अब UK और US नहीं ‘भा’ दिलाएगा परफेक्ट शू साइज।
25 April 2024
और कितनी नेहा की बली चढ़ते देखेगा यह देश?
25 April 2024
जब भारतीय चावल का उल्लेख होता है, तो हमारे मन मस्तिष्क में सर्वप्रथम छवि आती है बासमती चावल की. अपने लम्बे दानों और सुगन्धित प्रकृति के लिए चर्चित बासमती चावल का इस समय भारत पर वर्चस्व व्याप्त है. परन्तु ये पूर्णत्या गुणकारी और लाभकारी नहीं है. भारत में चावल के ...
समय चलायमान और परिवर्तनशील है वह कभी भी एक सा नहीं रहता। चावल की बात करें तो भारत दुनिया में चावल का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक और दुनिया में चावल का सबसे बड़ा निर्यातक है। भारत में चावल का उत्पादन वित्त वर्ष 1980 में 53.6 मिलियन टन से बढ़कर वित्त वर्ष 2020-21 ...
रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को 3 महीने से भी अधिक समय हो गया है परन्तु इस युद्ध पर विराम के आसार नज़र ही नहीं आ रहे. इसी कारण विश्व भर में अन्न संकट की स्थिति पैदा होने के आसार दिख रहे हैं. जिस कारण से कई ...
चावल के निर्यात के मामले में भारत ने बड़ी उपलब्धि हासिल की है। साल 2019-20 में बासमती तथा गैर-बासमती चावल का निर्यात 9.49 मिलियन टन था, जो साल 2020-21 में 87 फीसदी बढ़कर 17.72 मिलियन टन हो गया है। मूल्य के मामले में देखें, तो भारत का निर्यात 6,397 मिलियन ...
भले ही चावल की कटोरी के उपनाम के लिए आंध्र प्रदेश और चंडीगढ़ में मतभेद हो, लेकिन कोरोना महामारी के बीच वैश्विक स्तर पर चावल की कटोरी बनने के लिए भारत तैयार है। भारत में निर्यात अब दहाड़ें मार रहा है और अब उम्मीद जताई जा रही है कि भारत ...
भारत के रिकॉर्ड चावल निर्यात से पाकिस्तान को हुआ नुकसान पिछले वर्ष भारत के खाद्य निर्यात में 18 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखने को मिली थी। इसमें भी भारत ने पिछले वर्ष रिकॉर्ड उत्पादन के आधार पर बासमती चावल का रिकॉर्ड निर्यात किया, जिसने पाकिस्तान, चीन और कुछ दक्षिण एशियाई निर्यातक ...
लगभग एक साल पहले, चीन चावल की कीमत कम करके अफ्रीका में भारतीय चावल निर्यात को कम करने की कोशिश कर रहा था। पिछले साल जनवरी में वाणिज्य मंत्रालय के अधिकारी ने कहा था, "हम इस बात से अवगत हैं कि चीन, जो कि चावल का खरीदार है, बेहद ही ...
"यूरोपीय संघ (ईयू) को भारत के बासमती निर्यात में अप्रैल से नवंबर 2020 की अवधि के दौरान अभूतपूर्व वृद्धि दर्ज की गई है, जिसमें पिछले साल की समान अवधि की तुलना में लगभग 71 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।" यह कहना है बासमती चावल का निर्यात करने वाली ...
चीन अपने आर्थिक आंकड़े तो बढ़ा-चढ़ा कर दुनिया के सामने पेश कर रहा है पर वास्तविकता यह है कि चीन में खाद्य वस्तुओं की भारी कमी हो चुकी है। सिर्फ कमी ही नहीं बल्कि चीन के पास चावल खरीदने के लिए डॉलर भी नहीं बचे हैं, तभी उसके व्यापारी म्यांमार ...
भारत हमेशा से सांस्कृतिक, भाषाई और धार्मिक विविधता के लिए जाना गया है। ये दुनिया के चार प्रमुख धर्मों का जन्मस्थान भी है- हिंदू, बौद्ध, जैन, और सिख धर्म। हमारा संविधान कहता है कि भारत धर्मनिरपेक्ष देश है। यानि देश में हर किसी को अपने धार्मिक क्रियाकलापों की आजादी और ...
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गत दिनों लक्षद्वीप यात्रा पर छींटाकशी करके भारत के क्रोध के निशाने पर आई मालदीव की चीन परस्त सरकार ने आखिरकार भारत को उसके बड़े दिल के लिए धन्यवाद दिया है। यहां ध्यान रहे कि भारत और मालदीव के बीच उस घटना के बाद ...
भारत, अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और विविध परिदृश्यों के साथ, एक ऐसा देश है जो ढेर सारे लोकप्रिय पर्यटन स्थल प्रदान करता है। हालाँकि, विशाल उपमहाद्वीप में छिपे हुए रत्न बिखरे हुए हैं जिन पर अक्सर यात्रियों का ध्यान नहीं जाता है। इन कम महत्व वाले स्थानों में एक अनोखा ...