‘बुझती लौ ज़्यादा फड़फड़ाती है’ वरुण गांधी को देखकर ‘नैतिकता’ से भरोसा ही उठ जाता है
विवाद, तकरार और वरुण गाँधी पुराने और घनिष्ठ मित्र रहे हैं. एक दूजे के बिना अधूरे. इसलिए तो जहाँ वरुण हों वहां कोई विवाद न हो और उस विवाद में भाजपा को न घसीटा जाये ऐसा तो हो ही ...