पत्नी की संपत्ति में पति का कोई हक नहीं- सुप्रीम कोर्ट
26 April 2024
जो दर्द भारत ने झेला अब अमेरिका झेला रहा है।
26 April 2024
जहीरुद्दीन मुहम्मद बाबर: जब NCERT ने मुगलों के उल्लेख को इतिहास के पुस्तकों से हटाया, तो कई लोग द्रवित थे, और आप विश्वास नहीं मानोगे, उन लोगों में मैं भी सम्मिलित था। इसलिए नहीं कि मुगल महान थे, अपितु मुझे चिंता इस बात की अधिक थी कि मुगलों का वास्तविक ...
NCERT removes chapters on Mughal Empire: Nostalgia शब्द एक दोधारी तलवार समान है। अगर किसी ऐसे वस्तु या स्थान की पुरानी यादों को सहेजकर रखा जाए, जिससे समाज और संस्कृति का कल्याण हुआ हो, तो वो स्मृतियाँ व्यर्थ नहीं जाती। परंतु हमारे यहाँ कुछ ऐसे प्राणी है, कि चाहे कोई ...
“एक बार जो मैंने कमिटमेंट कर दी, उसके बाद मैं अपने आप की भी नहीं सुनता” लगता है असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा आजकल इसी मोड में रहते हैं। असम और पूर्वोत्तर का जो उन्होंने कायाकल्प किया है, वह किसी से नहीं छुपा है। परंतु जिस प्रकार से वह ...
शास्त्रीय नृत्य की बात आती है तो उत्तर प्रदेश से उत्पन्न हुई कथक नृत्य कला का नाम अवश्य लिया जाता है। कथक भारत के उन चुनिंदा शास्त्रीय नृत्यों में से एक है जिसे सीखने के लिए दुनियाभर से लोग भारत आते हैं और इसकी सराहना करते हैं। परन्तु आज हम ...
Rani Karnavati story in Hindi: भारतीय इतिहास अदम्य साहस की गाथाओं से भरा हुआ है। परंतु इनमें से कुछ कहानियां के बारे में तो हम जानते हैं, जबकि कई कहानियां ऐसी भी रही जो यूं ही इतिहास के पन्नों में दबी रह गयी। खासकर महिलाओं की वीरता की बात आती ...
कार्येषु मन्त्री करणेषु दासी भोज्येषु माता शयनेषु रम्भा। धर्मानुकूला क्षमया धरित्री भार्या च षाड्गुण्यवतीह दुर्लभा।। अर्थात कार्य के संदर्भ में मंत्री, गृहकार्य में दासी, भोजन प्रदान करने वाली मां, रति के संदर्भ में रंभा, धर्म में सनुकुल और क्षमा करने में धृति; इन छह गुणों वाली पत्नी मिलना दुर्लभ है। ...
किन्नरों की स्थिति आज के आधुनिक समय में भी बहुत बुरी हैं, हमेशा से ही इन्हें दोयम दर्जे का समझा जाता रहा है। कई लोग इन्हें घृणा के भाव से देखते हैं। जिस सम्मान के किन्नर अधिकारी हैं उसके लिए वो न जाने कब से संघर्ष कर रहे हैं। इसके विपरीत ...
भले ही सौ-सौ बार दोहरा लीजिए कि अजी नाम में क्या रखा है? परंतु मोदी सरकार हमें बता रही है कि वास्तव में नाम में बहुत कुछ रखा है। इन नामों को बदलकर परतंत्रता की निशानी को मिटाया जा सकता है। इससे अपने इतिहास में मौजूद काले अध्याय को मिटाकर ...
हम अपना इतिहास उठाकर देखेंगे तो इसे वीरगाथाओं से भरा पाएंगे। ऐसे ना जाने कितने वीरे थे, जिन्होंने देश के लिए लड़ते-लड़ते अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। केवल वीर ही नहीं ऐसी कई वीरंगनाएं भी रही, जिन्होंने देश के लिए अपनी जान कुर्बान कर दी। रानी लक्ष्मीबाई, झलकारी बाई, रानी ...
इस दुनिया में जो कुछ है सब उन्हीं की देन है, बाकी सब तो मिथ्या है। सांस ले पा रहे हैं न? खाना बनाकर खा रहे हैं न? विष्ठा निकालना आता है न? सब उन्हीं की देन है। अब आप पूछेंगे कौन? अरे तो जिस तरह भारत की आज़ादी के ...
हर काम का एक समय होता है- एक समय लाया जाता है और एक समय प्रभु द्वारा दिखाया जाता है! राजनीति में इन दिनों दोनों समय की मान्यता बहुत है। सरकार बनने का समय तब आता है जब जनता साथ देती है और नीति निर्धारण की सही बेला उसी समय ...
भारत के गौरवशाली अतीत को इतिहास के पन्नों में पहले तो जगह ही नहीं मिली, अगर किसी जुनूनी भारतीय ने इसकी कोशिश भी की तो उसे सजा दी गई। उन पन्नों को जला दिया गया या फिर पूरी किताब को ही छिपा दिया गया। कई ऐसी घटनाएं हैं और कई ...