'कलकत्ता हाईकोर्ट' के लिए खोज परिणाम

महिलाओं द्वारा Section 498A के Misuse को बताया कलकत्ता हाईकोर्ट ने “Legal Terrorism”!

Section 498A Misuse: बहुत ही कम होता है, जब न्यायपालिका कानूनों के दुरूपयोग पर चर्चा करें, विशेषकर तब जब पीड़ित पुरुष हों! परन्तु इस दिशा में कलकत्ता हाईकोर्ट ने एक अनोखा कदम उठाते हुए घरेलू हिंसा से सम्बंधित IPC ...

“घर तोडू” बहुओं को दिया कलकत्ता हाईकोर्ट ने 440 वोल्ट का झटका!

आज के परिवेश में परिवार के टूटने का विषय सामान्य हो गया है। हर कोई अपनी स्वार्थ में ढूबा, एक दूसरे को प्रताड़ित करने में लगे हैं और नैतिकता मानिए कहीं दूरा दूरांचल में खो गई है। इन सब ...

बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाला: हाईकोर्ट ने रद्द की 24 हजार स्कूल टीचर्स की भर्ती, लौटाना होगा वेतन।

कलकत्ता हाईकोर्ट ने सोमवार(23 अप्रैल) को 2016 में हुई शिक्षक भर्ती रद्द कर दी। इसके अलावा अवैध नियुक्ति पर काम कर रहे शिक्षकों से 7-8 साल के दौरान मिली सैलरी भी वापस लेने के निर्देश दिए। जस्टिस देवांग्शु बसाक ...

भ्रामक दहेज उत्पीड़न मामलों पर दिल्ली हाईकोर्ट ने डाला प्रकाश!

हाल के एक घटनाक्रम में, दिल्ली उच्च न्यायालय ने दहेज उत्पीड़न और बलात्कार के आरोपों के झूठे आरोपों की बढ़ती समस्या के समाधान के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। अदालत का यह साहसिक कदम महिलाओं के अधिकारों की ...

“तुम तृणमूल के नौकर हो”, कोलकाता हाईकोर्ट ने बंगाल के मुख्य सचिव की जमकर की धुलाई

जब आप प्रजासेवक से अधिक राजा के सेवक बन जाते हैं, तो आपका पतन निश्चित है। कुछ ऐसा ही बंगाल में देखने को मिल रहा है, जहां पर भवानीपुर के उपचुनाव को लेकर चुनाव आयोग में बंगाल के मुख्य ...

क्या है संदेशखाली मामला? क्यों उठ रही राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग? 

पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता से 75 किलोमीटर की दूरी पर आने वाले 24 उत्तरी परगना जिले का संदेशखाली सियासत का गढ़ बन गया। इलाके में टीएमसी नेताओं द्वारा 2011 से यौन उत्पीड़न के आरोपों के बाद सियासत गरमा ...

Kolkata Ram navami violence: अलविदा बंगाल!

Kolkata Ram navami violence: कहीं सुने थे, “व्हाट बंगाल थिंक्स टुडे, इंडिया डज़ इट टुमॉरो!”, अर्थात जो बंगाल आज सोचता है, वो भारत कल करता है। अगर इस बात में तनिक भी सत्यता है, तो भारत का भविष्य खतरे ...

जब यूपीए को बचाने हेतु अतीक अहमद को खुला छोड़ दिया

वर्ष था 2008। अमेरिका से परमाणु समझौते से रुष्ट वामपंथी दलों ने यूपीए को समर्थन देने से मना कर दिया, और अविश्वास प्रस्ताव सामने आया। ऐसा लग रहा था कि मनमोहन सिंह की सरकार अब गिरेगी कि तब गिरेगी। ...

पूर्व सुप्रीम कोर्ट जज ने दिखाया दर्पण

न्यायपालिका और कार्यपालिका यानि सरकार में तनातनी किसी से नहीं छुपा है। संविधान की आड़ में कुछ जज सरकार की स्वायत्ता को चुनौती देने से भी बाज़ नहीं आते। परंतु जब अपने ही उनकी पोल खोलें, तो? सुप्रीम कोर्ट ...

ज़ुबैर पत्रकार है, परंतु मनीष कश्यप राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है

ये इंडिया है। यहाँ उत्सव के लिए परमीशन लेनी पड़ती है, उपद्रव के लिए नहीं। यहाँ राम का नाम जपना “लोकतंत्र के लिए खतरा”है, परंतु तुष्टीकरण “राष्ट्रीयता” है! यहां एक राज्य के निवासी के ऊपर तमिलनाडु जैसे राज्यों में ...

क्यों आज तक कोई भारतीय फिल्ममेकर 1946 के नौसेना विद्रोह पर कोई फिल्म न बना सका?

“लाल किले से आई आवाज़, सहगल ढिल्लों शाहनवाज़, इनकी हो उमर दराज!” इस नारे ने मानो पूरे राष्ट्र में विद्रोह का ऐसा बिगुल फूंक दिया जिसका आभास किसी को स्वप्न में भी नहीं था। इसका प्रभाव ब्रिटिश प्रधानमंत्री क्लिमेंट ...

ममता बनर्जी, राजनीतिक हिंसा और बंगाल: यह डेटा आपको अंदर तक झकझोर देगा

पश्चिम बंगाल का दूसरा नाम ही हिंसा बनता जा रहा है। वर्तमान समय में जब कभी भी बंगाल खबरों में छाता है, तो वो केवल अपनी हिंसा के कारण। इसमें कोई संदेह नजर नहीं आता कि ममता बनर्जी ने ...

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