सिद्धारमैया की प्लेबुक-हिन्दुओ को लूटो और मुस्लिमों को धनी बनाओ
8 December 2023
बायजूस पर बी. सी. सी. आई. का बीमर!
8 December 2023
आपको क्या लगता है, हमारे भारतीय सिनेमा, विशेषकर बॉलीवुड पर किसका राज रहा है? ISI का? सुनने के लिए अच्छा, पर नहीं! हाजी मस्तान या दाऊद इब्राहिम का? इनका प्रभाव अवश्य था, परन्तु ये भी पूरी तरह भारतीय फिल्म उद्योग को अपनी जकड़ में नहीं रख पाए। नेहरू गाँधी परिवार? ...
विश्वभर से भारत के लिए साकारत्मक खबरें लगातार सामने आ रही हैं। कारण यही है कि भारत तीव्र गति के साथ वैश्विक स्तर पर अपने आप को शक्तिशाली स्थिती में स्थापित करने की दिशा में कार्य कर रहा है। फिर बात चाहे आर्थिक मोर्चे की हो या फिर अन्य किसी ...
जो दिखता है, आवश्यक नहीं कि वही सत्य हो। पिछले कुछ दिनों से अमेरिका कुछ ही ज़्यादा “भारत का हितैषी” दिखने को उद्यत है। वह संसार को यह दिखाना चाहता है कि भारत के लिए यदि कोई सबसे अधिक चिंतित है तो वह अमेरिका ही है, परंतु जी 20 सम्मेलन ...
रूस-यूक्रेन युद्ध में भारत ने जो स्टैंड लिया है, उसकी चर्चाएं हर तरफ लंबे समय से हैं और भारत ने एक बार फिर यूएनजीए की वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया है, जोकि भारत की वैश्विक नेतृत्व की इच्छा को दिखाता है। इस लेख में उन कारणों को जानिए जिसकी वज़ह ...
प्रोजेक्ट 75 भारत: चीन और पाकिस्तान भारत के दो सबसे बड़े दुश्मन और दोनों ही भारत के पड़ोसी। दोनों ही देशों के साथ भारत युद्ध कर चुका है। पाकिस्तान को तो कई बार भारत ने धूल चटाई है लेकिन 1962 में चीन से भारत को हार का मुंह देखना पड़ा ...
Russia China relations: चीन, भारत के बढ़ते वैश्विक प्रभाव से डरकर वक्त-वक्त पर भारत के लिए समस्याएं खड़ी करता रहता है- जबकि दूसरी तरफ भारत-रूस के संबंध एक लंबे से अच्छे हैं। दोनों ही देशों ने मुसीबत के वक्त एक-दूसरे की मदद करके इसे सिद्ध भी किया है लेकिन यदि ...
Putin Doval meeting: भारत वैश्विक स्तर पर आगे की ओर तीव्र गति से बढ़ता जा रहा है- चाहे बात आर्थिक क्षेत्र की हो या फिर रक्षा क्षेत्र की। यही कारण है कि आज विश्व के कई देश भारत के साथ हाथ मिलाना चाहते हैं। अब हाल ही में एनएसए अजीत ...
डॉलर को दुनिया की सबसे मजबूत मुद्रा माना जाता हैं। किसी भी दो देशों को आपस में विदेशी व्यापार करना हो तो उन्हें डॉलर की ही आवश्यकता पड़ती है। हालांकि बदलती वैश्विक परिस्थितियों के साथ डॉलर पर निर्भरता को कम करना अति आवश्यक हो गया है। रूस-यूक्रेन युद्ध ने दुनिया ...
रूस-यूक्रेन युद्ध पर भारत ने जो स्टैंड लिया उसके विरोध में पश्चिम देशों ने खूब बवाल मचाया लेकिन कभी आपने विचार किया है कि क्यों यूक्रेन भारत को लेकर आलोचनात्मक नहीं हुआ? क्यों यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की निरंतर प्रधानमंत्री मोदी से बातचीत करते रहे? क्यों यूक्रेन इस बात को ...
24 फरवरी, 2022 को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन में एक स्पेशल मिलिट्री ऑपरेशन का ऐलान किया. उसके बाद से निरंतर दोनों देशों के बीच युद्ध चल रहा है. इस युद्ध के साथ-साथ वैश्विक राजनीति में कई बड़े बदलाव हमें देखने को मिल रहे हैं. युद्ध की शुरूआत ...
China–Russia Friendship: कहते हैं कि सच्चा मित्र वहीं होता है, जो हर परिस्थिति में आपके साथ डटकर खड़ा रहें। ऐसी ही कुछ भारत और रूस की दोस्ती के साथ भी है। जब जब दोनों देशों को एक दूसरे की आवश्यकता पड़ी तो भारत और रूस एक दूसरे के साथ कंधे ...
India-Sri Lanka Rupee trade: रूस-यूक्रेन युद्ध ने एक ओर तो रूस के मजबूत पक्ष को दुनिया के सामने लाया लेकिन दूसरी ओर कथित वैश्विक शक्ति अमेरिका के खोखलेपन को उजागर भी कर दिया। इस युद्ध के शुरू होने के बाद से ही अमेरिका के अच्छे दिन खत्म हो गए। वैश्विक ...