'संविधान' के लिए खोज परिणाम

‘संविधान फिर से पढ़ें’ – दिल्ली को लेकर बकलोली करने वाले केजरीवाल को अमित शाह ने पढ़ाया पाठ !

दिल्ली के मुख्यमंत्री जो की हंसी का पात्र ही बनते आए हैं इस बार भी उसी रीत को निभाते आए हैं और गृह मंत्री अमित शाह कोई हिसाब बकाया नहीं रखते, यह तो सब जानते ही हैं। तो इस ...

भारतीय संविधान में अल्पसंख्यक शब्द को परिभाषित करने का समय आ गया है

अल्पसंख्यक, कौन हैं, किन मापदंडों पर इनका आंकलन किया जाता है? संविधान के अनुरूप संस्थागत व्यवस्था के अनुरूप है भी या नहीं आज यह सबसे बड़ा प्रश्न है। ऐसे में इसकी विवेचना करने का आज सबसे आवश्यक और उपयुक्त ...

जानें क्यों है भारतीय संविधान के अनुच्छेद-29 और 30 में संशोधन की आवश्यकता?

हमें बार-बार कहा जाता है कि कानून के सामने सभी भारतीय समान हैं, लेकिन यह कभी नहीं बताया गया कि कैसे कुछ कानून बहुसंख्यक समुदाय पर असमान रूप से लागू होते हैं और हिंदुओ के साथ भेदभाव का कारण ...

अब समय है कि भारतीय संविधान का ‘भारतीयकरण’ हो और यह सिर्फ भाजपा ही कर सकती है

भारतीय संविधान देश का सबसे स्वीकार्य और साथ ही सबसे पेचीदा दस्तावेज है! इसे स्वीकार करने वाले भी इसे किसी न किसी रूप में बदलने की मांग करते हैं। उन मांगों में से एक भारतीय संविधान का भारतीयकरण है। ...

भारतीय संविधान में अभी भी उपनिवेशवाद की गंध है

दुनिया का सबसे वृहद और विस्तृत लिखित भारतीय संविधान जरूरत के अनुसार लचीला और कठोर दोनों है। हालाँकि, जिस दस्तावेज़ ( भारत सरकार अधिनियम, 1935) और सिद्धांतों ने भारत के संविधान में संतुलन को रोका है, वह आलोचनाओं के ...

भारतीय संविधान की प्रस्तावना से “समाजवादी” और “धर्मनिरपेक्ष” को हटाने का यह सही समय है

एक सरकारी विज्ञापन में संविधान के प्रस्तावना पाठ को 'धर्मनिरपेक्ष' और 'समाजवादी' शब्दों के बिना चित्रित करने से विवाद खड़ा हो गया है। परंतु, जो लोग यह विवाद खड़ा कर रहें है, उन्हे यह समझने की जरूरत है कि ...

संविधान (127 वां) संशोधन विधेयक समझिये: अब राज्य सरकारें अपने ही वादों के बोझ तले दबेंगी

अक्सर हमने देखा है कि कई विषयों पर केंद्र और राज्यों में टकराव होता है, जिसका दुष्परिणाम पूरे देश को भुगतना पड़ता है। उदाहरण के लिए पेट्रोल के दामों पर दोनों की हठधर्मिता का ही परिणाम है कि आज ...

Economist अशोक लाहिरी के डर से संविधान की धज्जियां उड़ाकर ममता ने मुकुल रॉय को PAC का अध्यक्ष बनाया

नियमों को ताक पर रखकर संविधान की धज्जियां उड़ाना तो जैसे पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की आदत बन गई है। राज्य में राजनीतिक हिंसा से लेकर भ्रष्टाचार तक के मामलों में विपक्ष ममता को घेरता रहता है। ...

ताइवान बनाने जा रहा है एक ‘नया संविधान’ जिसमें चीन का नामो-निशान नहीं होगा

कोरोना काल में ताइवान सबसे मजबूत देश बनकर दुनिया के सामने उभरा है. बिना किसी वैश्विक सहायता के ही इस देश ने कोरोना को लगभग खत्म कर दिया है। ताइवान शुरु से ही कोरोना को लेकर चीन की गलतियों ...

उद्धव ठाकरे की कुर्सी जाने वाली है, रुको! भाजपा नहीं, अब संविधान खुद तख़्तापलट करेगा

लगता है उद्धव ठाकरे के दिन लद गए हैं। वे बतौर मुख्यमंत्री बस चंद दिनों के मेहमान है। पर ठहरिए, इस बार उन्हें हटाने के पीछे भाजपा नहीं, अपितु संविधान के कुछ प्रावधान है, जिनपर शायद ही उद्धव ठाकरे ...

आपातकाल के दौरान संविधान में जबरदस्ती डाला गया समाजवाद, इसे तुरंत हटाओ: BJP MP राकेश सिन्हा

कोरोना की खबर के बीच लोकसभा में कार्रवाई जारी है। सदन अपना काम कर रहा है। इसी बीच लोकसभा में भाजपा के सांसद प्रोफेसर राकेश सिन्हा एक प्रस्ताव लाने जा रहे हैं जिससे विपक्ष में विस्फोट होने की उम्मीद ...

Relax! पुतिन कहीं नहीं जा रहे हैं, सत्ता में बने रहने के लिए उन्होंने फिर संविधान को बदल दिया है

USSR यानि सोवियत संघ के टूटने के बाद रूस के पहले राष्ट्रपति बोरिस येल्टसिन ने वर्ष 1999 में व्लादिमीर पुतिन को देश के राष्ट्रपति के तौर पर नियुक्त किया था। तभी से वे देश के सर्वोच्च पद पर बैठे ...

पृष्ठ 2 of 78 1 2 3 78

Follow us on Twitter

and never miss an insightful take by the TFIPOST team