जिन्ना का ऑफर ठुकरा कर भारत की तरफ से लड़े, जन्मदिवस से 12 दिन पहले बलिदान हो गए थे ‘नौशेरा के शेर’ ब्रिगेडियर उस्मान
1947 में जब देश का बंटवारा हो रहा था तो सिर्फ नईं सीमाएं ही नहीं खींची जा रही थी बल्कि खजाना, बग्घी व हाथी जैसे सामानों के सा फौज का भी बंटवारा किया जा रहा था, सैनिकों को अपना ...