'आर्मीनिया' के लिए खोज परिणाम

आर्मीनिया को सुरक्षा सहायता प्रदान कर एर्दोगन को चुनौती देने के लिए तैयार है भारत

तुर्की उन देशों की सूची में शामिल है, जिसे भारत के एक बड़े दुश्मन की तरह देखा जाता है। कई मौकों पर ऐसा देखने को मिला है जब तुर्की का रवैया भारत विरोधी रहा है। वे पाकिस्तान का काफी ...

तुर्की और अजरबैजान के खिलाफ ईसाई देश आर्मीनिया की मदद के अलावा इरान के पास कोई विकल्प नहीं

आर्मीनिया-अज़रबैजान विवाद में लगातार क्षेत्रीय ताक़तें हिस्सा लेती जा रही हैं। पहले तुर्की, फिर रूस और अब लगता है ईरान भी इस विवाद में कूदने की पूरी तैयारी कर चुका है। आधिकारिक तौर पर ईरान ने दोनों ही पक्षों ...

कैसे रूस अब अजरबैजान-आर्मीनिया की लड़ाई में एंट्री लेने वाला है

अज़रबैजान और आर्मीनिया के बीच विवादित Nagorno-Karabakh क्षेत्र को लेकर दोनों देशों में जारी विवाद गहराता जा रहा है। पहले तो CSTO का बहाना देकर युद्ध में न आने की बात करने वाले रूस को अब युद्ध में कूदने ...

“सारा तेल का खेल है”, आर्मीनिया-अज़रबैजान के युद्ध से आखिर दुनिया चिंतित क्यों है?

अज़रबैजान और Armenia (आर्मीनिया) की लड़ाई अब एक हिंसक युद्ध की ओर अग्रसर हो रही है। वे Nagorno Karabakh नामक क्षेत्र के लिए लड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं। लेकिन जिस प्रकार से इन दो छोटे देशों के बीच ...

इस बार भारत ने तुर्की का टेंटुआ दबाने का दांव खेल दिया है

आज के समय में भारत हर तरह से मजबूत बन रहा है, फिर चाहे बात अर्थव्यवस्था की हो या फिर विदेश नीति की। वर्तमान समय में विकास के क्रम में भारत ने जो स्थान प्राप्त किया है उससे वैश्विक ...

तुर्की को अब तक भारत दुलार-पुचकार रहा था, लेकिन अब और नहीं

कहते हैं जब आपके पास शक्ति होती है तो बड़े से बड़े सूरमा भी आपके आगे नतमस्तक हो जाते है, हर कोई आपसे मित्रता करना चाहता है, सभी आपकी बातों को महत्व देते हैं। मौजूदा समय में विश्वपटल पर ...

भारत तुर्की को सिखा रहा है सबक, चीन संभल जाए नहीं तो देर हो जाएगी

भारत की कूटनीतिक ताकत से आज पूरी दुनिया परिचित है। रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान भारत ने जो निर्णय लिया, उस निर्णय के बाद पूरी दुनिया ने देखा कि भारत कैसे उस पर मजबूती से खड़ा रहा। वो निर्णय आसान ...

INS विक्रांत का पुनर्जन्म: भारतीय नौसेना का गौरव

2 सितंबर 2022 – यह दिन भारतीय इतिहास के स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा। ऐसा इसलिए क्योंकि इस दिन भारत का सर्वप्रथम, स्वनिर्मित नौसैनिक एयरक्राफ्ट कैरियर ‘INS विक्रांत’ को भारत की सेवा में सौंप दिया जाएगा। इस निर्णय से ...

गोर्बाचेव की कमजोर नीतियों और ‘घटिया नेतृत्व’ के कारण हुआ था USSR का विघटन, समझिए कैसे?

'पश्चिमी देशों के नायक और अपने देश के खलनायक' सोवियत संघ के आखिरी राष्ट्रपति मिखाइल गोर्बाचेव के लिए यह शब्द एकदम सटीक बैठते हैं। शीत युद्ध समाप्त करने के कारण कई देश उन्हें एक हीरो की तरह देखते आ ...

भारत को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि रूस पहले UPI और RuPay में ग्रेजुएट हो!

मुश्किल समय में जो साथ निभाए वही सच्चा दोस्त होता है। जब यूक्रेन के विरुद्ध रूस ने युद्ध छेड़ा तो भारत उसके साथ सच्चे दोस्त की तरह खड़ा रहा। पश्चिमी देशों के दबाव के बावजूद भारत ने रूस के ...

एक के बाद एक “abstain” मार के भारत ने विश्व को एक मज़बूत संदेश भेजा है

रूस-यूक्रेन विवाद जहां एक ओर दिन-प्रतिदिन रौद्र स्वरुप लेता जा रहा है, तो वहीं अधिकांश पश्चिमी देश रूस को घेरते हुए उसे दुनियाभर का सबसे बड़ा मानवाधिकार उल्लंघनकर्ता बना रहे हैं। ऐसे में अब तक संयुक्त राष्ट्र महासभा में ...

Far East में निवेश के निर्णय के बाद, भारत चाबहार के जरिये मुंबई से मॉस्को को जोड़ेगा

भारत मध्य एशिया के जरिये अपने International North South Transport Corridor को विकसित कर मुंबई से मॉस्को के बीच एक सीधा व्यापारिक रूट विकसित करना चाहता है। इसी कड़ी में अब भारत सरकार ने ईरान में स्थित चाबहार पोर्ट ...

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