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मालिनी पार्थसारथी ने पढ़ाया “द हिन्दू” को पत्रकारिता का पाठ!

मालिनी पार्थसारथी ने पढ़ाया “द हिन्दू” को पत्रकारिता का पाठ!

प्रिय पाठकों से अनुरोध है कि वे अपने हेडलाइन्स के साथ बने रहें, क्योंकि "द हिंदू" की पूर्व संपादक मालिनी पार्थसारथी एक विस्फोटक खुलासे के साथ सामने आई हैं, जिसने भारतीय पत्रकारिता की दुनिया को हिलाकर रख दिया है। जबकि कई विश्लेषक प्रेस की स्वतंत्रता की कथित अनुपस्थिति पर अफसोस ...

अशोक श्रीवास्तव

“सबसे बड़ा गोदी मीडिया रवीश कुमार है”, दूरदर्शन के पत्रकार ने ‘पत्रकारिता’ पर प्रकाश डाला है

अशोक श्रीवास्तव: एक समय था, जब लोग समाचारों के लिए उतनी ही उत्सुकता से प्रतीक्षा करते, जितना कि “रामायण” या “महाभारत” की। तब कोई अन्य विकल्प उपलब्ध नहीं था, और लोग एकटक दूरदर्शन पर प्रसारित समाचार को बड़े चाव से सुनते। परंतु 1991 के उदारीकरण के बाद क्या देशी, क्या ...

पाकिस्तान नक्शा

देशविरोधी पत्रकारिता अब टाइम्स ऑफ़ इंडिया की पहचान बन गई है!

पत्रकारिता को पत्तलकारिता बना देने वाले कुछ अखबार और मीडिया समूह अपने एजेंडे अर्थात भारत विरोध से बाहर आने से रहे। टाइम्स ऑफ़ इंडिया इसका एक सबसे निकृष्ट उदाहरण है। पाकिस्तान में तख्तापलट के चलते इन दिनों पाकिस्तान ख़बरों में बना हुआ है। भारतीय मीडिया समूह भी उसे अपने स्तर ...

पत्रकारिता

2021: वो वर्ष जब गिद्ध पत्रकारिता ने दिखाया अपना घिनौना रूप

भारत में हर चौक-चौराहे पर आपको नेता और पत्रकार, दोनों मिल जाएंगे। उभरते नेता, बड़का पत्रकार दोनों आपको मिल ही जायेंगे। भारत में पत्रकारिता को लेकर एक अलग उत्साह भी रहता है। अब तो वह दौर भी शुरू हो गया है कि लोग अपनी विचारधारा के आधार पर मीडिया हाउस ...

क्रांतिकारी पत्रकारिता का दंभ भरने वाले भास्कर ने की 700 करोड़ की कर चोरी

क्रांतिकारी पत्रकारिता का दंभ भरने वाले भास्कर ने की 700 करोड़ की कर चोरी

एक आम बात है कि चोर अपने कुकर्म छिपाने के लिए साधु बन जाता है और जब उस पर कार्रवाई होती है तो पीड़ितों की तरह छाती पीटने लगता है। क्रांतिकारी पत्रकारिता का दावा करने वाले दैनिक भास्कर की स्थिति भी कुछ ऐसी ही है। भास्कर पर भ्रष्टाचार एवं कर ...

पत्रकार दानिश सिद्दीकी

दानिश सिद्दीकी और उनकी पत्रकारिता: दक्षिणपंथ के विरुद्ध एजेंडा से भरा है बहीखाता

दुनिया में किसी भी वामपंथी के साथ कुछ गलत हो तो सारा जिम्मा दक्षिणपंथियों पर डाल दो! अमेरिकी मीडिया एजेंसी रॉयटर्स के लिए काम करने वाले भारतीय फोटो पत्रकार दानिश सिद्दीकी की मौत पर भी कुछ ऐसा ही हो रहा है। देश का वामपंथी समूह अफगानिस्तान में तालिबानियों की गोलियों ...

अपनी घटिया पत्रकारिता से अंतर्राष्ट्रीय मीडिया ने एस जयशंकर को एक्शन लेने पर मजबूर कर दिया है

अपनी घटिया पत्रकारिता से अंतर्राष्ट्रीय मीडिया ने एस जयशंकर को एक्शन लेने पर मजबूर कर दिया है

देश में कोरोनावायरस की लहर ने लोगों को खौफ की स्थिति में ला दिया है, स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी को लेकर लगातार खबरें टीवी चैनलों पर दिखाई भी जा रही हैं, लेकिन इन सबके विपरीत अंतरराष्ट्रीय मीडिया भारत में कोरोना की खबरों को लेकर लगातार नकारात्मक एजेंडा और तस्वीरें प्रकाशित ...

बाइडन

पत्रकारिता हो तो CNN जैसी, बाइडन के सत्ता में आते ही निष्पक्षता भूल करने लगा प्यार भरी कवितायें

ट्रम्प शासन में सबसे आक्रामक पत्रकारिता करने वाली CNN, इन दिनों बाइडन के लिए कसीदे पढ़ रही है। बाइडन प्रशासन के पहले दिन से जिस प्रकार CNN ने उसके पक्ष में पत्रकारिता शुरू की है, उसे देखकर लगता है की व्हाइट हाउस में पत्रकारों को मिलने वाली दावतों के दिन ...

वैक्सीन

लोगों को टीका लगाने से पहले मीडिया को गंभीर पत्रकारिता करने की सबक देने वाले टीके की जरूरत है

वैश्विक महामारी कोरोनावायरस को लेकर भारत ने बेहतरीन लड़ाई लड़ी है और इसे वैक्सीनेशन के जरिए जीत दिलाने का काम भी शुरु हो चुका है। सरकार चारों तरफ वैक्सीन के प्रति सकारात्मक माहौल बनाने की कोशिश कर रही है। इसके बावजूद कुछ मीडिया नेटवर्क्स लगातार ये डेटा दे रहे हैं ...

‘सच से कोसों दूर’, रूसी राजदूत ने The Print की पत्रकारिता शैली को किया उजागर

‘सच से कोसों दूर’, रूसी राजदूत ने The Print की पत्रकारिता शैली को किया उजागर

कुछ भारतीय वामपंथी, तथाकथित, स्वतंत्र और निष्पक्ष मीडिया आउटलेट्स सरकार विरोधी एजेंडा चलाने के लिए बदनाम हैं। इनमें से एक “The Print” का प्रोपेगैंडा अब इतना आगे निकल चुका है कि ये लोग भारत और रूस के दशकों पुराने कूटनीतिक रिश्तों को भी अपने निशाने पर लेने लगे हैं, जिससे ...

राजदीप

रिया चक्रवर्ती के साथ Interview के बाद स्पष्ट हो गया कि राजदीप पत्रकारिता के नाम पर सबसे बड़ा कलंक हैं

एक होते हैं नीच, फिर आते हैं निकृष्ट और फिर आते हैं राजदीप सरदेसाई जैसे पत्रकार। अपने एजेंडे को सच सिद्ध करने के लिए ये व्यक्ति इस हद तक गिर सकता है कि, रवीश कुमार जैसा प्रोपगैंडावादी भी देवता लगे। जहां सीबीआई की पड़ताल में सुशांत सिंह राजपूत के मामले ...

रवीश कुमार, चीन, जमात, कोरोना, भारत,

‘Corona पर चीन को दोष नहीं देना चाहिए, तबीलीगी भी निर्दोष हैं’, ये है रवीश कुमार की धारदार पत्रकारिता

कुछ दिनों पहले हमने आपको बताया था कि चीन की कम्युनिस्ट सरकार किस प्रकार विदेशी पत्रकारों को अपने यहां बुलाकर 10 महीनों का कोर्स कराती है और इस दौरान उन पत्रकारों को मुफ्त में चीन की सैर कराई जाती है और इस कोर्स के बदले में पत्रकारों को पैसा भी ...

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