TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    उत्तर प्रदेश में कबड्डी खिलाड़ी ब्रिजेश सोलंकी की रैबीज से मौत, स्वास्थ्य व्यवस्था में बड़े सवाल

    उत्तर प्रदेश में कबड्डी खिलाड़ी ब्रिजेश सोलंकी की रैबीज से मौत, स्वास्थ्य व्यवस्था में बड़े सवाल

    ‘सिद्धारमैया के थप्पड़’ पर आईपीएस का इस्तीफा बरकरार

    ‘सिद्धारमैया के थप्पड़’ पर आईपीएस का इस्तीफा बरकरार

    कांग्रेस नेता ने आधिकारिक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सिक्किम को बताया पड़ोसी देश, BJP ने बताया ‘जिन्ना की मानसिकता’

    कांग्रेस नेता ने आधिकारिक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सिक्किम को बताया पड़ोसी देश, BJP ने बताया ‘जिन्ना की मानसिकता’

    देशहित में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के ‘योगदान’ को नापने का ‘पैमाना’ क्या है?

    देशहित में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के ‘योगदान’ को नापने का ‘पैमाना’ क्या है?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    विदेशी निवेश, इनोवेशन और आत्मविश्वास से भारत बन रहा है ग्लोबल लीडर: निवेश सलाहकार मनु सेठ

    विदेशी निवेश, इनोवेशन और आत्मविश्वास से भारत बन रहा है ग्लोबल लीडर: निवेश सलाहकार मनु सेठ

    हरियाणा में 1.18 लाख कर्मचारियों की सैलरी में 5% की बढ़ोतरी, आदेश जारी

    हरियाणा में 1.18 लाख कर्मचारियों की सैलरी में 5% की बढ़ोतरी, आदेश जारी

    कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत

    कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत, कैसे घुटनों पर आया बांग्लादेश

    मारन भाइयों की कहानी

    तमिलनाडु की राजनीति और मीडिया के ‘पावर प्लेयर्स’: मारन बंधुओं के संघर्ष और विवाद की पूरी कहानी

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    डिजिटल इंडिया

    डिजिटल इंडिया के 10 साल पूरे: पीएम मोदी ने बताया देश के सशक्तिकरण की क्रांति का सफर

    ऑपरेशन सिंदूर का असर: सैटेलाइट ने दिखाया कैसे खाक हुए PoK के आतंकी शिविर?

    ऑपरेशन सिंदूर का असर: सैटेलाइट ने दिखाया कैसे खाक हुए PoK के आतंकी शिविर?

    अंतरिक्ष रक्षा

    भारत के साथ संघर्ष के दौरान पाकिस्तान को चीनी उपग्रह से मिली खुफिया जानकारी

    रूस और भारत

    विनिर्माण, मुद्रा और नवाचार: आत्मनिर्भर भारत के तीन स्तंभ

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दो चीनी नागरिकों पर अमेरिकी नौसेना पर जासूसी करने का आरोप

    दो चीनी नागरिकों पर अमेरिकी नौसेना पर जासूसी करने का आरोप : DOJ ने बढ़ते खतरों की दी चेतावनी

    अंतरिक्ष की ओर पहला कदम: अनिल मेनन होंगे ISS मिशन का हिस्सा

    अंतरिक्ष की ओर पहला कदम: अनिल मेनन होंगे ISS मिशन का हिस्सा

    चीन में दो सप्ताह तक गायब रहे जिनपिंग, सत्ता परिवर्तन की अटकलें तेज

    ‘2 सप्ताह तक गायब, चीनी मीडिया में चुप्पी और आर्थिक संकट’: क्यों शी जिनपिंग को हटाए जाने की लग रही हैं अटकलें?

    ऊटा का कृष्ण मंदिर (Photo - ISKCON/ Vaibhavi Devi Dasi)

    अमेरिका में हिंदू मंदिर पर बड़ा हमला, इस्कॉन मंदिर परिसर को निशाना बनाकर दागी गईं 20-30 गोलियां

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    अमरनाथ यात्रा शुरू: कड़ी सुरक्षा के बीच तीर्थयात्रियों का पहला जत्था रवाना

    अमरनाथ यात्रा शुरू: कड़ी सुरक्षा के बीच तीर्थयात्रियों का पहला जत्था रवाना

    दलाई लामा का बड़ा ऐलान: अगला उत्तराधिकारी जरूर आएगा, चीन का कोई दखल नहीं होगा

    दलाई लामा का बड़ा ऐलान: अगला उत्तराधिकारी जरूर आएगा, चीन का कोई दखल नहीं होगा

    संविधान की प्रस्तावना में कैसे आए ‘समाजवादी’ और ‘पंथनिरपेक्ष’ शब्द?

    संविधान की प्रस्तावना में कैसे आए ‘समाजवादी’ और ‘पंथनिरपेक्ष’ शब्द?

    इस साल अमेरिका में 7,500 नए करोड़पति आएंगे (Photo- Canva)

    इस साल बड़ी संख्या में पलायन करेंगे करोड़पति, जानें कहां बना रहे हैं ठिकाना

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    ‘मुझे पाकिस्तान को प्यार भेजने से कोई नहीं रोक सकता’: नसीरुद्दीन शाह के पाक प्रेम के क्या हैं मायने?

    ‘मुझे पाकिस्तान को प्यार भेजने से कोई नहीं रोक सकता’: नसीरुद्दीन शाह के पाक प्रेम के क्या हैं मायने?

    कुमार विश्वास

    कुमार विश्वास ने सरदार जी3 के लिए दिलजीत को लगाई लताड़

    शेफाली ज़रीवाला

    शेफाली ज़रीवाला का अचानक निधन: ग्लैमर की दुनिया में शोक की लहर

    मलयालम फिल्म उद्योग

    मलयालम फिल्म उद्योग में यौन उत्पीड़न के सभी 35 मामले समाप्त

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    उत्तर प्रदेश में कबड्डी खिलाड़ी ब्रिजेश सोलंकी की रैबीज से मौत, स्वास्थ्य व्यवस्था में बड़े सवाल

    उत्तर प्रदेश में कबड्डी खिलाड़ी ब्रिजेश सोलंकी की रैबीज से मौत, स्वास्थ्य व्यवस्था में बड़े सवाल

    ‘सिद्धारमैया के थप्पड़’ पर आईपीएस का इस्तीफा बरकरार

    ‘सिद्धारमैया के थप्पड़’ पर आईपीएस का इस्तीफा बरकरार

    कांग्रेस नेता ने आधिकारिक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सिक्किम को बताया पड़ोसी देश, BJP ने बताया ‘जिन्ना की मानसिकता’

    कांग्रेस नेता ने आधिकारिक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सिक्किम को बताया पड़ोसी देश, BJP ने बताया ‘जिन्ना की मानसिकता’

    देशहित में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के ‘योगदान’ को नापने का ‘पैमाना’ क्या है?

    देशहित में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के ‘योगदान’ को नापने का ‘पैमाना’ क्या है?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    विदेशी निवेश, इनोवेशन और आत्मविश्वास से भारत बन रहा है ग्लोबल लीडर: निवेश सलाहकार मनु सेठ

    विदेशी निवेश, इनोवेशन और आत्मविश्वास से भारत बन रहा है ग्लोबल लीडर: निवेश सलाहकार मनु सेठ

    हरियाणा में 1.18 लाख कर्मचारियों की सैलरी में 5% की बढ़ोतरी, आदेश जारी

    हरियाणा में 1.18 लाख कर्मचारियों की सैलरी में 5% की बढ़ोतरी, आदेश जारी

    कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत

    कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत, कैसे घुटनों पर आया बांग्लादेश

    मारन भाइयों की कहानी

    तमिलनाडु की राजनीति और मीडिया के ‘पावर प्लेयर्स’: मारन बंधुओं के संघर्ष और विवाद की पूरी कहानी

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    डिजिटल इंडिया

    डिजिटल इंडिया के 10 साल पूरे: पीएम मोदी ने बताया देश के सशक्तिकरण की क्रांति का सफर

    ऑपरेशन सिंदूर का असर: सैटेलाइट ने दिखाया कैसे खाक हुए PoK के आतंकी शिविर?

    ऑपरेशन सिंदूर का असर: सैटेलाइट ने दिखाया कैसे खाक हुए PoK के आतंकी शिविर?

    अंतरिक्ष रक्षा

    भारत के साथ संघर्ष के दौरान पाकिस्तान को चीनी उपग्रह से मिली खुफिया जानकारी

    रूस और भारत

    विनिर्माण, मुद्रा और नवाचार: आत्मनिर्भर भारत के तीन स्तंभ

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दो चीनी नागरिकों पर अमेरिकी नौसेना पर जासूसी करने का आरोप

    दो चीनी नागरिकों पर अमेरिकी नौसेना पर जासूसी करने का आरोप : DOJ ने बढ़ते खतरों की दी चेतावनी

    अंतरिक्ष की ओर पहला कदम: अनिल मेनन होंगे ISS मिशन का हिस्सा

    अंतरिक्ष की ओर पहला कदम: अनिल मेनन होंगे ISS मिशन का हिस्सा

    चीन में दो सप्ताह तक गायब रहे जिनपिंग, सत्ता परिवर्तन की अटकलें तेज

    ‘2 सप्ताह तक गायब, चीनी मीडिया में चुप्पी और आर्थिक संकट’: क्यों शी जिनपिंग को हटाए जाने की लग रही हैं अटकलें?

    ऊटा का कृष्ण मंदिर (Photo - ISKCON/ Vaibhavi Devi Dasi)

    अमेरिका में हिंदू मंदिर पर बड़ा हमला, इस्कॉन मंदिर परिसर को निशाना बनाकर दागी गईं 20-30 गोलियां

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    अमरनाथ यात्रा शुरू: कड़ी सुरक्षा के बीच तीर्थयात्रियों का पहला जत्था रवाना

    अमरनाथ यात्रा शुरू: कड़ी सुरक्षा के बीच तीर्थयात्रियों का पहला जत्था रवाना

    दलाई लामा का बड़ा ऐलान: अगला उत्तराधिकारी जरूर आएगा, चीन का कोई दखल नहीं होगा

    दलाई लामा का बड़ा ऐलान: अगला उत्तराधिकारी जरूर आएगा, चीन का कोई दखल नहीं होगा

    संविधान की प्रस्तावना में कैसे आए ‘समाजवादी’ और ‘पंथनिरपेक्ष’ शब्द?

    संविधान की प्रस्तावना में कैसे आए ‘समाजवादी’ और ‘पंथनिरपेक्ष’ शब्द?

    इस साल अमेरिका में 7,500 नए करोड़पति आएंगे (Photo- Canva)

    इस साल बड़ी संख्या में पलायन करेंगे करोड़पति, जानें कहां बना रहे हैं ठिकाना

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    ‘मुझे पाकिस्तान को प्यार भेजने से कोई नहीं रोक सकता’: नसीरुद्दीन शाह के पाक प्रेम के क्या हैं मायने?

    ‘मुझे पाकिस्तान को प्यार भेजने से कोई नहीं रोक सकता’: नसीरुद्दीन शाह के पाक प्रेम के क्या हैं मायने?

    कुमार विश्वास

    कुमार विश्वास ने सरदार जी3 के लिए दिलजीत को लगाई लताड़

    शेफाली ज़रीवाला

    शेफाली ज़रीवाला का अचानक निधन: ग्लैमर की दुनिया में शोक की लहर

    मलयालम फिल्म उद्योग

    मलयालम फिल्म उद्योग में यौन उत्पीड़न के सभी 35 मामले समाप्त

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

आजाद भारत का ‘जलियांवाला कांड’: हजारों जनजातियों पर पुलिस ने बरसाईं थीं गोलियां, खरसावाँ में आज भी नहीं मनाया जाता नया साल

बिना चेतावनी के पुलिस ने गोलियां चलानी शुरू कीं और आधे घंटे तक गोलियां चलती रहीं

Anand Kumar द्वारा Anand Kumar
11 November 2024
in इतिहास
आजाद भारत का ‘जलियांवाला कांड’: हजारों जनजातियों पर पुलिस ने बरसाईं थीं गोलियां, खरसावाँ में आज भी नहीं मनाया जाता नया साल

इस घटना की याद में खरसावाँ हाट में स्मारक बना हुआ है

Share on FacebookShare on X

वो ब्रिटिश दौर में हुआ था, इसलिए जलियांवाला बाग गोलीकांड इतिहास की पुस्तकों में दर्ज है। फिर एक तथ्य ये भी है कि पंजाब दिल्ली के पास है और झारखण्ड के जनजातियों के लिए ‘दिल्ली दूर है’। संभवतः इसी लिए जब निहत्थे प्रदर्शनकारियों पर पुलिस द्वारा गोलियां चलवाने की बात होती है, शासन के दमन की बात होती है तो खरसावाँ (आज के झारखण्ड) में हुए गोलीकांड की बात नहीं होती।

कांग्रेस की सरकार आने से 1947 में बस इतना बदला था कि गोरे साहबों के बदले भूरे साहबों को सत्ता मिल गयी थी। पुलिस वही थी, अफसर वही थे और सत्ता का नशा भी वैसा ही था। इनमें से कुछ भी झारखंड के जनजातियों के लिए नहीं बदला था। खरसावाँ में आज भी नए साल पर एक जनवरी को कोई उत्सव का सा माहौल नहीं होता क्योंकि 1 जनवरी 1948 उनके लिए खरसावाँ गोलीकांड की यादें ताजा कर देने का दिन होता है।

संबंधितपोस्ट

खतरे में आदिवासी अस्मिता: तालाब में नहा रहीं महिलाओं से 30 मुस्लिम युवकों ने की छेड़छाड़, ग्रामीणों ने किया कैद

डेडलाइन से पहले डेड होगा नक्सलवाद! पुलिस के हत्थे चढ़ा कुंजम हिडमा

नक्सलवाद पर एक और प्रहार, पलामू में मारा गया टॉप कमांडर तुलसी भुइयां

और लोड करें

गोलीकांड के पीछे की कहानी?

स्वतंत्र भारत में देशी रियासतों को शामिल करने के लिए सरदार वल्लभभाई पटेल ने रियासतों को तीन श्रेणियों में (आकार-आर्थिक स्थिति आदि के आधार पर) ‘ए’, ‘बी’ और ‘सी’ में बांटा था। इस बंटवारे में छोटी रियासत खरसावाँ ‘सी’ श्रेणी में आती थी। उस समय तक ओडिशा (1912 में) बंगाल से अलग और बिहार भी अलग हो चुका था। इस क्षेत्र के ओड़िया भाषी लोगों को देखते हुए मयूरभंज के साथ-साथ सरायकेला और खरसावाँ का भी ओडिशा में विलय का समझौता (केंद्र के दबाव में) हुआ। स्थानीय खरसावाँ और सरायकेला के आदिवासी ओडिशा में नहीं जाना चाहते थे, उन्हें अपने लिए अलग राज्य झारखण्ड में रहना था। चंद्रपुर जोजोडीह में नदी किनारे एक सभा 25 दिसम्बर 1947 को आयोजित हुई थी इसमें तय किया गया कि सिंहभूम को ओडिशा में ना मिलाया जाए बल्कि झारखण्ड एक अलग राज्य बने।

इस आयोजन में 1 जनवरी 1948 को जयपाल सिंह मुंडा (बड़े जनजातीय नेता और हॉकी टीम के पूर्व कप्तान) को भी आना था लेकिन किन्हीं कारणों से वे पहुँच नहीं पाए। रांची, जमशेदपुर, खूंटी, चाईबासा जैसे दूर के क्षेत्रों से भी परंपरागत हथियारों से लैस आदिवासी उस दिन सभा में पहुंचे थे। खरसावाँ हाट उस दिन ओडिशा मिलिट्री पुलिस से भरा पड़ा था। ओडिशा मिलिट्री पुलिस ने जनजातीय लोगों की भीड़ पर मशीनगन से फायरिंग की।

घटना के दिन नहीं पहुँच पाने के कारण बच गए जयपाल सिंह मुंडा ने 11 जनवरी को अपने भाषण में बताया कि जब फायरिंग रुकी तो खरसावाँ बाजार में खून ही खून दिख रहा था। लाशें बिछी थीं, घायल तड़प रहे थे, पानी मांग रहे थे लेकिन ओड़िसा प्रशासन ने ना तो बाजार के अन्दर किसी को जाने दिया और ना ही किसी को बाजार से निकलने दिया। रात में 6 ट्रकों में भरकर शव जंगलों में पशुओं के खाने के लिए फेंक दिए गए और नदियों में बहा दिए गए। घायलों को रात भर खुले मैदान में तड़पने और मृत्यु की प्रतीक्षा करने के लिए छोड़ दिया गया।

कैसे हुआ था गोलीकांड?

इस दौर में ओड़िया नेता विजय पाणी थे जो अपनी तरफ से साजिशें रच रहे थे। ओडिशा राज्य ने मुख्य मार्गों के बदले दूसरे रास्तों से होकर पुलिस को उनके ही आदेश पर 18 दिसम्बर 1947 को खरसावाँ भेज दिया था। ऐसा माना जाता है कि इसी वजह से आदिवासी ‘झारखंड आबुव उड़ीसा जारी क्बुव’ के साथ ‘रोटी पकौड़ी तेल में, विजय पाणी जेल में’ का नारा लगा रहे थे। आन्दोलनकारी जनजातियों को कोई अनुमान नहीं था कि उनका सामना ओडिशा मिलिट्री पुलिस की तीन कंपनियों से होने वाला है।

जनजातीय नेता खरसावाँ के महल में जाकर राजा से मिले और अपनी मांग बताई। राजा ने भी भारत सरकार से बात करेंगे, ऐसा कहा। दो से चार बजे तक आदिवासियों की सभा हुई और फिर लोग लौटने लगे। आधे घंटे बाद बिना चेतावनी के पुलिस ने गोलियां चलानी शुरू की और आधे घंटे तक गोलियां चलती रही। स्त्री-पुरुष और बच्चे तो क्या गाय-बकरियां और घोड़े भी इस गोलीबारी में बच नहीं पाए।

बिहार में उस समय श्रीकृष्ण सिंह मुख्यमंत्री थे। बिहार सरकार ने घायलों के उपचार के लिए चिकित्सा दल और सेवा दल भेजा मगर ओडिशा की सरकार ने उन्हें वापस भेज दिया। श्री बाबु ने फिर सरदार पटेल को चिट्ठी लिखकर घटना से अवगत करवाया। पत्रकारों को इस जगह जाने की अनुमति नहीं थी। मतय हेम्ब्रम, हरी सरदार और मडकी सोया जैसे 30-35 लोग जो इस गोलीकांड में मारे गए उनके नाम तो मिल जाते हैं लेकिन कांग्रेसी सरकारों ने पूरी तरह से इस घटना को जनता के स्मरण से उतार देने में कोई कसर नहीं छोड़ी। आधुनिक भारत के इतिहास को किन्हीं प्रतियोगिता परीक्षाओं के लिए पढ़ रहे छात्र-छात्राओं को छोड़ दें तो 50,000 की भीड़ पर मशीनगन से चली गोलियों की ये कहानी किसी को याद नहीं।

खरसावाँ हाट का एक हिस्सा आज इस घटना का स्मारक बना हुआ है। इसी में एक पार्क भी बना दिया गया है। आदिवासियों की रीति से यहाँ फूल, चावल की रस्सी और तेल चढ़ाकर पूजा भी की जाती है। इसे 2017 में कुछ समय के लिए ये पार्क बंद भी रहा था। प्रभात खबर झारखंड के कार्यकारी संपादक अनुज कुमार सिन्हा की किताब ‘झारखंड आंदोलन के दस्तावेज़: शोषण, संघर्ष और शहादत’ में इस गोलीकांड पर एक अलग से अध्याय है। इस किताब में पूर्व सांसद और महाराजा पीके देव की किताब ‘मेमोयर ऑफ ए बायगॉन एरा’ का जिक्र है, जिसके मुताबिक इस घटना में 2,000 लोग मारे गए थे। तब के कलकत्ता से प्रकाशित अंग्रेजी अखबार द स्टेट्समैन ने घटना के तीसरे दिन अपने तीन जनवरी के अंक में इस घटना से संबंधित एक खबर छापी, जिसका शीर्षक था- ’35 आदिवासी किल्ड इन खरसावाँ’।

द स्टेट्समैन का 3 जनवरी 1948 का अंक

झारखण्ड के गठन को आज करीब दो दशक बीतने को हैं। इसके बाद भी झारखण्ड को एक अलग राज्य बनाने के आंदोलनों में जिन वीरों ने अपने प्राणों का बलिदान किया, उन्हें वोट बैंक से अधिक कुछ समझकर याद नहीं किया जाता। ना तो उन्हें शहीदों के तौर पर कोई सम्मान मिला है, ना ही उनके परिवारों को कोई मुआवजा या आश्रितों को कोई मदद देने के कोई प्रयास कभी हुए। झारखंड के जालियांवाला बाग– खरसावाँ गोलीकांड के शहीद अब भी प्रतीक्षा कर ही रहे हैं।

स्रोत: खरसावाँ गोलीकांड, झारखंड, ओडिशा, जलियांवाला बाग, झारखंड विधानसभा चुनाव, जनजातीय समुदाय, जयपाल सिंह मुंडा, Kharsawan firing, Jharkhand, Odisha, Jallianwala Bagh, Jharkhand Assembly elections, Tribal community, Jaipal Singh Munda,
Tags: Jaipal Singh MundaJallianwala BaghJharkhandJharkhand assembly electionsKharsawan firingOdishaTribal communityओड़िशाखरसावाँ गोलीकांडजनजातीय समुदायजयपाल सिंह मुंडाजलियांवाला बागझारखंडझारखंड विधानसभा चुनाव
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

‘बच्चों की लाश पर टीआरपी का खेल’: आग से हुई 22 मौतें, जबरन PM मोदी का नाम डलवाना चाहते थे विनोद कापड़ी?

अगली पोस्ट

‘मोदी-शाह सुन लो, अयोध्या की नींव हिला दूंगा’: खालिस्तानी आतंकी पन्नू ने दी राम मंदिर में हमले की धमकी, कनाडा के हिंदू सांसद को बताया आतंकीत

संबंधित पोस्ट

संविधान की प्रस्तावना में कैसे आए ‘समाजवादी’ और ‘पंथनिरपेक्ष’ शब्द?
इतिहास

संविधान की प्रस्तावना में कैसे आए ‘समाजवादी’ और ‘पंथनिरपेक्ष’ शब्द?

27 June 2025

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले के बयानों के बाद 'समाजवादी' और 'पंथनिरपेक्ष' ये दोनों शब्द चर्चा में हैं। देशभर में इस पर...

25 जून 1989 का ‘मोगा नरसंहार’: संघ के स्वयंसेवकों के अमर बलिदान की स्मृति
इतिहास

25 जून 1989 का ‘मोगा नरसंहार’: संघ के स्वयंसेवकों के अमर बलिदान की स्मृति

25 June 2025

25 जून एक ऐसी तिथि है जिसे देश शायद ही कभी भूल पाये। 25 जून 1975 की मध्य रात्रि इंदिरा गाँधी ने देश को आपातकाल...

आपातकाल की क्रूरता
इतिहास

आपातकाल की क्रूरता: कांग्रेस के दमनकारी शासन की पोल खोलेगा इंदिरा गांधी सेंटर

25 June 2025

इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (IGNCA), जिसका नाम उस नेता के नाम पर रखा गया है जिन्होंने 1975 में लोकतंत्र को कमजोर किया था, अब...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Junior Kharge Calls to Ban RSS Amid Karnataka Congress Civil War!

Junior Kharge Calls to Ban RSS Amid Karnataka Congress Civil War!

00:10:02

Kerala Muslim Groups oppose Zumba classes for School Children

00:07:21

Crash or sabotage? Aviation expert on ahmedabad plane crash probe.

00:13:37

Ahmedabad Air India Crash: Was It Sabotage? Major Investigation Underway

00:06:27

10% Seats for Muslims? Shocking Demand from DMK’s ally MMK Ahead of 2026!"

00:04:52
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited