रूस को क्यों है भारत की जरूरत?
16 April 2024
टेस्ला की कारों के लिए सेमीकंडक्टर चिप बनाएगी टाटा।
16 April 2024
“कसम बाबर की खाते हैं, मस्जिद वहीं बनायेंगे!” अजीब प्रतीत होता है न, परन्तु यही सत्य है. कुछ लोग अभी भी ऐसा सोचते हैं कि सरकार से लेकर प्रशासन तक, सब उनके क़दमों तले होगी और उनकी जयजयकार करते हुए उनके ‘हुक्म की तामील करेगी’, यानि उनके अनुसार काम करेगी. ...
हाल ही में एक अहम निर्णय में सीबीआई के एक विशेष न्यायालय ने बाबरी मस्जिद में आरोपीत 32 व्यक्तियों को ठोस साक्ष्यों के अभाव में निर्दोष करार दिया। न्यायालय ने ये स्पष्ट किया है कि मस्जिद का विध्वंस पहले से सुनियोजित नहीं था, और ऐसे में मस्जिद को गिराने के लिए ...
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के समर्थन में 24 और 25 नवंबर को शिव सेना और विश्व हिंदू परिषद ने धर्मसभा आयोजित कर सरकार को मंदिर निर्माण के लिए अल्टीमेटम दिया था। विहिप ने इस कार्यक्रम में पांच लाख लोगों के पहुंचने का दावा किया था। भगवान राम के भजनों ...
देश में संविधान का झूठा दिखावा करके धार्मिक ध्रुवीकरण करने में माहिर असदुद्दीन ओवैसी ने सुप्रीम कोर्ट को लेकर जहरीला भाषण दिया है। दरअसल (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट के ज्ञानवापी मस्जिद सर्वेक्षण के फैसले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये कहा कि वह और उनका ...
भारत में इस्लामवादी आक्रांताओं ने सैंकड़ों वर्षों तक हिन्दुओं की संस्कृति और विरासत को चोट पहुंचाया। मुग़ल काल में हिन्दुओं के मंदिर अथवा धार्मिक स्थानों को क्षतिग्रस्त किया गया और कई मंदिरों को तोड़कर वहां मस्जिद का निर्माण करा दिया गया। मंदिर हमारे सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक हैं, भारत का ...
मर्यादा पुरुषोत्तम राजा राम भारतीयों के व्यक्तित्व के संविधान हैं। उनका “राम राज्य" एक शासक के लिए सर्वोत्तम आदर्श है। परन्तु, मानवता के लिए 14 वर्ष का वनवास भोगने वाले प्रभु राम को हम लोगो ने 450 वर्षों का वनवास दिया। अंततः “होईहि सोई जो राम रची राखा” की कहावत ...
भारत एक ऐसा देश है, जहां धर्मनिरपेक्षता की रूढ़िवादी संकल्पना के सहारे लिबरल गुट ने बहुसंख्यक वर्ग पर कड़ा प्रहार करने की कोशिश की है। इसे लिबरल गुट की अल्पबुद्धि का परिणाम ही कहिए कि हाल ही में, देश के कुछ लिबरल्स कॉमेडियन मुनव्वर फारुकी के शो रद्द होने से ...
शाही ईदगाह मस्जिद, जामी मस्जिद, ज्ञानवापी मस्जिद, कमल मौला मस्जिद, इन सब में समान बात क्या है? शायद आप एक बार को भ्रमित हो जायें, परन्तु बाबरी मस्जिद का नाम जुड़ते ही आपके समस्त भ्रम दूर हो जाएंगे और ऐसी ही एक इमारत है अजमेर में स्थित अढ़ाई दिन का ...
श्रीराम जन्मभूमि और बाबरी मस्जिद केस हल होने और हिंदू समुदाय के पक्ष में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद से देश का बहुसंख्यक समाज अन्य कब्जाए मंदिरों को भी हासिल करने के लिए तैयारी कर चुका है।एक तरफ जहां काशी विश्वनाथ के नजदीक बनी ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर ...
हाल में ही काशी विश्वनाथ मंदिर पर वाराणसी जिला कोर्ट का फैसला आया है। कोर्ट ने ASI को मामले में जांच करने की मंजूरी दे दी है। उसके बाद से ही सभी की नजरें बनारस और उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ पर टिकी हुई हैं। फैसला आने के तुरंत ...
सार्वजनिक काम जब कुछ महत्वाकांक्षी और लालची लोगों के हाथों में चला जाता है तो भ्रष्टाचार के सवाल उठने के साथ ही उस काम में अनेक तरह के व्यवधान उत्पन्न होने लगते हैं। अयोध्या में सुप्रीम कोर्ट के फैसले में दी गई 5 एकड़ जमीन पर मस्जिद बनाने वाले कार्यक्रम ...
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद जहां भव्य राममंदिर का निर्माण बिना किसी मतभेद के किया जा रहा है, तो दूसरी ओर दी गई 5 एकड़ जमीन पर मस्जिद बनाने को लेकर मुस्लिम पक्ष का दोगलापन सामने आया है क्योंकि इसके लिए बनाया गए संगठन में बाबरी मस्जिद केस के ...