उद्धव ठाकरे जेल जाएंगे!
“बोए पेड़ बबूल के, तो आम कहाँ ते होय?” शायद उद्धव ठाकरे को इस कथन का सबसे कड़वा अनुभव हो रहा होगा। इनके नेतृत्व में महाराष्ट्र प्रशासन ने किस प्रकार राज्य वासियों का जीवन नारकीय बनाया था, ये किसी ...
“बोए पेड़ बबूल के, तो आम कहाँ ते होय?” शायद उद्धव ठाकरे को इस कथन का सबसे कड़वा अनुभव हो रहा होगा। इनके नेतृत्व में महाराष्ट्र प्रशासन ने किस प्रकार राज्य वासियों का जीवन नारकीय बनाया था, ये किसी ...
सत्ता गई, पार्टी गई और चला गया प्रभाव, इसके बाद भी उद्धव ठाकरे की अकड़ नहीं गई। जब चुनाव आयोग ने शिवसेना का नाम और चुनाव चिन्ह सीएम एकनाथ शिंदे को देकर उनके गुट को आधिकारिक शिवसेना बना दिया ...
पिता की विरासत को आगे बढ़ाना कोई आसान बात नहीं होती है क्योंकि जिसने संघर्ष किया होता है उसे पता होता है कि कैसे विरासते संभाली जाती हैं, लेकिन जिसे बैठे-बिठाए सबकुछ मिल जाए वो उसे संभालना क्या जानेगा? ...
बालासाहेबांची शिवसेना: शुरू करो अंताक्षरी लेके प्रभु का नाम, पर अंत ऐसा भयो कि न माया मिली न राम। का करें बंधु, जीवन ऐसा ही है, विचित्र अनुभवों से भरा। ऐसे ही विचित्र अनुभवों से महोदय उद्धव ठाकरे को ...
इस साल महाराष्ट्र की राजनीति में उथल-पुथल तब आई जब शिवसेना दो धड़ों में बंट गयी और उद्धव ठाकरे की मुख्यमंत्री की कुर्सी गयी सो अलग। शिवसेना के टूट जाने के बाद से ही चुनाव आयोग ने इनका मूल ...
महाराष्ट्र की राजनीति में हमेशा शिवसेना का मराठी अस्मिता के नाम पर बोलबाला रहा है। राज्य के सबसे बड़े राजनीतिक नाम की बात करें तो वह निश्चित ही शिवसेना के संस्थापक बालासाहेब ठाकरे का था। मराठी अस्मिता और हिंदुत्व ...
सुप्रीम कोर्ट से उद्धव ठाकरे को एक और झटका लगा है। कोर्ट ने चुनाव आयोग की कार्यवाही पर रोक वाली उनकी याचिका खारिज कर दी है। इससे एक बात तय है कि बहुत जल्द ही आधिकारिक तौर पर शिवसेना ...
भारतीय जनता पार्टी ने सीएम बदलीकरण में कर्नाटक को बीते वर्ष जुलाई में चुना था। यहां अपने पुराने नेता और राज्य में लिंगायत समुदाय को एकमुश्त भाजपा से जोड़ने वाले बी एस येदियुरप्पा के उत्तराधिकारी के रूप में बसवराज ...
महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन होने के साथ ही राज्य में सीएम और मंत्री परिवर्तन हुए। इसके बाद अब शिवसेना का अधिकार पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे के पास रहेगा या फिर वर्तमान सीएम एकनाथ शिंदे को शिवसेना प्रमुख की बागडोर ...
महारष्ट्र में आखिरकार दो साल बाद अब लोग धूमधाम से गणेश-उत्सव और अन्य हिन्दू त्योहार मना सकेंगे। हाल में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने ऐलान किया कि, “पिछले दो वर्षों से, हम COVID-19 के खतरे में जी रहे ...
सरकार गई, लगभग पार्टी भी गई ऐसे में शिवसेना के होते-होते रह गए उत्तराधिकारी आदित्य ठाकरे अब अपने नाम अनेकानेक विवादों को "आ बैल मुझे मार" की भांति अपनी ओर आमंत्रित कर रहे हैं। हालिया मामला आरे कॉलोनी से ...
कांग्रेस, सपा और शिवसेना तो यूं ही बदनाम हैं, वास्तव में परिवावाद से पोषित पार्टियों में सत्ता की ऐसी लालसा है कि सत्ता का सुख निजी संबंधों के आड़े आ जाता है। एक क्षण भी नहीं लगता और निजी ...
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