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जहीरुद्दीन मुहम्मद बाबर: कैसे समरकन्द का भगोड़ा बना मुगल साम्राज्य का संस्थापक

जहीरुद्दीन मुहम्मद बाबर: कैसे समरकन्द का भगोड़ा बना मुगल साम्राज्य का संस्थापक

जहीरुद्दीन मुहम्मद बाबर: जब NCERT ने मुगलों के उल्लेख को इतिहास के पुस्तकों से हटाया, तो कई लोग द्रवित थे, और आप विश्वास नहीं मानोगे, उन लोगों में मैं भी सम्मिलित था। इसलिए नहीं कि मुगल महान थे, अपितु मुझे चिंता इस बात की अधिक थी कि मुगलों का वास्तविक ...

Blinken was not in India for India, he was here for Russia

जी 20 मंच का इस्तेमाल रूस के विरुद्ध करने के प्रयासों में लगा है अमेरिका

जो दिखता है, आवश्यक नहीं कि वही सत्य हो। पिछले कुछ दिनों से अमेरिका कुछ ही ज़्यादा “भारत का हितैषी” दिखने को उद्यत है। वह संसार को यह दिखाना चाहता है कि भारत के लिए यदि कोई सबसे अधिक चिंतित है तो वह अमेरिका ही है, परंतु जी 20 सम्मेलन ...

The New Axis of Influence: Here's Trying to Understand Putin and Doval's dialogue

रूसी राष्ट्रपति पुतिन और NSA अजीत डोभाल के बीच हुई बातचीत का क्या अर्थ हैं? समझिए

Putin Doval meeting: भारत वैश्विक स्तर पर आगे की ओर तीव्र गति से बढ़ता जा रहा है- चाहे बात आर्थिक क्षेत्र की हो या फिर रक्षा क्षेत्र की। यही कारण है कि आज विश्व के कई देश भारत के साथ हाथ मिलाना चाहते हैं। अब हाल ही में एनएसए अजीत ...

"They want to destroy the Indian pharmaceutical industry", that's why it is being targeted again and again

“वे भारतीय दवा उद्योग को बर्बाद करना चाहते हैं”, इसीलिए बार-बार बनाया जा रहा है निशाना

जब कमजोर समझे जाने वाले लोग तरक्की करने लगते हैं तो कुछ लोगों को कुछ अधिक ही तकलीफ होती है। भारत इस समय प्रत्येक मुद्दे पर एक अहम वैश्विक ताकत बनकर उभरा है। आर्थिक हो या कूटनीतिक सभी में भारत ने अमेरिका जैसे देशों को घुटनों पर लाने में कोई ...

SCO, which was formed to compete with West, is now stuck in its own problems?

पश्चिम को टक्कर देने के लिए बना SCO अब अपनी ही समस्याओं में उलझकर रह गया है?

कुछ संगठन शुरू तो पूरे उत्साह के साथ किए जाते हैं लेकिन आंतरिक बाधाओं के चलते उन्हें ही मुसीबतों का सामना करना पड़ता है। दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन कुछ इसी तरीके से बर्बादी की कगार पर पहुंच गया। यह कहा ही जाता कि जब लोग निजी मुद्दों को हल ...

India dominated geopolitics in 2022, but it was only a humble beginning

2022 में धाक जमाई, 2023 में भारत की कूटनीति कैसी रहेगी?

वर्ष 2022 बीत चुका है, दुनिया नई संभावनाओं, महत्वाकाक्षाओं और नई उमंग के साथ वर्ष 2023 में प्रवेश कर चुकी है। बीते वर्ष विश्व कई घटनाओं का साक्षी बना। दुनिया ने जहां एक ओर रूस-यूक्रेन युद्ध देखा तो वहीं दूसरी ओर चीन और अमेरिका के बीच की बढ़ती तल्खी भी ...

भारत दवा

दवा माफिया पर सरकार कर रही है जबरदस्त सर्जिकल स्ट्राइक

स्वास्थ्य संबंधी हर रोग के समाधान के लिए लोग दवाओं का सेवन करते हैं इसलिए आए दिन दवाओं की आवश्यकता पड़ती रहती है। लेकिन जिन दवाओं का सेवन हम ठीक होने के लिए करते हैं वो ही हमारे स्वास्थ्य के लिए घातक साबित हो सकती हैं क्योंकि जिन दवाओं को ...

रूस-यूक्रेन युद्ध

रूस-यूक्रेन के बीच शांति समझौते के लिए इस रणनीति को अपना रहे हैं पीएम मोदी

24 फरवरी, 2022 को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन में एक स्पेशल मिलिट्री ऑपरेशन का ऐलान किया. उसके बाद से निरंतर दोनों देशों के बीच युद्ध चल रहा है. इस युद्ध के साथ-साथ वैश्विक राजनीति में कई बड़े बदलाव हमें देखने को मिल रहे हैं. युद्ध की शुरूआत ...

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चीन में तख्तापलट, शी जिनपिंग हुए हाउस अरेस्ट?

कहते हैं कुछ भी सदैव के लिए विद्यमान नहीं रहता और ये बात चीन के लिए भी लागू होती है। यदि शी जिनपिंग को लग रहा था कि वह अनंतकाल तक चीन के राष्ट्राध्यक्ष रहेंगे तो यह निस्संदेह उनकी बचकानी सोच का परिणाम था। परंतु जो सूचनाएं अभी मिल रही ...

PM Modi and Erdogan

भारत ने तुर्की की कमजोर नस क्या दबाई, एर्दोगन तो मिमियाने लगा!

ये नया भारत है, पंगा लोगे तो वैश्विक स्तर पर 'निर्वस्त्र' कर दिए जाओगे।‌ वर्तमान परिदृश्य में देखें तो भारतीय कूटनीति वैश्विक स्तर पर सबसे बेहतरीन और बेजोड़ मानी जा रही है और इसकी वजह हैं देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी। यह वो नाम है जिसकी गूंज आज उनकी गैरमौजूदगी ...

Prime Minister Modi avoided Jinping as if he was not even there

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शी जिनपिंग को ऐसे इग्नोर किया मानो वो वहां हो ही नहीं

चाहे पथ में शूल बिछाओ चाहे ज्वालामुखी बसाओ, किंतु मुझे जब जाना ही है तलवारों की धारों पर भी, हँस कर पैर बढ़ा लूँगा मैं! हार न अपनी मानूंगा मैं!   गोपालदास नीरज की यह कविता मैंने आपको एक उद्देश्य के साथ सुनाई है. एक राष्ट्र के तौर पर हम ...

Jinping, Modi and Rajnath singh

लद्दाख: चालबाज चीन की चाल से बचे भारत, सुरक्षा में कटौती हो सकती है घातक

पाकिस्तान और चीन, भारत के दो ऐसे पड़ोसी हैं जो भारत के प्रति अपनी कुंठा के चक्कर में अपना सबकुछ बर्बाद कर रहे हैं। आतंकपरस्त पाकिस्तान तो पहले ही बर्बाद हो चुका है लेकिन चीन अभी भी भारत के लिए सिरदर्द बना हुआ है। बात वर्ष 2020 की है जब ...

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