क्या फिर तिलमिलाएगा चीन? LAC के पास भारत का बड़ा दांव और पाकिस्तान की बढ़ी बेचैनी
TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    महाभारत के ‘पाँच पांडव” और आज के युग के संघ के ‘पाँच परिवर्तन’

    महाभारत के ‘पाँच पांडव” और आज के युग के संघ के ‘पाँच परिवर्तन’

    ट्रंप से फेस टू फेस होने से बचना चाहते हैं पीएम मोदी, जानें कांग्रेस के इस आरोप में कितना है दम

    ट्रंप से फेस टू फेस होने से बचना चाहते हैं पीएम मोदी, जानें कांग्रेस के इस आरोप में कितना है दम

    कर्पूरी की धरती से पीएम मोदी का संकल्प: लालटेन का युग खत्म, सुशासन का सवेरा शुरू

    कर्पूरी की धरती से पीएम मोदी का संकल्प: लालटेन का युग खत्म, सुशासन का सवेरा शुरू

    महाकाल के गायक को ‘लेफ्ट’ बनाने की कोशिश! हिमंत सरमा बोले—ज़ुबिन की आत्मा के साथ विश्वासघात

    महाकाल के गायक को ‘लेफ्ट’ बनाने की कोशिश! हिमंत सरमा बोले-ज़ुबिन की आत्मा के साथ विश्वासघात

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत की कूटनीति अब ‘वर्चुअल’ नहीं, रणनीतिक है: आसियान शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी का डिजिटल नेतृत्व और एशियाकी नई शक्ति-संतुलन रेखा

    भारत की कूटनीति अब ‘वर्चुअल’ नहीं, रणनीतिक है: आसियान शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी का डिजिटल नेतृत्व और एशिया की नई शक्ति-संतुलन रेखा

    भारत-अमेरिका व्यापार समझौता जल्द: 15 से 16 फीसदी तक हो सकती है टैरिफ, जानिए आखिर क्यों हो रहा ऐसा

    भारत-अमेरिका व्यापार समझौता जल्द: 15 से 16 फीसदी तक हो सकती है टैरिफ, जानिए क्या होंगे इसके असर

    बिहार में 12 रैलियों से हुंकार भरेंगे पीएम मोदी: राष्ट्रनिर्माण की पुकार बन जाएगा चुनावी अभियान

    आर्थिक शक्ति, राष्ट्रीय अस्मिता और आत्मनिर्भर भारत: पीएम मोदी के भाषण का राष्ट्रवादी अर्थ

    भारत और अफगानिस्तान: बदलती भू-राजनीतिक परिदृश्य में मजबूत रणनीतिक साझेदार

    भारत और अफगानिस्तान: बदलती भू-राजनीतिक परिदृश्य में मजबूत रणनीतिक साझेदार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    ‘अग्नि से सजे हथियार’: 4.25 लाख स्वदेशी CQB कार्बाइनों से सजी भारतीय सेना बनेगी आतंकियों के लिए काल

    ‘अग्नि से सजे हथियार’: 4.25 लाख स्वदेशी CQB कार्बाइन से सजी भारतीय सेना बनेगी आतंकियों के लिए काल

    अग्निवीर योजना में बड़े बदलाव की तैयारी : ‘अस्थायी’ से ‘स्थायी’ की ओर भारत की नई सैन्य सोच

    अग्निवीर योजना में बड़े बदलाव की तैयारी : ‘अस्थायी’ से ‘स्थायी’ की ओर भारत की नई सैन्य सोच

    सीमा के पार उबलता बारूद: पाकिस्तान की बिखरती रणनीति और भारत की निर्णायक शांति, जानें क्या कर सकता है आतंकिस्तान

    सीमा के पार उबलता बारूद: पाकिस्तान की बिखरती रणनीति और भारत की निर्णायक शांति, जानें क्या कर सकता है आतंकिस्तान

    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    बीबीसी की निराशा और भारत का शांत Gen Z: सड़कों पर आग की नहीं, नवाचार और सुधार की क्रांति

    बीबीसी की निराशा और भारत का शांत Gen Z: सड़कों पर आग की नहीं, नवाचार और सुधार की क्रांति

    ट्रंप से फेस टू फेस होने से बचना चाहते हैं पीएम मोदी, जानें कांग्रेस के इस आरोप में कितना है दम

    ट्रंप से फेस टू फेस होने से बचना चाहते हैं पीएम मोदी, जानें कांग्रेस के इस आरोप में कितना है दम

    अब क्या करेगा पाकिस्तान, भारत की तरह अब अफगानिस्तान भी रोकने जा रहा है पानी, तालिबान का कुनार बांध, चीन की दिलचस्पी और जल-राजनीति के नए दक्षिण एशियाई समीकरण

    अब क्या करेगा पाकिस्तान, भारत की तरह अब अफगानिस्तान भी रोकने जा रहा है पानी, तालिबान का कुनार बांध, चीन की दिलचस्पी और जल-राजनीति के नए दक्षिण एशियाई समीकरण

    ‘अग्नि से सजे हथियार’: 4.25 लाख स्वदेशी CQB कार्बाइनों से सजी भारतीय सेना बनेगी आतंकियों के लिए काल

    ‘अग्नि से सजे हथियार’: 4.25 लाख स्वदेशी CQB कार्बाइन से सजी भारतीय सेना बनेगी आतंकियों के लिए काल

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    गुलामी से कफाला तक: सऊदी अरब के ‘प्रायोजक तंत्र’ का अंत और इस्लामी व्यवस्था के भीतर बदलते समय का संकेत

    गुलामी से कफाला तक: सऊदी अरब के ‘प्रायोजक तंत्र’ का अंत और इस्लामी व्यवस्था के भीतर बदलते समय का संकेत

    जब उल्काएं थीं दीप, और दीप थे उत्सव: यहां जानें, क्यों आतिशबाज़ी भारतीय परंपरा का हिस्सा है, आयातित नहीं?

    जब उल्काएं थीं दीप, और दीप थे उत्सव: यहां जानें, क्यों आतिशबाज़ी भारतीय परंपरा का हिस्सा है, आयातित नहीं?

    राजनीतिक इस्लाम बनाम सनातन चेतना: योगी आदित्यनाथ का वैचारिक शंखनाद और संघ का शताब्दी संकल्प

    राजनीतिक इस्लाम बनाम सनातन चेतना: योगी आदित्यनाथ का वैचारिक शंखनाद और संघ का शताब्दी संकल्प

    पाकिस्तान को डंसेगा उसका अपना ही पाल हुआ सांप, जानें आखिर क्यों नहीं टिक पाएगा पाकिस्तान-अफगानिस्तान की शांति समझौता

    पाकिस्तान को डंसेगा उसका अपना ही पाल हुआ सांप, जानें आखिर क्यों नहीं टिक पाएगा पाकिस्तान-अफगानिस्तान की शांति समझौता

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    महाभारत के ‘पाँच पांडव” और आज के युग के संघ के ‘पाँच परिवर्तन’

    महाभारत के ‘पाँच पांडव” और आज के युग के संघ के ‘पाँच परिवर्तन’

    ट्रंप से फेस टू फेस होने से बचना चाहते हैं पीएम मोदी, जानें कांग्रेस के इस आरोप में कितना है दम

    ट्रंप से फेस टू फेस होने से बचना चाहते हैं पीएम मोदी, जानें कांग्रेस के इस आरोप में कितना है दम

    कर्पूरी की धरती से पीएम मोदी का संकल्प: लालटेन का युग खत्म, सुशासन का सवेरा शुरू

    कर्पूरी की धरती से पीएम मोदी का संकल्प: लालटेन का युग खत्म, सुशासन का सवेरा शुरू

    महाकाल के गायक को ‘लेफ्ट’ बनाने की कोशिश! हिमंत सरमा बोले—ज़ुबिन की आत्मा के साथ विश्वासघात

    महाकाल के गायक को ‘लेफ्ट’ बनाने की कोशिश! हिमंत सरमा बोले-ज़ुबिन की आत्मा के साथ विश्वासघात

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत की कूटनीति अब ‘वर्चुअल’ नहीं, रणनीतिक है: आसियान शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी का डिजिटल नेतृत्व और एशियाकी नई शक्ति-संतुलन रेखा

    भारत की कूटनीति अब ‘वर्चुअल’ नहीं, रणनीतिक है: आसियान शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी का डिजिटल नेतृत्व और एशिया की नई शक्ति-संतुलन रेखा

    भारत-अमेरिका व्यापार समझौता जल्द: 15 से 16 फीसदी तक हो सकती है टैरिफ, जानिए आखिर क्यों हो रहा ऐसा

    भारत-अमेरिका व्यापार समझौता जल्द: 15 से 16 फीसदी तक हो सकती है टैरिफ, जानिए क्या होंगे इसके असर

    बिहार में 12 रैलियों से हुंकार भरेंगे पीएम मोदी: राष्ट्रनिर्माण की पुकार बन जाएगा चुनावी अभियान

    आर्थिक शक्ति, राष्ट्रीय अस्मिता और आत्मनिर्भर भारत: पीएम मोदी के भाषण का राष्ट्रवादी अर्थ

    भारत और अफगानिस्तान: बदलती भू-राजनीतिक परिदृश्य में मजबूत रणनीतिक साझेदार

    भारत और अफगानिस्तान: बदलती भू-राजनीतिक परिदृश्य में मजबूत रणनीतिक साझेदार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    ‘अग्नि से सजे हथियार’: 4.25 लाख स्वदेशी CQB कार्बाइनों से सजी भारतीय सेना बनेगी आतंकियों के लिए काल

    ‘अग्नि से सजे हथियार’: 4.25 लाख स्वदेशी CQB कार्बाइन से सजी भारतीय सेना बनेगी आतंकियों के लिए काल

    अग्निवीर योजना में बड़े बदलाव की तैयारी : ‘अस्थायी’ से ‘स्थायी’ की ओर भारत की नई सैन्य सोच

    अग्निवीर योजना में बड़े बदलाव की तैयारी : ‘अस्थायी’ से ‘स्थायी’ की ओर भारत की नई सैन्य सोच

    सीमा के पार उबलता बारूद: पाकिस्तान की बिखरती रणनीति और भारत की निर्णायक शांति, जानें क्या कर सकता है आतंकिस्तान

    सीमा के पार उबलता बारूद: पाकिस्तान की बिखरती रणनीति और भारत की निर्णायक शांति, जानें क्या कर सकता है आतंकिस्तान

    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    बीबीसी की निराशा और भारत का शांत Gen Z: सड़कों पर आग की नहीं, नवाचार और सुधार की क्रांति

    बीबीसी की निराशा और भारत का शांत Gen Z: सड़कों पर आग की नहीं, नवाचार और सुधार की क्रांति

    ट्रंप से फेस टू फेस होने से बचना चाहते हैं पीएम मोदी, जानें कांग्रेस के इस आरोप में कितना है दम

    ट्रंप से फेस टू फेस होने से बचना चाहते हैं पीएम मोदी, जानें कांग्रेस के इस आरोप में कितना है दम

    अब क्या करेगा पाकिस्तान, भारत की तरह अब अफगानिस्तान भी रोकने जा रहा है पानी, तालिबान का कुनार बांध, चीन की दिलचस्पी और जल-राजनीति के नए दक्षिण एशियाई समीकरण

    अब क्या करेगा पाकिस्तान, भारत की तरह अब अफगानिस्तान भी रोकने जा रहा है पानी, तालिबान का कुनार बांध, चीन की दिलचस्पी और जल-राजनीति के नए दक्षिण एशियाई समीकरण

    ‘अग्नि से सजे हथियार’: 4.25 लाख स्वदेशी CQB कार्बाइनों से सजी भारतीय सेना बनेगी आतंकियों के लिए काल

    ‘अग्नि से सजे हथियार’: 4.25 लाख स्वदेशी CQB कार्बाइन से सजी भारतीय सेना बनेगी आतंकियों के लिए काल

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    गुलामी से कफाला तक: सऊदी अरब के ‘प्रायोजक तंत्र’ का अंत और इस्लामी व्यवस्था के भीतर बदलते समय का संकेत

    गुलामी से कफाला तक: सऊदी अरब के ‘प्रायोजक तंत्र’ का अंत और इस्लामी व्यवस्था के भीतर बदलते समय का संकेत

    जब उल्काएं थीं दीप, और दीप थे उत्सव: यहां जानें, क्यों आतिशबाज़ी भारतीय परंपरा का हिस्सा है, आयातित नहीं?

    जब उल्काएं थीं दीप, और दीप थे उत्सव: यहां जानें, क्यों आतिशबाज़ी भारतीय परंपरा का हिस्सा है, आयातित नहीं?

    राजनीतिक इस्लाम बनाम सनातन चेतना: योगी आदित्यनाथ का वैचारिक शंखनाद और संघ का शताब्दी संकल्प

    राजनीतिक इस्लाम बनाम सनातन चेतना: योगी आदित्यनाथ का वैचारिक शंखनाद और संघ का शताब्दी संकल्प

    पाकिस्तान को डंसेगा उसका अपना ही पाल हुआ सांप, जानें आखिर क्यों नहीं टिक पाएगा पाकिस्तान-अफगानिस्तान की शांति समझौता

    पाकिस्तान को डंसेगा उसका अपना ही पाल हुआ सांप, जानें आखिर क्यों नहीं टिक पाएगा पाकिस्तान-अफगानिस्तान की शांति समझौता

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

क्या फिर तिलमिलाएगा चीन? LAC के पास भारत का बड़ा दांव और पाकिस्तान की बढ़ी बेचैनी

यह परियोजना महज़ विकास का प्रतीक नहीं है, बल्कि एक रणनीतिक कवच भी है। करीब 300 अरब रुपये की लागत से बनने वाली यह रेल लाइनें पूर्वोत्तर के उन इलाकों को जोड़ेगी, जहां अब तक पहुंचना केवल सड़क और वायु मार्ग से संभव था।

Vibhuti Ranjan द्वारा Vibhuti Ranjan
13 September 2025
in फैक्ट चेक, भारत, भू-राजनीति, रक्षा, रणनीति
पीएम मोदी का राष्ट्र के नाम संबोधन

देशवासियों से संबोधन में पीएम मोदी ने स्वदेशी के इस्तेमाल की अपील की

Share on FacebookShare on X

पूर्वोत्तर भारत की पहाड़ियों में पहली बार ट्रेन की सीटी गूंजते ही जैसे इतिहास ने करवट बदली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मिज़ोरम में भारतीय रेलवे की पहुंच का उद्घाटन किया तो यह महज़ एक इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजना का शुभारंभ नहीं था, बल्कि भारत की रणनीतिक दृष्टि का ऐलान था। यह साफ़ संदेश था कि दिल्ली अब सीमांत इलाकों को केवल नक्शे पर देखने भर तक सीमित नहीं रहने वाली, बल्कि वहां की हर घाटी, हर पहाड़ी और हर सीमा चौकी को राष्ट्रीय मुख्यधारा से जोड़ने के लिए ठोस कदम उठा रही है। इस बार केंद्र में है चीन से सटी वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC), जिसके बिल्कुल करीब भारत 500 किलोमीटर लंबा रेल नेटवर्क बिछाने जा रहा है।

यह परियोजना महज़ विकास का प्रतीक नहीं है, बल्कि एक रणनीतिक कवच भी है। करीब 300 अरब रुपये की लागत से बनने वाली यह रेल लाइनें पूर्वोत्तर के उन इलाकों को जोड़ेगी जहां अब तक पहुंचना केवल सड़क और वायु मार्ग से संभव था। भूटान से लेकर बांग्लादेश और म्यांमार की सीमाओं तक, यह नेटवर्क न केवल भारत के लिए आर्थिक और सामाजिक विकास का माध्यम बनेगा बल्कि सुरक्षा की दृष्टि से भी चीन की बेचैनी बढ़ाने वाला होगा।

संबंधितपोस्ट

बीबीसी की निराशा और भारत का शांत Gen Z: सड़कों पर आग की नहीं, नवाचार और सुधार की क्रांति

ट्रंप से फेस टू फेस होने से बचना चाहते हैं पीएम मोदी, जानें कांग्रेस के इस आरोप में कितना है दम

कर्पूरी की धरती से पीएम मोदी का संकल्प: लालटेन का युग खत्म, सुशासन का सवेरा शुरू

और लोड करें

सामरिक महत्व: LAC तक पहुंचती रेल

उत्तर-पूर्व भारत भौगोलिक दृष्टि से जितना संवेदनशील है, उतना ही सामरिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण। अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, नागालैंड और मिज़ोरम की सीमाएँ चीन, म्यांमार और बांग्लादेश से सटी हैं। दशकों तक इन इलाकों को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने में भारी कठिनाइयाँ रहीं। सीमावर्ती गाँवों तक पहुँचना आज भी आसान नहीं। ऐसे में 500 किलोमीटर का नया रेल नेटवर्क न केवल स्थानीय लोगों की जिंदगी बदलेगा, बल्कि सेना के लिए भी गेम-चेंजर साबित होगा।

सैन्य रणनीतिकार मानते हैं कि रेल लाइनें युद्धकालीन हालात में सप्लाई चेन को मजबूत बनाने का सबसे कारगर जरिया हैं। जहाँ अभी सामान पहुँचाने में कई दिन लगते हैं, वहाँ ट्रेनें घंटों में रसद, हथियार और जवानों को मोर्चे पर पहुँचा सकेंगी। चीन की चिंता भी यहीं से शुरू होती है। 1962 के युद्ध में भारत को सबसे ज्यादा नुकसान इसी वजह से हुआ था कि सीमाओं तक संसाधन पहुँचाना बेहद मुश्किल था। मोदी सरकार उस गलती को अब दोहराने के मूड में नहीं।

लद्दाख और पूर्वोत्तर-दो मोर्चों पर काम

उत्तर-पूर्व में रेल लाइन का विस्तार जितना अहम है, उतना ही बड़ा प्लान लद्दाख के लिए भी तैयार किया जा रहा है। रिपोर्टों के मुताबिक बारामूला से आगे रेल लाइन को ले जाकर उसे LAC के बिल्कुल करीब तक पहुँचाने पर चर्चा चल रही है। इसका मतलब है कि भारत हिमालय की ऊँचाइयों पर भी अपनी मौजूदगी को पुख्ता कर रहा है।

यही नहीं, 1962 के युद्ध के बाद बंद पड़े कई हवाई पट्टियों को भी दोबारा खोला जा चुका है। इन्हें ‘एडवांस लैंडिंग ग्राउंड’ (ALG) कहा जाता है। इन पर सैन्य हेलीकॉप्टर और ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट आसानी से उतर सकते हैं। साफ है कि सरकार केवल काग़ज़ी वादे नहीं कर रही, बल्कि ज़मीनी स्तर पर ठोस तैयारियाँ कर रही है।

चीन की बेचैनी और पाकिस्तान की घबराहट

जब भी भारत इस तरह के बड़े कदम उठाता है, बीजिंग में हलचल तेज़ हो जाती है। चीन बार-बार कहता आया है कि भारत पूर्वोत्तर में अपने “बुनियादी ढाँचे” को सामरिक उद्देश्यों के लिए उपयोग न करे। लेकिन हकीकत यह है कि खुद चीन ने तिब्बत और शिनजियांग में हाई-स्पीड रेल नेटवर्क खड़ा कर दिया है, जिसकी पहुँच एलएसी के नज़दीक तक है। ऐसे में भारत का यह कदम संतुलन बनाने की दिशा में देखा जाना चाहिए।

पाकिस्तान की स्थिति और विचित्र है। इस्लामाबाद जानता है कि भारत यदि पूर्वोत्तर को मजबूत कर लेता है, तो “चीन-पाकिस्तान इकॉनॉमिक कॉरिडोर” (CPEC) की चमक फीकी पड़ सकती है। म्यांमार और बांग्लादेश से जुड़कर भारत का व्यापारिक गलियारा पाकिस्तान को दरकिनार कर देगा। यही वजह है कि इस प्रोजेक्ट की घोषणा होते ही पाकिस्तान में भी बेचैनी बढ़ गई है।

विकास और सुरक्षा का संगम

मोदी सरकार का यह कदम केवल सैन्य दृष्टिकोण से नहीं, बल्कि सामाजिक और आर्थिक दृष्टि से भी क्रांतिकारी है। दशकों से उपेक्षित पूर्वोत्तर आज भी राष्ट्रीय मुख्यधारा से मानसिक और भौतिक दूरी महसूस करता रहा है। रेल नेटवर्क उस दूरी को पाटने का सबसे प्रभावी माध्यम है। एक ओर यह कनेक्टिविटी व्यापार, शिक्षा और रोजगार के नए अवसर खोलेगी, वहीं दूसरी ओर सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों का भरोसा भी मजबूत करेगी कि वे भारत के विकास में बराबरी के हिस्सेदार हैं।

सरकार जानती है कि सीमाओं पर सुरक्षा केवल हथियारों से नहीं, बल्कि नागरिकों की भागीदारी से भी होती है। जब गाँवों में सुविधाएँ पहुँचेंगी, जब युवाओं को रोजगार मिलेगा, तभी वे मजबूती से खड़े होकर कह पाएँगे कि यह जमीन हमारी है।

कूटनीतिक संतुलन: बातचीत और तैयारी साथ-साथ

दिलचस्प यह है कि जब भारत सीमाओं को मजबूत करने में जुटा है, उसी समय प्रधानमंत्री मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच हालिया मुलाकात में संबंधों को सामान्य करने पर सहमति बनी। दोनों नेताओं ने कहा कि सीमा विवाद को निष्पक्ष और पारस्परिक रूप से स्वीकार्य समाधान के ज़रिये निपटाया जाना चाहिए। साथ ही वैश्विक व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने की बात भी सामने आई।

यह दोहरी रणनीति मोदी सरकार की खासियत है—बातचीत के दरवाज़े खुले रखो, लेकिन सुरक्षा की तैयारियों में कोई ढिलाई न दो। चीन को यह साफ़ संदेश है कि भारत शांति चाहता है, लेकिन कमजोरी नहीं दिखाएगा।

विपक्ष और अंतरराष्ट्रीय विश्लेषण

स्वाभाविक है कि इतना बड़ा प्रोजेक्ट विपक्ष के निशाने पर भी आएगा। कांग्रेस और अन्य दल सवाल उठा सकते हैं कि इतने बड़े निवेश से स्थानीय लोगों को कितना लाभ मिलेगा, या यह सिर्फ सैन्य दृष्टि से उठाया गया कदम है। लेकिन तथ्य यही है कि सीमाओं की सुरक्षा और विकास को अलग-अलग करके नहीं देखा जा सकता।

अंतरराष्ट्रीय विश्लेषकों के लिए यह प्रोजेक्ट एक और संकेत है कि भारत अब “रक्षात्मक” नहीं, बल्कि “आक्रामक तैयारी” की ओर बढ़ रहा है। अमेरिका, रूस और यूरोप की निगाहें भी इस क्षेत्र पर हैं, क्योंकि पूर्वोत्तर एशिया की राजनीति आने वाले दशकों में निर्णायक साबित हो सकती है।

भारत की नई आत्मविश्वासपूर्ण रणनीति

आख़िरकार सवाल यही है-क्या चीन फिर तिलमिलाएगा? इसका उत्तर शायद हाँ में है। लेकिन इस बार भारत को फर्क नहीं पड़ता। मोदी सरकार ने साफ़ कर दिया है कि राष्ट्रीय सुरक्षा और सीमांत विकास पर कोई समझौता नहीं होगा। रेल नेटवर्क केवल लोहे की पटरियों का जाल नहीं है, बल्कि यह भारत की नई रणनीति का प्रतीक है-विकास और सुरक्षा, दोनों को साथ लेकर चलना।

पाकिस्तान के लिए यह योजना और भी खतरनाक है, क्योंकि उसका ‘रणनीतिक महत्व’ कमज़ोर होगा। चीन के लिए यह एक स्पष्ट संकेत है कि भारत अब केवल “वार्ता” पर भरोसा करने वाला देश नहीं, बल्कि “तैयार” राष्ट्र है।

भारत की नयी पीढ़ी के लिए यह संदेश है कि सीमाएं अब सिर्फ नक्शे पर खींची हुई रेखाएं नहीं रहेंगी, बल्कि उन पर दौड़ती रेलें यह बताएंगी कि भारत हर इंच ज़मीन पर अपनी मजबूत उपस्थिति रखता है। यही आत्मविश्वास आने वाले वर्षों में भारत को वैश्विक शक्ति के रूप में स्थापित करेगा।

Tags: ChinaIndiaLadakhMizoramPakistanPM ModiRail Networkचीनपाकिस्तानपीएम मोदीभारतमिजोरमरेल नेटवर्कलद्दाख
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

वोट चोरी बोलते राहुल, एमएलए चोरी में पकड़े गए!

अगली पोस्ट

कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

संबंधित पोस्ट

बीबीसी की निराशा और भारत का शांत Gen Z: सड़कों पर आग की नहीं, नवाचार और सुधार की क्रांति
भारत

बीबीसी की निराशा और भारत का शांत Gen Z: सड़कों पर आग की नहीं, नवाचार और सुधार की क्रांति

24 October 2025

बीबीसी इंडिया का हालिया लेख Gen Z Rising? Why Young Indians Aren’t Taking to the Streets, पत्रकारिता से अधिक मानसिक युद्ध का प्रतीक लगता है।...

ट्रंप से फेस टू फेस होने से बचना चाहते हैं पीएम मोदी, जानें कांग्रेस के इस आरोप में कितना है दम
चर्चित

ट्रंप से फेस टू फेस होने से बचना चाहते हैं पीएम मोदी, जानें कांग्रेस के इस आरोप में कितना है दम

24 October 2025

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आसियान समिट में वर्चुअल रूप से शामिल होने का निर्णय लिया है। पहली नज़र में यह एक साधारण प्रशासनिक फैसला प्रतीत...

अब क्या करेगा पाकिस्तान, भारत की तरह अब अफगानिस्तान भी रोकने जा रहा है पानी, तालिबान का कुनार बांध, चीन की दिलचस्पी और जल-राजनीति के नए दक्षिण एशियाई समीकरण
कृषि

अब क्या करेगा पाकिस्तान, भारत की तरह अब अफगानिस्तान भी रोकने जा रहा है पानी, तालिबान का कुनार बांध, चीन की दिलचस्पी और जल-राजनीति के नए दक्षिण एशियाई समीकरण

24 October 2025

दक्षिण एशिया के मानचित्र पर नदियां हमेशा से जीवन की नसों की तरह रही हैं। वे केवल खेतों को नहीं सींचतीं, बल्कि संस्कृतियों, सभ्यताओं और...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

The Nepal Template: How BBC Is Subtly Calling for ‘Gen Z’ Riots in India?

The Nepal Template: How BBC Is Subtly Calling for ‘Gen Z’ Riots in India?

00:08:13

Bihar Files: When Scam Money Didn’t Reach Minister’s House but Landed at ‘Boss’ Residence

00:06:22

Why India’s 800-km BrahMos Is a Nightmare for Its Adversaries

00:06:22

The Congress Party’s War on India’s Soldiers: A History of Betrayal and Fear

00:07:39

How Bursting Firecrackers on Deepavali Is an Ancient Hindu Tradition & Not a Foreign Import

00:09:12
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited