अमेरिका का पाकिस्तान को झटका: नई AMRAAM मिसाइलों से इनकार और दक्षिण एशिया में शक्ति संतुलन का संदेश
TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    उत्तर प्रदेश भाजपा में संगठन बदलाव की तैयारी शुरू-  14 दिसंबर को होगा नए प्रदेश अध्यक्ष का ऐलान

    उत्तर प्रदेश भाजपा में संगठन बदलाव की तैयारी शुरू- 14 दिसंबर को होगा नए प्रदेश अध्यक्ष का ऐलान

    नायब सैनी ने लापरवाही के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है

    हरियाणा में खेल विभाग के सचिव-निदेशक का तबादला: लापरवाही को लेकर नायब सरकार का बड़ा एक्शन

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    जैवलिन मिसाइल

    अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

    बांग्लादेश और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की मुलाकात

    ‘हसीना’ संकट के बीच NSA अजित डोभाल की बांग्लादेश के NSA से मुलाकात के मायने क्या हैं?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    भारतीय दर्शन और संविधान

    भारतीय चिंतन दृष्टि से संविधान: ज्ञान परंपरा में नागरिकता का इतिहास

    तालोम रुकबो

    अरुणाचल प्रदेश के वनवासियों को धर्मांतरण से बचाने वाले तालोम रुकबो: एक भूले-बिसरे नायक की कहानी

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह: आजादी की लड़ाई का योद्धा, जिसने काबुल में बनाई थी स्वतंत्र भारत की पहली निर्वासित सरकार

    बी.एन राउ का संविधान निर्माण में बड़ा योगदान है

    क्या बेनेगल नरसिंह राउ थे संविधान के असली निर्माता ? इतिहास ने उनके योगदान को क्यों भुला दिया ?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    उत्तर प्रदेश भाजपा में संगठन बदलाव की तैयारी शुरू-  14 दिसंबर को होगा नए प्रदेश अध्यक्ष का ऐलान

    उत्तर प्रदेश भाजपा में संगठन बदलाव की तैयारी शुरू- 14 दिसंबर को होगा नए प्रदेश अध्यक्ष का ऐलान

    नायब सैनी ने लापरवाही के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है

    हरियाणा में खेल विभाग के सचिव-निदेशक का तबादला: लापरवाही को लेकर नायब सरकार का बड़ा एक्शन

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    जैवलिन मिसाइल

    अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

    बांग्लादेश और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की मुलाकात

    ‘हसीना’ संकट के बीच NSA अजित डोभाल की बांग्लादेश के NSA से मुलाकात के मायने क्या हैं?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    भारतीय दर्शन और संविधान

    भारतीय चिंतन दृष्टि से संविधान: ज्ञान परंपरा में नागरिकता का इतिहास

    तालोम रुकबो

    अरुणाचल प्रदेश के वनवासियों को धर्मांतरण से बचाने वाले तालोम रुकबो: एक भूले-बिसरे नायक की कहानी

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह: आजादी की लड़ाई का योद्धा, जिसने काबुल में बनाई थी स्वतंत्र भारत की पहली निर्वासित सरकार

    बी.एन राउ का संविधान निर्माण में बड़ा योगदान है

    क्या बेनेगल नरसिंह राउ थे संविधान के असली निर्माता ? इतिहास ने उनके योगदान को क्यों भुला दिया ?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

अमेरिका का पाकिस्तान को झटका: नई AMRAAM मिसाइलों से इनकार और दक्षिण एशिया में शक्ति संतुलन का संदेश

अमेरिका ने पाकिस्तान को एडवांस्ड मीडियम रेंज एयर-टू-एयर मिसाइल (AMRAAM) देने से इनकार कर ठोस संदेश दिया है। यह संदेश न सिर्फ़ इस्लामाबाद को है, बल्कि पूरे दक्षिण एशियाई परिदृश्य को भी है।

Vibhuti Ranjan द्वारा Vibhuti Ranjan
10 October 2025
in AMERIKA, आयुध, भारत, भू-राजनीति, रक्षा, रणनीति, विश्व
अमेरिका का पाकिस्तान को झटका: नई AMRAAM मिसाइलों से इनकार और दक्षिण एशिया में शक्ति संतुलन का संदेश

व्यापक संदर्भ में देखा जाए तो यह भारत की कूटनीतिक जीत है।

Share on FacebookShare on X

अंतरराष्ट्रीय कूटनीति की दुनिया में बयान कभी महज़ शब्द नहीं होते, वे संकेत होते हैं, रणनीतिक संदेश होते हैं। अमेरिका ने पाकिस्तान को एडवांस्ड मीडियम रेंज एयर-टू-एयर मिसाइल (AMRAAM) देने से इनकार कर ऐसा ही एक ठोस संदेश दिया है। यह संदेश न सिर्फ़ इस्लामाबाद को है, बल्कि पूरे दक्षिण एशियाई परिदृश्य को भी है। यह निर्णय, भारत-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी की दिशा में एक और निर्णायक कदम माना जा सकता है, जो वॉशिंगटन की नई प्राथमिकताओं को भी रेखांकित करता है।

बीते कुछ दिनों से अंतरराष्ट्रीय मीडिया में खबरें तैर रही थीं कि अमेरिका, पाकिस्तान को अत्याधुनिक AMRAAM मिसाइलें देने जा रहा है। वही मिसाइलें जो 2019 के बालाकोट हमले के बाद पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ इस्तेमाल की कोशिश की थी। इस खबर ने भारतीय रणनीतिक हलकों में हलचल मचा दी थी। लेकिन, शुक्रवार को भारत में अमेरिकी दूतावास ने इस पर साफ और कड़ा बयान जारी कर दिया। दूतावास ने कहा कि पाकिस्तान को किसी नई मिसाइल की आपूर्ति नहीं की जा रही है। जो सौदा है, वह केवल उपकरणों और स्पेयर पार्ट्स तक ही सीमित है। हालांकि, अमेरिका का यह बयान जितना सीधा है, उसके पीछे उतनी ही गहरी कूटनीति भी छिपी है।

संबंधितपोस्ट

पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

और लोड करें

अमेरिका की क्लैरिफिकेशन डिप्लोमेसी

अमेरिकी दूतावास का यह बयान महज़ एक खंडन नहीं, बल्कि एक रणनीतिक clarification है। इसमें कहा गया है कि अमेरिका ने 30 सितंबर को कई देशों को हथियारों के उपकरण बेचने की घोषणा की थी, जिसमें पाकिस्तान भी शामिल था। लेकिन यह केवल रखरखाव, मरम्मत और प्रशिक्षण जैसी तकनीकी आवश्यकताओं से जुड़ा है, न कि किसी नई हथियार प्रणाली की आपूर्ति से।

वैसे देखा जाए तो अमेरिका के इस बयान के दो अर्थ हैं। पहला यह कि अमेरिका नहीं चाहता कि दक्षिण एशिया में हथियारों की दौड़ और बढ़े, खासकर ऐसे समय में जब क्षेत्रीय स्थिरता भारत के साथ उसके साझा हितों में शामिल है। दूसरा, यह संकेत भी स्पष्ट है कि पाकिस्तान अब अमेरिकी रक्षा प्राथमिकताओं की सूची में पहले जैसी जगह नहीं रखता।

एक बात और है कि पिछले एक दशक में अमेरिका की विदेश नीति का झुकाव लगातार भारत की ओर रहा है। चाहे Quad की रणनीति हो, इंडो-पैसिफिक साझेदारी हो या रक्षा तकनीक में सहयोग, भारत अब अमेरिकी हितों का केंद्रीय साझेदार है। इसके विपरीत पाकिस्तान धीरे-धीरे उस दायरे से बाहर होता जा रहा है, जहां कभी वह फ्रंटलाइन एलाय कहलाता था। अफगानिस्तान से अमेरिकी सेनाओं की वापसी के बाद वॉशिंगटन को इस्लामाबाद से अपेक्षित सामरिक लाभ भी नहीं मिल पा रहा। वहीं पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था, राजनीतिक अस्थिरता और चीन के प्रति झुकाव ने अमेरिका के भरोसे को और कमजोर किया है।

इस पृष्ठभूमि में AMRAAM जैसी मिसाइलों की आपूर्ति न करना एक ‘पॉलिसी स्टेटमेंट’ बन जाता है, बल्कि अमेरिका अब पाकिस्तान के प्रति न तो सैन्य उदारता दिखाने के मूड में है और न ही राजनीतिक सहानुभूति।

भारत के दृष्टिकोण से क्यों है अहम

वैसे देखा जाए तो भारत के लिए अमेरिका की यह घोषणा किसी राहत से कम नहीं है। साल 2019 में जब पाकिस्तान ने भारतीय वायुसेना के विमानों पर AMRAAM मिसाइलें दागीं, तो यह सवाल उठा था कि क्या अमेरिका ने F-16 फाइटर जेट्स के साथ ऐसी मिसाइलों का उपयोग केवल काउंटर-टेररिज्म ऑपरेशन्स तक सीमित नहीं रखा था?

हालांकि, अमेरिका ने उस समय भी पाकिस्तान को यह चेतावनी दी थी कि इन मिसाइलों का इस्तेमाल केवल आतंकवाद विरोधी अभियानों के लिए किया जा सकता है, भारत के खिलाफ नहीं। लेकिन, इस्लामाबाद ने उस समझौते का उल्लंघन किया। इसलिए अब जब अमेरिका पाकिस्तान के साथ किसी नई मिसाइल डील से इनकार करता है, तो यह अघोषित रूप से भारत की सुरक्षा चिंताओं की पुष्टि करता है। इसके अलावा वह यह संदेश यह भी देता है कि वॉशिंगटन अब उन देशों को खुले हथियार नहीं देगा जो उसे धोखा दे चुके हैं।

कूटनीति का ‘साइलेंट सिग्नल’

अमेरिका के इस कदम को केवल एक हथियार सौदे से इन्कार नहीं कहा जा सकता। यह एक साइलेंट सिग्नल है, दक्षिण एशिया में कौन उसका भरोसेमंद साझेदार है और कौन नहीं। भारत और अमेरिका के बीच बीते कुछ वर्षों में BECA, COMCASA और LEMOA जैसे रक्षा समझौते हुए हैं, जिन्होंने दोनों देशों के सैन्य सहयोग को नई ऊंचाई दी है। अमेरिका अब भारत को एक ‘नेट सिक्योरिटी प्रोवाइडर’ के रूप में देखता है। एक ऐसी शक्ति जो हिंद-प्रशांत में स्थिरता सुनिश्चित कर सकती है। हालांकि, पाकिस्तान अमेरिका की इस रणनीतिक रेखा से बाहर है। उसकी नीतियां अब भी चीन पर आश्रित हैं, जो अमेरिका के लिए प्रमुख प्रतिद्वंदी है। ऐसे में अमेरिका के लिए पाकिस्तान को आधुनिक हथियार देना अपने ही रणनीतिक हितों के खिलाफ होता।

पाकिस्तान के लिए झटका, चीन के लिए चेतावनी

अमेरिका की इस घोषणा से इस्लामाबाद में झटका महसूस किया जा रहा है। पाकिस्तान की सेना, जो दशकों से अमेरिकी तकनीक पर निर्भर रही है, अब धीरे-धीरे अपने सामरिक उपकरण चीन से प्राप्त कर रही है। मगर चीन की तकनीकी विश्वसनीयता पर सवाल उठते रहे हैं, खासकर युद्धक विमानों और मिसाइलों के क्षेत्र में। अमेरिका के इस इनकार का एक अप्रत्यक्ष प्रभाव यह भी है कि चीन को संदेश मिले कि दक्षिण एशिया में उसका ‘रणनीतिक विस्तार’ अब अमेरिका के निशाने पर रहेगा। वॉशिंगटन यह सुनिश्चित करना चाहता है कि पाकिस्तान चीन के माध्यम से अमेरिकी रक्षा तकनीक का लाभ न उठा सके।

भारत-अमेरिका साझेदारी की गहराई

दरअसल, इस पूरे घटनाक्रम में भारत और अमेरिका के बीच की बढ़ती पारदर्शिता और आपसी भरोसे की झलक भी मिलती है। अमेरिकी दूतावास का यह बयान सीधे भारत की जमीन से जारी किया गया है, न कि वॉशिंगटन से। यह प्रतीकात्मक नहीं, बल्कि रणनीतिक कदम है। यह दर्शाता है कि अमेरिका अपने दक्षिण एशिया नीति की घोषणा भारत की राजधानी से करना चाहता है।

यहां बता दें कि पिछले कुछ महीनों में भारत और अमेरिका के बीच रक्षा, प्रौद्योगिकी, और खुफिया सहयोग में जबरदस्त वृद्धि हुई है। सेमीकंडक्टर से लेकर जेट इंजन निर्माण तक की साझेदारियां इस बात का संकेत हैं कि वॉशिंगटन अब भारत को ‘ग्लोबल सिक्योरिटी आर्किटेक्चर’ का हिस्सा मान चुका है।

पाकिस्तान का ‘पॉलिसी पैरालिसिस’

दूसरी ओर पाकिस्तान एक गहरे नीति संकट में है। आर्थिक मोर्चे पर वह IMF की शर्तों में जकड़ा हुआ है, राजनीतिक अस्थिरता ने उसके शासन ढांचे को कमजोर करके रख दिया है और विदेश नीति पूरी तरह ‘रीएक्टिव’ हो चुकी है। इस्लामाबाद यह भी भलीभांति जानता है कि अमेरिका के साथ उसके रिश्तों में अब कोई ‘सैन्य रोमांस’ नहीं बचा है। अफगानिस्तान में तालिबान के पुनरुत्थान के बाद पाकिस्तान ने जिस तरह का दोहरा खेल खेला, उसने वॉशिंगटन को उसकी ‘अनिश्चित वफादारी’ का एहसास करा दिया।

इसलिए अमेरिका अब पाकिस्तान को केवल एक लो-प्रायोरिटी रिसीवर के रूप में देखता है। एक ऐसा देश जिसे सिर्फ़ न्यूनतम रक्षा रखरखाव के स्तर तक सीमित समर्थन दिया जाएगा, ताकि वह पूरी तरह चीन के पाले में न चला जाए, लेकिन उसे रणनीतिक बढ़त भी न मिले।

भारत की कूटनीतिक जीत

यदि व्यापक संदर्भ में देखा जाए तो यह भारत की कूटनीतिक जीत है। वॉशिंगटन अब न केवल नई दिल्ली की सुरक्षा चिंताओं को स्वीकार कर रहा है, बल्कि उन्हें अपनी नीतियों का हिस्सा बना रहा है। AMRAAM मिसाइल डील का खंडन उस नीति का विस्तार है जो कहती है South Asia’s stability depends on India’s security, not Pakistan’s militarisation.

अमेरिका अब इस क्षेत्र में वही नीति लागू कर रहा है, जिसे भारत लंबे समय से कहता आया है स्थिरता का आधार लोकतंत्र, पारदर्शिता और जिम्मेदार शक्ति-संतुलन है। पाकिस्तान का इतिहास इन तीनों के विपरीत रहा है।

डिप्लोमेटिक डिनायल का संदेश

अमेरिका का यह इनकार केवल एक हथियार सौदे की कहानी नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय राजनीति का डिप्लोमेटिक डिनायल है। ऐसा डिनायल जो शब्दों से अधिक प्रभावशाली है। यह संकेत है कि वैश्विक राजनीति अब दो ध्रुवों पर नहीं, बल्कि साझेदारियों के नेटवर्क पर टिक रही है और भारत उस नेटवर्क का केंद्रीय स्तंभ बन चुका है। पाकिस्तान अब उस परिधि में खड़ा है, जहां उसकी सैन्य भूख और राजनीतिक अविश्वसनीयता, दोनों उसे अलग-थलग कर रहे हैं।

Tags: AMRAAM missile dealAMRAAM मिसाइल डीलChinaIndiamissile deal deniedPakistanUSअमेरिकाचीनपाकिस्तानभारतमिसाइल डील से इन्कार
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

ट्रम्प देखते रहे, वेनेज़ुएला की मचाडो ने जीता नोबेल शांति पुरस्कार

अगली पोस्ट

भारत धर्मशाला नहीं है: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की चेतावनी को ऐसे समझें

संबंधित पोस्ट

चक्रवात दित्वाह ने श्रीलंका में भारी तबाही मचाई है
चर्चित

चक्रवात ‘दित्वाह’ से लड़ रहे श्री लंका की मदद को भारत ने बढ़ाया हाथ, ऑपरेशन ‘सागर बंधु’ ने बताया भारत क्यों है सबसे ‘भरोसेमंद’ पड़ोसी

29 November 2025

श्री लंका वक्त, बीते कुछ वर्षों की सबसे बड़ी और खतरनाक प्राकृतिक आपदाओं में से एक का सामना कर रहा है। चक्रवात दित्वाह ने वहां...

शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है
आयुध

पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

28 November 2025

पाकिस्तान ने हाल ही में अपनी “शिप-लॉन्च्ड एंटी-शिप बैलिस्टिक मिसाइल (ASBM)” का परीक्षण किया है। पाकिस्तान की तरफ़ से SMASH नाम की इस एंटीशिप मिसाइल...

ऑपरेशन सिंदूर 2:0
मत

दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

21 November 2025

पाकिस्तान एक आतंकी मुल्क है और इसमें शायद ही किसी को कोई संशय हो, ख़ुद पाकिस्तान के मित्र भी न सिर्फ इसे अच्छी तरह जानते...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

A War Won From Above: The Air Campaign That Changed South Asia Forever

A War Won From Above: The Air Campaign That Changed South Asia Forever

00:07:37

‘Mad Dog’ The EX CIA Who Took Down Pakistan’s A.Q. Khan Nuclear Mafia Reveals Shocking Details

00:06:59

Dhurandar: When a Film’s Reality Shakes the Left’s Comfortable Myths

00:06:56

Tejas Under Fire — The Truth Behind the Crash, the Propaganda, and the Facts

00:07:45

Why Rahul Gandhi’s US Outreach Directs to a Web of Shadow Controversial Islamist Networks?

00:08:04
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited