उत्तराखंड की तर्ज पर हरियाणा विधानसभा में उठी लिव – इन – रिलेशनशिप को कंडीशनल बनाने की मांग

लक्ष्मण यादव ने कहा कि लिव-इन-रिलेशनशिप को पूरी तरह खुला छोड़ देना समाज के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। उन्होंने इसे कंडीशनल बनाने की मांग करते हुए कहा कि इसके लिए स्पष्ट नियम और शर्तें तय की जानी चाहिए.

भाजपा विधायक लक्ष्मण यादव

भाजपा विधायक लक्ष्मण यादव

हरियाणा विधानसभा में लिव-इन-रिलेशनशिप को लेकर तीखी बहस देखने को मिली। भाजपा विधायक लक्ष्मण यादव ने सदन में यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि आजकल लिव-इन-रिलेशनशिप एक “सामाजिक बीमारी” के रूप में फैल रही है, जिस पर नियंत्रण और नियमन जरूरी हो गया है।

विधायक लक्ष्मण यादव ने कहा कि लिव-इन-रिलेशनशिप को पूरी तरह खुला छोड़ देना समाज के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। उन्होंने इसे कंडीशनल बनाने की मांग करते हुए कहा कि इसके लिए स्पष्ट नियम और शर्तें तय की जानी चाहिए, ताकि किसी भी पक्ष के साथ अन्याय न हो।

उन्होंने उत्तराखण्ड सरकार के मॉडल का उल्लेख करते हुए कहा कि वहां लिव-इन-रिलेशनशिप के लिए वैध रजिस्ट्रेशन का प्रावधान किया गया है। उनके अनुसार, इस तरह की व्यवस्था से रिश्तों में पारदर्शिता आएगी और महिलाओं व बच्चों के अधिकारों की बेहतर सुरक्षा सुनिश्चित हो सकेगी।

विधायक ने यह भी कहा कि बिना किसी कानूनी ढांचे के लिव-इन-रिलेशनशिप से सामाजिक असंतुलन और कानूनी विवाद बढ़ रहे हैं। इसलिए हरियाणा सरकार को भी इस दिशा में गंभीरता से विचार करना चाहिए।

इस मुद्दे पर सदन में अलग-अलग मत सामने आए। जहां कुछ सदस्यों ने इसे सामाजिक व्यवस्था और सुरक्षा से जोड़कर देखा, वहीं कुछ ने इसे व्यक्तिगत स्वतंत्रता से जुड़ा विषय बताते हुए सावधानी बरतने की जरूरत पर जोर दिया।

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