पाकिस्तान के आर्मी चीफ और हाल ही में फील्ड मार्शल बनाए गए जनरल आसिम मुनीर एक बार फिर गंभीर विवादों में फंस गए हैं। लीबिया दौरे के दौरान उनकी एक तस्वीर सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल गई है, जिसमें वह बुलेटप्रूफ जैकेट पहने नजर आ रहे हैं। तस्वीर सामने आते ही पाकिस्तान की राजनीति और फौजी प्रतिष्ठान पर सवालों की बौछार शुरू हो गई है।
इस तस्वीर ने इसलिए भी तूल पकड़ लिया है क्योंकि कुछ ही दिन पहले आसिम मुनीर के कट्टर आलोचक और पूर्व मंत्री मिर्जा शहजाद अकबर ने सनसनीखेज दावा किया था कि“आसिम मुनीर कायर हैं, बिना बुलेटप्रूफ जैकेट के कहीं निकलने की हिम्मत नहीं रखते।”अब वायरल तस्वीर को उसी बयान की पुष्टि के तौर पर पेश किया जा रहा है, जिससे सेना प्रमुख की छवि पर सीधा हमला माना जा रहा है।
सोशल मीडिया पर लोग तीखे सवाल उठा रहे हैं—
जिस पाकिस्तानी सेना को दुनिया की ‘सबसे बहादुर सेनाओं’ में गिनाने का दावा किया जाता है, उसका सर्वोच्च सेनापति खुद विदेशी धरती पर भी खुद को सुरक्षित महसूस नहीं करता? क्या पाकिस्तान के भीतर हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि सेना प्रमुख को हर पल अपनी जान का डर सताने लगा है?
कई विश्लेषक इसे पाकिस्तान की आंतरिक अराजकता, आतंक के डर, सेना के भीतर गुटबाजी और सत्ता संघर्ष का नतीजा बता रहे हैं। कुछ यूजर्स ने यहां तक कहा कि बुलेटप्रूफ जैकेट में नजर आए आसिम मुनीर, पाकिस्तान की कमजोर होती फौजी पकड़ और डगमगाते नेतृत्व का प्रतीक बन चुके हैं।
अब तक न तो पाकिस्तान सेना और न ही आसिम मुनीर की ओर से इस वायरल तस्वीर पर कोई सफाई दी गई है। समर्थक इसे ‘सुरक्षा प्रोटोकॉल’ बताकर बचाव में जुटे हैं, लेकिन आलोचकों का कहना है कि यह सिर्फ सुरक्षा नहीं, बल्कि डर और अविश्वास की तस्वीर है।
फिलहाल, बुलेटप्रूफ जैकेट में दिखाई दिए फील्ड मार्शल आसिम मुनीर की यह तस्वीर पाकिस्तान में सैन्य नेतृत्व, सत्ता की स्थिरता और सेना की कथित मजबूती के दावों को कठघरे में खड़ा कर चुकी है।
































