'संविधान' के लिए खोज परिणाम

संविधान में कहीं लिखा है क्या? पीएम अगर सीजेआई के यहां गणेश पूजा में पधारे तो मिर्ची क्यों लग गई

देश में गणेशोत्सव की धूम है। गणपति बप्पा की मूर्तियां और गणपति पंडाल भारत के हर छोटे-बड़े शहरों में स्थापित किए गए हैं। एक ऐसा उत्सव, जिसमें पूरा महाराष्ट्र एक अलग उमंग और तरंग में झूम पड़ता है। 19वीं ...

मुस्लिमों के मोह में संविधान की और कितनी अवमानना करोगी ममता दीदी?

ओबीसी आरक्षण पर पश्‍चिम बंगाल की ममता सरकार ने जिस तरह से कलकत्ता हाई कोर्ट के निर्णय पर उंगली उठाई है, उससे तो यही लग रहा है कि राजनीतिक वोट बैंक के लिए संविधान की जितनी अवमानना की जा ...

“केवल एक ही संविधान चलेगा” सुप्रीम कोर्ट ने अनुच्छेद ३७० के समर्थकों की आशाओं पर फेरा पानी

हाल ही में सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में बुधवार (9 अगस्त 2023) को चौथे दिन जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम 2019 को चुनौती देने वाली 23 याचिकाओं पर सुनवाई हुई। इस दौरान 4 घंटे 40 मिनट तक चली कार्रवाई के दौरान ...

बेनेगल नरसिंह राऊ: भारतीय संविधान के वास्तविक रचयिता

बेनेगल नरसिंह राऊ: “आपको लगता है कि सारा प्रयास मेरा है, परंतु ऐसा नहीं है। अगर ऐसे अभूतपूर्व व्यक्तित्व का साथ नहीं होता, और उनका मार्गदर्शन नहीं होता, तो मुझसे ये काम अकेले संभव नहीं था” ये शब्द थे ...

संविधान किसे कहते हैं : परिभाषा एवं प्रकार

Sanvidhan kise kahate hain :संविधान किसे कहते हैं  परिभाषा एवं प्रकार  स्वागत है आपका आज के इस लेख में हम जानेंगे Sanvidhan kise kahate hain साथ ही इससे जुड़े अर्थ एवं परिभाषा के बारें में भी चर्चा की जाएगी ...

‘सेक्युलरिज़्म’ भारत के संविधान में सदैव जुड़ा रहना चाहिए

"भारत एक सेक्युलर यानी धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है" यह शब्द सुनने पर यदि कोई सबसे अधिक आक्रोशित होता है तो वो है भारत का हिंदू समुदाय। हिंदू समाज का एक वर्ग ऐसा है जो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से केवल ...

‘संविधान फिर से पढ़ें’ – दिल्ली को लेकर बकलोली करने वाले केजरीवाल को अमित शाह ने पढ़ाया पाठ !

दिल्ली के मुख्यमंत्री जो की हंसी का पात्र ही बनते आए हैं इस बार भी उसी रीत को निभाते आए हैं और गृह मंत्री अमित शाह कोई हिसाब बकाया नहीं रखते, यह तो सब जानते ही हैं। तो इस ...

भारतीय संविधान में अल्पसंख्यक शब्द को परिभाषित करने का समय आ गया है

अल्पसंख्यक, कौन हैं, किन मापदंडों पर इनका आंकलन किया जाता है? संविधान के अनुरूप संस्थागत व्यवस्था के अनुरूप है भी या नहीं आज यह सबसे बड़ा प्रश्न है। ऐसे में इसकी विवेचना करने का आज सबसे आवश्यक और उपयुक्त ...

जानें क्यों है भारतीय संविधान के अनुच्छेद-29 और 30 में संशोधन की आवश्यकता?

हमें बार-बार कहा जाता है कि कानून के सामने सभी भारतीय समान हैं, लेकिन यह कभी नहीं बताया गया कि कैसे कुछ कानून बहुसंख्यक समुदाय पर असमान रूप से लागू होते हैं और हिंदुओ के साथ भेदभाव का कारण ...

अब समय है कि भारतीय संविधान का ‘भारतीयकरण’ हो और यह सिर्फ भाजपा ही कर सकती है

भारतीय संविधान देश का सबसे स्वीकार्य और साथ ही सबसे पेचीदा दस्तावेज है! इसे स्वीकार करने वाले भी इसे किसी न किसी रूप में बदलने की मांग करते हैं। उन मांगों में से एक भारतीय संविधान का भारतीयकरण है। ...

भारतीय संविधान में अभी भी उपनिवेशवाद की गंध है

दुनिया का सबसे वृहद और विस्तृत लिखित भारतीय संविधान जरूरत के अनुसार लचीला और कठोर दोनों है। हालाँकि, जिस दस्तावेज़ ( भारत सरकार अधिनियम, 1935) और सिद्धांतों ने भारत के संविधान में संतुलन को रोका है, वह आलोचनाओं के ...

भारतीय संविधान की प्रस्तावना से “समाजवादी” और “धर्मनिरपेक्ष” को हटाने का यह सही समय है

एक सरकारी विज्ञापन में संविधान के प्रस्तावना पाठ को 'धर्मनिरपेक्ष' और 'समाजवादी' शब्दों के बिना चित्रित करने से विवाद खड़ा हो गया है। परंतु, जो लोग यह विवाद खड़ा कर रहें है, उन्हे यह समझने की जरूरत है कि ...

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