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संजय सिंह ने ज्वाइन की TJP – तिहाड़ जेल पार्टी!

संजय सिंह ने ज्वाइन की TJP – तिहाड़ जेल पार्टी!

घटनाओं के एक आश्चर्यजनक मोड़ में, आम आदमी पार्टी (आप) के तिहाड़ जेल डिवीजन ने एक नए सदस्य का स्वागत किया है, वह कोई और नहीं बल्कि संजय सिंह हैं, जिन्हें फिल्म टिकट कालाबाजारी के अपने पिछले प्रयासों के लिए प्यार से "टिकट ब्लैकिया" उपनाम दिया गया था। सिंह, जो ...

संजय सिंह

‘सत्येंद्र जैन की गिरफ्तारी जैन समाज का अपमान है’, AAP नेता संजय सिंह के बयान से मचा बवाल

अपराधी का कोई धर्म कोई जाति नहीं होती, उसका अपराध ही उसका पूरा हाल ऐ बयां कर देता है। अब यदि किसी आरोपित को उसकी जाति कौनसी है उस आधार पर गिरफ्तार किया जाए, तो न जाने आज कितने लोग जेल की चक्की पीस रहे होते! अब आम आदमी पार्टी ...

हिन्दू वोट बैंक

UP चुनाव से पहले अखिलेश यादव, प्रियंका वाड्रा और संजय सिंह, रंग बदल फिर अपनाएंगे हिंदू धर्म

विपक्षी राजनीतिक दलों का आज के दौर में अलग ही फसाना है, 5 साल तक मुस्लिमों के तुष्टीकरण के लिए मौलानाओं जैसी बातें करना, और चुनावों की आहट पर मौसमी हिन्दू बन जाना। जी हां! जो राजनीतिक दल मुस्लिम तुष्टीकरण की पराकाष्ठा पार चुके हैं, वो जब हिन्दुओं को लुभाने ...

संजय सिंह

संजय सिंह ने राम भक्तों को कहा ‘चन्दा चोर’, अब राम भक्त घसीटेंगे संजय सिंह को कोर्ट

कहते हैं, विनाश काले विपरीत बुद्धि। ये बात आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह पर बिल्कुल सटीक बैठती है। राम मंदिर के निर्माण को रोकने में असफल रहने पर आम आदमी पार्टी के इस नेता ने हाल ही में राम भक्तों को ‘चन्दा चोर’ की संज्ञा दी। लेकिन जब ...

संजय सिंह

‘वह श्री राम विरोधी और भ्रष्टाचारी है’, AAP प्रवक्ता ने अपनी ही पार्टी के नेता संजय सिंह को किया बेनकाब

संस्कृत में एक कहावत है, ‘अति विनयम् धूर्त लक्षणमः'... यानी वो शख्स जो ज्यादा विनम्रता का ढोंग करें, असल में सबसे चलाक होता है। आम आदमी पार्टी और उसके तमाम नेताओं की स्थिति भी कुछ ऐसी ही है। उत्तर प्रदेश में राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं के चलते भेजे गए संजय सिंह के ...

संजय सिंह

पहले सोमनाथ भारती और अब संजय सिंह की बारी, योगीराज में कानून तोड़ेने वालों पर होगी कड़ी कार्रवाई

सोमनाथ भारती के बाद अब संजय सिंह की बारी देशभर में अराजकतावादियों के साथ लोग कैसा भी बर्ताव करें, परंतु उत्तर प्रदेश वो जगह है जहां से कोई अपराधी फिलहाल के लिए बचकर नहीं निकल सकता। जिस प्रकार से उत्तर प्रदेश के बच्चों का उपहास उड़ाने और योगी आदित्यनाथ को ...

sanjay mishra

एप्पल सिंह से आंखों देखी और आगे- संजय मिश्रा का अद्भुत जीवन

“जब से तू आया है न, अपना आतंक ही खत्म हो गया है!" “कोंकण की मिट्टी से निकला, उमरठ का मर्द मराठा, सूबेदार तानाजी मालुसरे!” अब आप भी सोच रहे होंगे, ये कहां से कहां आ गए हम! पर ऐसी विविधताओं से भरा है संजय मिश्रा का संसार। कभी जिसने ...

भाजपा ने हटाया टी राजा सिंह का निलंबन

भाजपा ने हटाया टी राजा सिंह का निलंबन

चुनाव निकट हैं, और भाजपा अभी से इन चुनावों के साथ साथ 2024 के आम चुनावों हेतु फील्ड सेट कर रही है! शायद इसी दृष्टि से जब तेलंगाना के विधायकों की प्रथम सूची जब सामने आई, तो सब के सब चकित रह गए। असल में गोशमहल विधानसभा क्षेत्र से एक ...

चिमाजी राव अप्पा : जिनके साथ संजय लीला भंसाली ने किया घोर अन्याय

चिमाजी राव अप्पा : जिनके साथ संजय लीला भंसाली ने किया घोर अन्याय

सिनेमा से आप शत प्रतिशत सटीकता यानि एक्युरेसी की आशा नहीं कर सकते। परंतु इसका अर्थ यह भी नहीं है कि आप इतिहास के नाम पर कुछ भी दिखा दें। संजय लीला भंसाली द्वारा निर्देशित “बाजीराव मस्तानी” के साथ यही समस्या थी। उन्होंने मराठा साम्राज्य का गौरव और वैभव दोनों ...

One of the most underrated masterpieces of Sanjay Mishra: Ankhon Dekhi

आँखों देखी: संजय मिश्रा की वो मास्टरपीस जिससे आज भी कई अनभिज्ञ हैं

Ankhon Dekhi Movie Review: फिल्म इंडस्ट्री में संजय मिश्रा को किसी परिचय की आवश्यकता नहीं है, अपने बेजोड़ अभिनय से उन्होंने सिनेमा प्रेमियों के दिलों में एक अलग स्थान बनाया है। विश्व कप 1999 में एप्पल सिंह के रूप में मनोरंजन करना हों या फिर “तान्हाजी” में सूत्रधार के रूप ...

शिवसेना शिंदे

रस्सी जल गई पर बल नहीं गया! ‘स्वघोषित गुंडे’ संजय राउत चुनाव आयोग को ‘फिक्सर’ बता रहे हैं?

कुछ लोगों पर एक कहावत बड़ी चरितार्थ होती है, “चमड़ी जाए पर दमड़ी न जाए।” यशवंत सिन्हा, महुआ मोईत्रा जैसे राजनीतिज्ञ बालक प्रतीत होते हैं, जब बात आए उद्धव ठाकरे के सबसे प्रिय और पूर्व शिवसेना नेता संजय राउत की। शिंदे गुट की हुई शिवसेना यदि आपको लग रहा हो ...

इंदिरा गांधी चौधरी चरण सिंह

जब इंदिरा गांधी ने चौधरी चरण सिंह के पीठ में छुरा घोंपा था

25 जून 1975 देश के लोकतंत्र पर एक बदनुमा दाग की तरह है। ये वो दिन था जब इंदिरा गांधी ने अपनी हार स्वीकारने की जगह देश पर आपातकाल थोप दिया था। स्वतंत्र भारत के इतिहास के पन्नों में ये सबसे विवादास्पद और अलोकतांत्रिक काल माना जाता था। जहां आपातकाल ...

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