'जलियाँवाला बाग' के लिए खोज परिणाम

जलियाँवाला बाग स्मारक को ‘व्हेल का लिंग’ बताने वाली हिंदू विरोधी प्रोफेसर को हटाया जाना चाहिए

जब नाश मनुज पर छाता है पहले विवेक मर जाता है, परंतु जब नाश सुनिश्चित ही हो तो उसको रोक पाना विकट हो जाता है। घोर वामपंथी विचारधारा सदैव ही मति भ्रष्ट कर देती है। ऐसा ही कुछ हिन्दू ...

जलियांवाला बाग पर राहुल की भद्दी टिप्पणी, पर अमरिंदर ने चुना पीएम मोदी का पक्ष

जब नाश मनुज पर छाता है पहले विवेक मर जाता है। अब जब स्वयं का बंटाधार करने का ठेका कोई खुद ही ले लेता है तो उसकी अकल कहाँ चल पाती है, यही हाल आजकल राहुल गांधी का है ...

लोकसभा में जलियांवाला बाग राष्ट्रीय स्मारक (संशोधन) बिल पास, खत्म हुआ कांग्रेस का वर्चस्व

जलियांवाला बाग स्मारक ट्रस्ट से कांग्रेस अध्यक्ष को सदस्य के तौर पर हटाने वाला बिल शुक्रवार को लोकसभा में पास हो गया। इस दौरान कांग्रेस ने इस बिल का जमकर विरोध किया और विरोधस्वरूप सदन से वॉक आउट भी ...

आजाद भारत का ‘जलियांवाला कांड’: हजारों जनजातियों पर पुलिस ने बरसाईं थीं गोलियां, खरसावाँ में आज भी नहीं मनाया जाता नया साल

वो ब्रिटिश दौर में हुआ था, इसलिए जलियांवाला बाग गोलीकांड इतिहास की पुस्तकों में दर्ज है। फिर एक तथ्य ये भी है कि पंजाब दिल्ली के पास है और झारखण्ड के जनजातियों के लिए 'दिल्ली दूर है'। संभवतः इसी ...

जालियांवाला बाग़ कहाँ है हत्याकांड एवं स्मारक

Jallianwala bagh kahan hai : जालियांवाला बाग़ कहाँ है हत्याकांड एवं स्मारक  स्वागत है आपका आज के इस लेख में हम जानेंगे Jallianwala bagh kahan hai साथ ही इससे जुड़े हत्याकांड एवं स्मारक के बारें में भी चर्चा की ...

जलियांवाला’ बयान के बाद पिता के विरासत की धज्जियां उड़ाने वाले उद्धव को देवेंद्र का करारा जवाब

शिवसेना ने कुर्सी की लालच में जिस तरह से कांग्रेस और एनसीपी का दामन थामा है उससे अब साफ सिद्ध हो गया है कि बाला साहेब ठाकरे की विरासत पर दावा करने का अधिकार उनके पास नहीं बचा है। ...

रवीन्द्रनाथ टैगोर की जयंती पर विशेष: जिन्होंने भारत की संस्कृति और सभ्यता को पश्चिमी देशों में फैलाया

एशिया के प्रथम नोबेल पुरस्कार विजेता रवींद्रनाथ टैगोर, जिनकी दो रचनाएं दो देशों का राष्ट्रगान बनीं। भारत का राष्ट्र-गान ‘जन गण मन’ और बांग्लादेश का राष्ट्र गान ‘आमार सोनार बांङ्ला‘। रवींद्रनाथ टैगोर गुरुदेव के नाम से प्रसिद्ध थे। उन्होंने ...

क्या 2024 में होगी अक्षय कुमार की दमदार वापसी?

"कैनेडियन कुमार" से लेकर "फ्लॉप स्टार" का टैग झेलने तक, अक्षय कुमार ने विगत कुछ समय से उतार चढाव भरे करियर का अनुभव किया है। 2010 के बाद से उनके करियर के सबसे चुनौतीपूर्ण चरणों में से एक का ...

‘मिडनाइट बेल रिसीवर’ तीस्ता सीतलवाड के परिवार की कानूनी विरासत

कभी सोचा है कि फर्जी एक्टिविस्ट तीस्ता सीतलवाड़ अनेक साक्ष्यों के बाद भी जेल जाते जाते रह जाती है? आइए तीस्ता सीतलवाड़ के परिवार के इतिहास का विश्लेषण करें, और जानिये क्यों इनका भारतीय ईकोसिस्टम पर अलग ही प्रभाव ...

असहयोग आंदोलन गांधी की उपज नहीं थी

कुछ समय पूर्व, सीबीआई द्वारा सम्मन भेजे जाने पर आम आदमी पार्टी का हर एक नेता क्रोध से तमतमा रहा था। कुछ अति उत्साही समर्थक तो इतना भावुक हो गए कि केजरीवाल की तुलना बैरिस्टर मोहनदास करमचंद गांधी से ...

वह केस जिसने सावरकर के जीवन को सदैव के लिए बदल दिया!

वर्ष था 1920। असहयोग आंदोलन जोर पकड़ रहा था। अंग्रेज़ भारतीयों के इस बढ़ते रोष से आश्चर्यचकित थे। ऐसे में उन्होंने अपनी “क्रोधित प्रजा” को शांत कराने के लिए कुछ सुधारों की घोषणा की, परंतु जनता के कानों पर ...

हिंदुस्तान रिपब्लिकन असोसिएशन के 100 वर्ष : अदम्य साहस एवं जीवटता का अद्भुत संगम

“सिर्फ गांधी ही एक रास्ता नहीं है। अवाम अपने आप में इतनी ताकतवर है कि यदि उसे सही दिशा दी जाए, तो वह बड़ी से बड़ी सत्ता को उखाड़कर फेंक सकता है” इसी विचार को मन में लिए कुछ ...

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