो-पैसिफिक में सैन्य ठिकाने बना रहा है। टेक्नोलॉजी और सेमीकंडक्टर पर उसका वर्चस्व बनाए रखने की कोशिश है। भारत इस खेल में अपनी अलग राह चुन रहा है। हम न अमेरिकी दादागिरी अपनाते हैं और न चीनी विस्तारवाद। भारत का मॉडल है साझेदारी और सह-निर्माण। अफ्रीका से लेकर एशिया तक भारत इंफ्रास्ट्रक्चर, डिजिटल पब्लिक गुड्स और कूटनीति से यह साबित कर रहा है कि नेतृत्व सिर्फ़ हथियारों से नहीं आता।

रूस–यूक्रेन युद्ध में भारत ने अमेरिका की लाइन नहीं पकड़ी। चीन के खिलाफ मज़बूत खड़े हैं लेकिन अपनी संप्रभुता से समझौता नहीं किया। यही भारत की सभ्यतागत ताकत है — पश्चिमी रक्तपिपासा के सामने नैतिक संतुलन।

सभ्यताओं की जंग

आज की दुनिया दरअसल सभ्यताओं की जंग देख रही है। एक ओर है अमेरिका और उसका पश्चिमी ब्लॉक, जो क्रूसेड्स की रक्तरंजित परंपरा को आधुनिक बम और मिसाइलों में ढालकर थोप रहा है। दूसरी ओर है भारत, जिसकी जड़ें वेदों की ऋचाओं, बुद्ध की करुणा और गांधी की अहिंसा में हैं।

दुनिया का भविष्य इसी टकराव से तय होगा। क्या सभ्यता का नेतृत्व उस ताकत के हाथ में रहेगा जो नरसंहार को “लोकतंत्र” कहती है? या फिर उस भारत के पास जाएगा जो शांति को ताकत और ताकत को मर्यादा में ढालकर दुनिया को नया रास्ता दिखाता है? भारत की भूमिका अब यही है — अमेरिकी रक्तपिपासु सभ्यता का विकल्प प्रस्तुत करना। और यही भूमिका भारत को 21वीं सदी में वैश्विक नैतिक नेतृत्व दिलाएगी।

Tags: AmericaChinaCrusadesDemocracygenocideIndiaPope Urban IIworldअमेरिकाक्रूसेड्सचीनदुनियानरसंहारपोप अर्बन द्वितीयभारतलोकतंत्र
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

जंगलराज : लालू-राबड़ी राज की स्याह विरासत

अगली पोस्ट

यूएन में भारत का प्रहार: पाकिस्तान की असफलता और भारत की मजबूती का खुलासा

संबंधित पोस्ट

श्रीनगर एयरस्ट्रिप की ‘कड़कड़ाती रात’: जब RSS के स्वयंसेवकों ने उठाई बंदूक, बर्फ हटा कर भारतीय सेना को कराया लैंड
इतिहास

श्रीनगर एयरस्ट्रिप की ‘कड़कड़ाती रात’: जब RSS के स्वयंसेवकों ने उठाई बंदूक, बर्फ हटा कर भारतीय सेना को कराया लैंड

28 October 2025

अक्टूबर 1947 में, जब कबीलाइयों के हमले के बाद महाराजा हरिसिंह की सेना के मुस्लिम सैनिक बग़ावत कर हमलावरों से मिल चुके थे, तब स्वयंसेवकों...

पीएम मोदी की हत्या की साजिश: ढाका की रहस्यमयी घटनाओं से ASEAN तक फैली साजिश का खुलासा
AMERIKA

पीएम मोदी की हत्या की साजिश: ढाका की रहस्यमयी घटनाओं से ASEAN तक फैली साजिश का खुलासा

25 October 2025

बांग्लादेश की राजधानी ढाका में अमेरिकी अधिकारी Terrence Arvelle Jackson की अचानक मौत ने भारतीय खुफिया तंत्र को झकझोर कर रख दिया है। शुरू में...

12 दिनों तक सूखती रहेगी मुनीर की हलक: जब पाकिस्तान की सरहदों पर गरजेगा भारत का ‘त्रिशूल’
आयुध

12 दिनों तक सूखती रहेगी मुनीर की हलक: जब पाकिस्तान की सरहदों पर गरजेगा भारत का ‘त्रिशूल’

25 October 2025

नई दिल्ली से लेकर जैसलमेर और सौराष्ट्र के तटीय इलाकों तक, आने वाले बारह दिन पाकिस्तान के सेना प्रमुख असीम मुनीर और उसकी वर्दीधारी सरकार...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

The Night Before Kashmir’s Fate Was Decided — The battle of Kashmir and Role of RSS | (title

The Night Before Kashmir’s Fate Was Decided — The battle of Kashmir and Role of RSS | (title

00:07:40

How Pakistan’s ISI Is Using Western Vloggers to Wage a Narrative War Against India

00:07:04

Why Mahua Moitra Agreed with a Foreign Hate-Monger Who Insulted Hindus!

00:07:31

The Nepal Template: How BBC Is Subtly Calling for ‘Gen Z’ Riots in India?

00:08:13

Bihar Files: When Scam Money Didn’t Reach Minister’s House but Landed at ‘Boss’ Residence

00:06:22
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited