• About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
TFI Official Merchandise
TFI English
TFI Global
Thursday, September 28, 2023
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    मुंगेर और मोदीनगर की राह पर चल पड़ा है शिवकाशी!

    मुंगेर और मोदीनगर की राह पर चल पड़ा है शिवकाशी!

    NIA ने किया पन्नू और हरदीप निज्जर की सम्पत्तियों पर प्रहार!

    NIA ने किया पन्नू और हरदीप निज्जर की सम्पत्तियों पर प्रहार!

    जो कभी हार न माने, वो अंतिम पंघाल!

    जो कभी हार न माने, वो अंतिम पंघाल!

    हरदीप सिंह निज्जर थे कैनेडियाई इंटेलिजेंस के निरंतर संपर्क में!

    हरदीप सिंह निज्जर थे कैनेडियाई इंटेलिजेंस के निरंतर संपर्क में!

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    Success story: कैसे TVS ने ट्रक उत्पादन से “मोटरसाइकिल सम्राट” तक की यात्रा तय की!

    Success story: कैसे TVS ने ट्रक उत्पादन से “मोटरसाइकिल सम्राट” तक की यात्रा तय की!

    ASUS अपने उत्पादन केंद्र सहित आएगा भारत!

    ASUS अपने उत्पादन केंद्र सहित आएगा भारत!

    क्यों IKEAs एवं Urban Ladders आसानी से नहीं ले पाएंगे आपके फ्रेंडली बढ़ई का स्थान!

    क्यों IKEAs एवं Urban Ladders आसानी से नहीं ले पाएंगे आपके फ्रेंडली बढ़ई का स्थान!

    भारत के जॉब मार्केट में आया उछाल: 5.2 करोड़ नए जॉब्स का सृजन, २७ प्रतिशत मिले महिलाओं को?

    भारत के जॉब मार्केट में आया उछाल: 5.2 करोड़ नए जॉब्स का सृजन, २७ प्रतिशत मिले महिलाओं को?

    • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    Hamraaz Payslip

    “Hamraaz Payslip” से भुगतान पर सेना के कर्मचारियों को मिलने वाले लाभ

    Paramjit Singh Panjwar shot dead: अपनी भारतीय सेना पे पूर्ण विश्वास रखें!

    Paramjit Singh Panjwar shot dead: अपनी भारतीय सेना पे पूर्ण विश्वास रखें!

    Pralay Nirbhay Missile

    Pralay Nirbhay Missile: अब चीन की आँखों में आँखें डालकर घूरेंगे भारतीय मिसाइल

    अब भारतीय सेना के पास होंगी अपनी सैटेलाइट

    अब भारतीय सेना के पास होंगी अपनी सैटेलाइट

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    कैनेडियाई पत्रकार ने दिया अनोखा प्रस्ताव: “पाकिस्तान से क्यों नहीं मांगते खालिस्तान?”

    कैनेडियाई पत्रकार ने दिया अनोखा प्रस्ताव: “पाकिस्तान से क्यों नहीं मांगते खालिस्तान?”

    “Quebec movement” में भारत की रूचि बढ़ा रही ट्रूडो की चिंता!

    “Quebec movement” में भारत की रूचि बढ़ा रही ट्रूडो की चिंता!

    “नमस्ते फ्रॉम भारत”: वैश्विक व्यवस्था के लिए जयशंकर का स्पष्ट सन्देश!

    “नमस्ते फ्रॉम भारत”: वैश्विक व्यवस्था के लिए जयशंकर का स्पष्ट सन्देश!

    अब ट्रूडो के दावों को कैनेडियाई मीडिया ही कर रहा “फैक्ट चेक!”

    अब ट्रूडो के दावों को कैनेडियाई मीडिया ही कर रहा “फैक्ट चेक!”

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    जब बी आर अम्बेडकर ने दी निज़ाम शाही को खुली चुनौती

    जब बी आर अम्बेडकर ने दी निज़ाम शाही को खुली चुनौती

    निज़ामशाही के सेवक से भारत के रक्षक तक : लेफ्टिनेंट कर्नल आर्देशिर तारापोर की अद्भुत कथा

    निज़ामशाही के सेवक से भारत के रक्षक तक : लेफ्टिनेंट कर्नल आर्देशिर तारापोर की अद्भुत कथा

    कैसे एक अमेरिकी महिला ने हमारा सिक्किम लगभग छीन लिया!

    कैसे एक अमेरिकी महिला ने हमारा सिक्किम लगभग छीन लिया!

    पीढ़ा और अन्य भारतीय फर्नीचर जो अब ढूंढें से नहीं मिलते!

    पीढ़ा और अन्य भारतीय फर्नीचर जो अब ढूंढें से नहीं मिलते!

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    जो कभी हार न माने, वो अंतिम पंघाल!

    जो कभी हार न माने, वो अंतिम पंघाल!

    अब बॉलीवुड में नहीं काम करेगी नयनतारा?

    अब बॉलीवुड में नहीं काम करेगी नयनतारा?

    किस्से एशियाई खेलों के: जब 2014 में भारतीय हॉकी का पुनः उदय हुआ

    किस्से एशियाई खेलों के: जब 2014 में भारतीय हॉकी का पुनः उदय हुआ

    किरण राव का डर बिल्कुल वास्तविक है, और इसकी बहुत जरूरत है!

    किरण राव का डर बिल्कुल वास्तविक है, और इसकी बहुत जरूरत है!

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    मुंगेर और मोदीनगर की राह पर चल पड़ा है शिवकाशी!

    मुंगेर और मोदीनगर की राह पर चल पड़ा है शिवकाशी!

    NIA ने किया पन्नू और हरदीप निज्जर की सम्पत्तियों पर प्रहार!

    NIA ने किया पन्नू और हरदीप निज्जर की सम्पत्तियों पर प्रहार!

    जो कभी हार न माने, वो अंतिम पंघाल!

    जो कभी हार न माने, वो अंतिम पंघाल!

    हरदीप सिंह निज्जर थे कैनेडियाई इंटेलिजेंस के निरंतर संपर्क में!

    हरदीप सिंह निज्जर थे कैनेडियाई इंटेलिजेंस के निरंतर संपर्क में!

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    Success story: कैसे TVS ने ट्रक उत्पादन से “मोटरसाइकिल सम्राट” तक की यात्रा तय की!

    Success story: कैसे TVS ने ट्रक उत्पादन से “मोटरसाइकिल सम्राट” तक की यात्रा तय की!

    ASUS अपने उत्पादन केंद्र सहित आएगा भारत!

    ASUS अपने उत्पादन केंद्र सहित आएगा भारत!

    क्यों IKEAs एवं Urban Ladders आसानी से नहीं ले पाएंगे आपके फ्रेंडली बढ़ई का स्थान!

    क्यों IKEAs एवं Urban Ladders आसानी से नहीं ले पाएंगे आपके फ्रेंडली बढ़ई का स्थान!

    भारत के जॉब मार्केट में आया उछाल: 5.2 करोड़ नए जॉब्स का सृजन, २७ प्रतिशत मिले महिलाओं को?

    भारत के जॉब मार्केट में आया उछाल: 5.2 करोड़ नए जॉब्स का सृजन, २७ प्रतिशत मिले महिलाओं को?

    • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    Hamraaz Payslip

    “Hamraaz Payslip” से भुगतान पर सेना के कर्मचारियों को मिलने वाले लाभ

    Paramjit Singh Panjwar shot dead: अपनी भारतीय सेना पे पूर्ण विश्वास रखें!

    Paramjit Singh Panjwar shot dead: अपनी भारतीय सेना पे पूर्ण विश्वास रखें!

    Pralay Nirbhay Missile

    Pralay Nirbhay Missile: अब चीन की आँखों में आँखें डालकर घूरेंगे भारतीय मिसाइल

    अब भारतीय सेना के पास होंगी अपनी सैटेलाइट

    अब भारतीय सेना के पास होंगी अपनी सैटेलाइट

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    कैनेडियाई पत्रकार ने दिया अनोखा प्रस्ताव: “पाकिस्तान से क्यों नहीं मांगते खालिस्तान?”

    कैनेडियाई पत्रकार ने दिया अनोखा प्रस्ताव: “पाकिस्तान से क्यों नहीं मांगते खालिस्तान?”

    “Quebec movement” में भारत की रूचि बढ़ा रही ट्रूडो की चिंता!

    “Quebec movement” में भारत की रूचि बढ़ा रही ट्रूडो की चिंता!

    “नमस्ते फ्रॉम भारत”: वैश्विक व्यवस्था के लिए जयशंकर का स्पष्ट सन्देश!

    “नमस्ते फ्रॉम भारत”: वैश्विक व्यवस्था के लिए जयशंकर का स्पष्ट सन्देश!

    अब ट्रूडो के दावों को कैनेडियाई मीडिया ही कर रहा “फैक्ट चेक!”

    अब ट्रूडो के दावों को कैनेडियाई मीडिया ही कर रहा “फैक्ट चेक!”

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    जब बी आर अम्बेडकर ने दी निज़ाम शाही को खुली चुनौती

    जब बी आर अम्बेडकर ने दी निज़ाम शाही को खुली चुनौती

    निज़ामशाही के सेवक से भारत के रक्षक तक : लेफ्टिनेंट कर्नल आर्देशिर तारापोर की अद्भुत कथा

    निज़ामशाही के सेवक से भारत के रक्षक तक : लेफ्टिनेंट कर्नल आर्देशिर तारापोर की अद्भुत कथा

    कैसे एक अमेरिकी महिला ने हमारा सिक्किम लगभग छीन लिया!

    कैसे एक अमेरिकी महिला ने हमारा सिक्किम लगभग छीन लिया!

    पीढ़ा और अन्य भारतीय फर्नीचर जो अब ढूंढें से नहीं मिलते!

    पीढ़ा और अन्य भारतीय फर्नीचर जो अब ढूंढें से नहीं मिलते!

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    जो कभी हार न माने, वो अंतिम पंघाल!

    जो कभी हार न माने, वो अंतिम पंघाल!

    अब बॉलीवुड में नहीं काम करेगी नयनतारा?

    अब बॉलीवुड में नहीं काम करेगी नयनतारा?

    किस्से एशियाई खेलों के: जब 2014 में भारतीय हॉकी का पुनः उदय हुआ

    किस्से एशियाई खेलों के: जब 2014 में भारतीय हॉकी का पुनः उदय हुआ

    किरण राव का डर बिल्कुल वास्तविक है, और इसकी बहुत जरूरत है!

    किरण राव का डर बिल्कुल वास्तविक है, और इसकी बहुत जरूरत है!

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें

जी 20 मंच का इस्तेमाल रूस के विरुद्ध करने के प्रयासों में लगा है अमेरिका

समझिए कैसे?

Animesh Pandey
द्वारा Animesh Pandey
3 March 2023
in विश्व
0
Blinken was not in India for India, he was here for Russia

Source: The Hindu

112
व्यूज़
Share on FacebookShare on Twitter

जो दिखता है, आवश्यक नहीं कि वही सत्य हो। पिछले कुछ दिनों से अमेरिका कुछ ही ज़्यादा “भारत का हितैषी” दिखने को उद्यत है। वह संसार को यह दिखाना चाहता है कि भारत के लिए यदि कोई सबसे अधिक चिंतित है तो वह अमेरिका ही है, परंतु जी 20 सम्मेलन में आगमन से पूर्व अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने वही किया, जिसकी आशा किसी विश्लेषक को न थी, और इससे एक बार फिर यही स्पष्ट होता है कि अमेरिका अपनी हरकतों से बाज़ नहीं आ सकता।

इस लेख में पढ़िए  कैसे एक बार फिर अमेरिका ने अपना वास्तविक रूप दिखाया है।

मध्य एशिया पहुंचे ब्लिंकन

इस वर्ष जी-20 की अध्यक्षता भारत कर रहा है और जी-20 के विदेश मंत्रियों के सम्मेलन में भाग लेने के लिए अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिकन भी भारत आए थे, परंतु यह महत्वपूर्ण नहीं है बल्कि महत्वपूर्ण यह है कि अमेरिका के विदेश मंत्री अमेरिका से सीधे भारत ने आकर मध्य एशिया में कुछ समय रुके थे, उसके बाद वो भारत आए।

ऐसे में प्रश्न उठता है कि आखिरकार उन्होंने ऐसा क्यों किया? इसके लिए हमें समझना होगा कि मध्य एशिया केवल एक क्षेत्र नहीं है बल्कि अवसरों का असीमित सागर है, जो रणनीतिक रूप से दो महाशक्तियों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है रूस और भारत। इसके अलावा चीन भी इस क्षेत्र में अपनी नजरें गड़ाया हुआ है।

मध्य एशिया के दौरे के दौरान ब्लिंकन ने कजाखिस्तान की यात्रा भी की है, जहां वे विदेश मंत्री मुख्तार तिलेउबर्दी से मिले और फिर वहां के राष्ट्रपति कासिम-जोमार्त तोकायेव के साथ बातचीत की। इसके बाद तथाकथित सी5+1 समूह की बैठक हुई। इस समूह सी5+1 में अमेरिका और पूर्व सोवियत संघ के सदस्य- कजाकिस्तान, किर्गिजिस्तान, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उज्बेकिस्तान शामिल हैं।

अमेरिकी विदेश विभाग ने एक बयान जारी कर कहा कि सी5+1 की बैठक में ब्लिंकन ‘मध्य एशियाई देशों की स्वतंत्रता, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के प्रति अमेरिकी प्रतिबद्धता’ पर जोर देंगे। रूस से युद्ध में यूक्रेन का समर्थन करने के लिए अमेरिका इसी प्रतिबद्धता का हवाला देता है।

और पढ़ें: भारत का हितैषी दिखने का स्वांग रचकर अपने पाप धुलना चाहता है अमेरिका

पूर्व सोवियत संघ का हिस्सा रह चुके कजाकिस्तान, किर्गिजिस्तान, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उज्बेकिस्तान को पारंपरिक रूप से मॉस्को से प्रभावित माना जाता है, लेकिन इनमें से किसी ने भी सार्वजनिक रूप से युद्ध का समर्थन नहीं किया है और ऐसे में अब ब्लिंकन मध्य एशिया के माध्यम से रूस को “कूटनीतिक रूप” से अलग-थलग करना चाहते हैं।

इसके संकेत स्वयं ब्लिंकन ने दिए। जिन्होंने इस बात को उज्बेकिस्तान में भी दोहराया। उन्होंने कहा, “आखिरकार, अगर एक शक्तिशाली देश बलपूर्वक एक संप्रभु पड़ोसी की सीमाओं को मिटाने की कोशिश करने को तैयार है, तो उसे दूसरों के साथ ऐसा करने से क्या रोका जा सकता है? मध्य एशिया के देश इसे समझते हैं। संयुक्त राज्य अमेरिका भी ऐसा ही करता है, और ऐसा ही दुनिया भर के भागीदार और सहयोगी भी करते हैं। और यही कारण है कि हम प्रतिबद्ध हैं और न केवल यूक्रेन की संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता, स्वतंत्रता के लिए खड़े होने के लिए प्रतिबद्ध हैं, बल्कि मध्य एशिया और वास्तव में, दुनिया भर के देशों के लिए भी हैं।

ऐसे में इतना तो स्पष्ट है कि अमेरिका भारत के मंच से रूस के घेराबंदी का भरसक प्रयास कर रही है। बता दें कि रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव, फ्रांस की कैथरीन कोलोना, चीनी विदेश मंत्री किन गैंग, जर्मनी की एनालेना बेयरबॉक और ब्रिटिश विदेश सचिव जेम्स क्लीवरली उन लोगों में शामिल हैं जो भारत की मेजबानी में जी20 विदेश मंत्रियों की बैठक में भाग ले रहे हैं।

जी 20 में अमेरिका का एजेंडा

अतिथि के रूप में भारत के निमंत्रण के बाद श्रीलंका और बांग्लादेश सहित गैर-जी20 देशों के कई विदेश मंत्री भी बैठक में भाग ले रहे हैं। बैठक में गिरते आर्थिक विकास, बढ़ती महंगाई, वस्तुओं और सेवाओं की कम मांग के साथ-साथ भोजन, ईंधन और उर्वरकों की बढ़ती कीमतों से निपटने के तरीकों पर भी चर्चा होने की संभावना है। इसके अतिरिक्त अमेरिका जी 20 के माध्यम से रूस यूक्रेन युद्ध के लिए रूस को “आइसोलेट” करने की दिशा में हरसंभव प्रयास करने को उद्यत है।

परंतु अमेरिका भारत के माध्यम से ही रूस को क्यों नीचा दिखाना चाहता है? ऐसा इसलिए क्योंकि लाख प्रपंच के बाद भी भारत और रूस के बीच संबंधों पर कोई आंच नहीं आई है, और भारत ने स्पष्ट किया है कि आत्मनिर्भरता के पथ पर वह अपनी गति से आगे बढ़ेगा, किसी के दबाव में नहीं।

इसके अतिरिक्त रूस-यूक्रेन युद्ध के एक वर्ष पूर्ण होने पर संयुक्त राष्ट्र की महासभा में एक बार फिर रूस के विरुद्ध प्रस्ताव लाया गया था, परंतु इस मतदान में भारत और चीन ने प्रतिभाग नहीं किया था। 193 सदस्य देशों में से 141 सदस्य देशों ने प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया। इससे पहले भी कई बार महासभा में रूस के विरुद्ध लाए गए प्रस्ताव पर भारत ने वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया।

और पढ़ें: जब तक डेमोक्रेट पार्टी सत्ता में है, भारत-अमेरिका के संबंध प्रगाढ़ नहीं हो सकते

वोट न देने पर अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए महासभा में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कम्बोज ने कहा था, “समकालीन चुनौतियों से निपटने में संयुक्त राष्ट्र और सुरक्षा परिषद की प्रभावशीलता पर प्रश्न खड़ा होता है। भारत दृढ़ता से बहुपक्षवाद के लिए प्रतिबद्ध है और संयुक्त राष्ट्र चार्टर के सिद्धांतों को बरकरार रखता है। हम सदैव बातचीत और कूटनीति को एकमात्र उपाय मानते हैं। हमने जब आज के प्रस्ताव में दिए गए उद्देश्य पर ध्यान दिया, तब स्थायी शांति प्राप्ति करने के अपने लक्ष्य तक पहुंचने में इसकी सीमा को देखते हुए हम इस मतदान से स्वयं को दूर रखने के लिए मजबूर हो गए”।

ऐसे में अमेरिका जी 20 में अन्य देशों के माध्यम से दबाव बनाना चाहता है, ताकि कैसे भी करके रूस को वैश्विक पटल पर अलग-थलग किया जा सके।

शायद इसी को पहले ही भाँपते हुए संयुक्त राष्ट्र की महासभा में रुचिरा कंबोज ने कहा,  “भारत, यूक्रेन की स्थिति को लेकर चिंतित है, जहां संघर्ष के कारण अनगिनत लोगों की जान चली गई, इसका दुख है- विशेषकर महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों के लिए। लाखों लोग बेघर हो गए और पड़ोसी देशों में शरण लेने के लिए मजबूर हो गए। हमने लगातार इस बात की वकालत की है कि मानव जीवन की कीमत पर कभी भी कोई समाधान नहीं निकाला जा सकता है। हमारे प्रधानमंत्री का यह कथन कि यह युद्ध का युग नहीं हो सकता है, दोहराए जाने योग्य है। शत्रुता और हिंसा का बढ़ना किसी के हित में नहीं है, इसके बजाय बातचीत और कूटनीति के रास्ते पर तत्काल वापसी ही आगे का रास्ता है”।

इसमें कोई दो राय नहीं कि भारत विश्व का इकलौता ऐसा राष्ट्र है जो दोनों देशों के बीच शांति करवा सकता है और दोनों देशों को बातचीत की पटरी पर ला सकता है। इसलिए भारत का रूस के विरुद्ध हुई इस वोटिंग से बाहर रहना बिल्कुल सही था- क्योंकि यदि भारत वोटिंग करता तो वो भी एक पक्ष में खड़ा दिखता।

ऐसे में ये कहना गलत नहीं होगा कि मध्य एशिया की यात्रा कर एंटनी ब्लिंकेन ने वही किया, जिसका अंदेशा काफी पूर्व से ही लगाया जा रहा था, ऐसे में अब देखना होगा कि अपनी अध्यक्षता में भारत अमेरिकी की चालों का कैसे काट निकालता है।

TFI का समर्थन करें:

सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की ‘राइट’ विचारधारा को मजबूती देने के लिए TFI-STORE.COM से बेहतरीन गुणवत्ता के वस्त्र क्रय कर हमारा समर्थन करें।

Tags: G 20 Summit IndiaG20 in New DelhiIndia-Russia RelationsIndia-US Relations
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

सीएम योगी के उत्तर प्रदेश में आपका स्वागत है, जहां माफियाओं के लिए घर नही जेल है सुरक्षित स्थान

अगली पोस्ट

सनातन धर्म त्यागने वालों को आरक्षण देने पर विचाराधीन है RSS

Animesh Pandey

Animesh Pandey

Lead Editor, TFI Media Vidyarthi of History, Cinema Buff, Akhand Bharat Parmo Dharma

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

  • सर्वाधिक पढ़े गए
  • टिप्पणियाँ
  • नवीनतम
“धौंसिये को औकात बता दी”, अजय देवगन ने करण जौहर की दादागिरी उतार उसे माफी मांगने पर मजबूर कर दिया

“धौंसिये को औकात बता दी”, अजय देवगन ने करण जौहर की दादागिरी उतार उसे माफी मांगने पर मजबूर कर दिया

24 June 2020
चीन, ऑस्ट्रेलिया,

‘जांच तो होकर रहेगी, चाहे जितना रो लो’, ऑस्ट्रेलिया ने ड्रैगन को उसी की भाषा में मजा चखा दिया

29 April 2020
G7

दुनिया के 7 बड़े देश एक बात पर हुए सहमत – हम सब चीन के खिलाफ हैं

18 April 2020
जापान, चीन

‘हमारी जल सीमा से तुरंत निकल लो’, East China Sea में घुसपैठ करने जा रहे चीनियों को जापानी नौसेना ने खदेड़ा

10 May 2020
रवीश कुमार

यदि रवीश कुमार मेरे सवालों का ठीक ठीक उत्तर दे दें, तो मैं लिखना छोड़ दूंगा

सरकारी बैंक

प्रिय बैंक कर्मचारियों, अपनी हड़ताल जारी रखें, PSB का निजीकरण होकर रहेगा

संदीप मिश्रा

अखबार के एक मैट्रिमोनियल कॉलम से शुरू हुई प्रेम और देश प्रेम की कहानी

संजय झा

यक्ष – संजय झा संवाद: ऐसे प्रश्न और ऐसे उत्तर जो आपको सोचने पर मजबूर कर देंगे

Success story: कैसे TVS ने ट्रक उत्पादन से “मोटरसाइकिल सम्राट” तक की यात्रा तय की!

Success story: कैसे TVS ने ट्रक उत्पादन से “मोटरसाइकिल सम्राट” तक की यात्रा तय की!

27 September 2023
कैनेडियाई पत्रकार ने दिया अनोखा प्रस्ताव: “पाकिस्तान से क्यों नहीं मांगते खालिस्तान?”

कैनेडियाई पत्रकार ने दिया अनोखा प्रस्ताव: “पाकिस्तान से क्यों नहीं मांगते खालिस्तान?”

27 September 2023
“Quebec movement” में भारत की रूचि बढ़ा रही ट्रूडो की चिंता!

“Quebec movement” में भारत की रूचि बढ़ा रही ट्रूडो की चिंता!

27 September 2023
“नमस्ते फ्रॉम भारत”: वैश्विक व्यवस्था के लिए जयशंकर का स्पष्ट सन्देश!

“नमस्ते फ्रॉम भारत”: वैश्विक व्यवस्था के लिए जयशंकर का स्पष्ट सन्देश!

27 September 2023

इस सप्ताह लोकप्रिय

Nadi ka Paryayvachi Shabd
मुझे हिंदी में खबर बताओ

संस्कृत में गिनती 1 से 100 तक – Sanskrit Counting 1 to 100

द्वारा TFIPOST News Desk
28 January 2022
एक पोस्ट आपको शुभनीत सिंह aka Shubh की भांति बर्बाद कर सकता है!
चर्चित

एक पोस्ट आपको शुभनीत सिंह aka Shubh की भांति बर्बाद कर सकता है!

द्वारा Animesh Pandey
22 September 2023
सौरमंडल किसे कहते हैं
मुझे हिंदी में खबर बताओ

सौरमंडल किसे कहते हैं? और सौरमंडल के सभी ग्रहों का वर्णन

द्वारा TFIPOST News Desk
1 January 2022
a se gya tak arth sahit varnmala
ज्ञान

अ से ज्ञ वर्णमाला – A se Gya Tak Varnmala with Example

द्वारा TFIPOST News Desk
22 September 2022
मुझे हिंदी में खबर बताओ

करुण रस की परिभाषा और करुण रस के 20 उदाहरण

द्वारा TFIPOST News Desk
22 January 2022

©2023 TFI Media Private Limited

  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFI Official Merchandise
TFI English
TFI Global
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships

©2023 TFI Media Private Limited

Follow us on Twitter

and never miss an insightful take by the TFIPOST team

Follow @tfipost_in