'साहित्य' के लिए खोज परिणाम

पिछले ३ दशक भारतीय साहित्यिक जगत हेतु किसी नर्क से कम नहीं!

विश्वास नहीं होता, यह वही भारत है, जहाँ से अर्थशास्त्र, रामायण, महाभारत जैसी कालजयी रचनायें निकली है. ये वो भारत नहीं लगता, जहाँ चंद्रकांता, आवरण जैसी रचनाओं से साहित्यिक जगत को समृद्ध किया गया. इस लेख में वो कारण ...

जयशंकर प्रसाद: हिंदी साहित्य के एक सच्चे ध्वजवाहक

"अरुण ये मधुमय देश हमारा, जहां पहुंच अंजान क्षितिज को मिलता एक सहारा" यदि इस छंद को आपने पढ़ा हो तो समझ लीजिए कि आपने अपने स्कूल टाइम में हिंदी को गंभीरता से लिया है। अब हिंदी साहित्य वो ...

क्यों गुनाहों का देवता हिंदी साहित्य की एक कालजयी रचना है?

कहते हैं कि ग्रैबियल गार्सिया मार्केज़ ने एकाकीपन के सौ वर्ष अर्थात 'वन हंड्रेड ईयर्स ऑफ़ सॉलिटियूड' लिखने के बाद दुनियाभर में 7 मकान खरीदे। धर्मवीर भारती ने गुनाहों का देवता लिखने के बाद संपत्ति तो बहुत ज्यादा नहीं ...

पांच हिन्दी साहित्य के रत्न, जिनके फिल्म एवं टीवी रूपांतरण ने उन्हें बर्बाद कर दिया

साहित्य उस अक्षय पात्र समान है, जिससे आप कितना भी ग्रहण करें, उस पात्र में व्यंजन अथवा सामग्री की कोई कमी नहीं रहेगी। अब इसी साहित्य को जब नाट्य मंच अथवा चलचित्र के माध्यम से कोई जनता के एक ...

तुलसीदास बायोग्राफी इन हिंदी : साहित्यिक एवं रचनाएं

Tulsidas Biography in hindi : तुलसीदास बायोग्राफी इन हिंदी : साहित्यिक एवं रचनाएं स्वागत है आपका आज के इस लेख में हम जानेंगे Tulsidas Biography in hindi साथ ही इससे जुड़े साहित्यिक एवं रचनाएं के बारें में भी चर्चा ...

सूर्यकांत त्रिपाठी “निराला” – हिन्दी साहित्य के आधारस्तंभ

“मेरे जीवन का यह है जब प्रथम चरण, इसमें कहाँ मृत्यु? है जीवन ही जीवन अभी पड़ा है आगे सारा यौवन स्वर्ण-किरण कल्लोलों पर बहता रे, बालक-मन, मेरे ही अविकसित राग से विकसित होगा बन्धु, दिगन्त; अभी न होगा ...

मैथिलीशरण गुप्त का जन्म : साहित्यिक परिचय

  मैथिलीशरण गुप्त का जन्म : साहित्यिक परिचय स्वागत है आपका आज के इस लेख में हम जानेंगे की मैथिलीशरण गुप्त के बारे में साथ ही इससे जुड़े कुछ तथ्यों के बारें में भी चर्चा की जाएगी अतः आपसे ...

शरत चंद्र चटोपाध्याय: एक ओवररेटेड साहित्यकार, जिन्होंने ‘लवर्स’ को ‘FOSLA का रोग’ लगा दिया

प्रेम माने निश्छल समर्पण, प्रेम माने त्याग प्रेम यह तो बिल्कुल नहीं है कि वो मेरी नहीं तो किसी की नहीं या प्रेम यह भी नहीं है कि किसी के पीछे आप स्वयं को नष्ट कर लो परंतु जहां ...

लेखक नरेश मेहता का जीवन एवं साहित्यक परिचय

लेखक, कवि नरेश मेहता का जीवन परिचय नरेश मेहता साहित्यिक के बड़े कवि रहें हैं. नरेश मेहता का जन्म सन् 15 फ़रवरी, 1922 ई. में मध्य प्रदेश के मालवा क्षेत्र के शाजापुर कस्बे में हुआ था. नरेश मेहता का ...

मानव तस्करी, अश्लील साहित्य और अमीरों के लिए उदार नियम: Fb के चौंकाने वाला पक्ष

फेसबुक का इस्तेमाल आप क्यों करते हैं? सम्भवतः अपने जान पहचान के लोगों से जुड़े रहने के लिए, उनके गतिविधियों को देखने समझने के लिए आप इसका इस्तेमाल करते होंगे। अगर आपने ध्यान दिया होगा तो अपने पाया होगा ...

राजनीति के बाद अब बॉलीवुड, साहित्य और शैक्षणिक संस्थानों में भी वामपंथी खात्मे के कगार पर है

भारत में आज़ादी के बाद वामपंथ की विचारधारा को एक मजबूत बल मिला। वामपंथी ताकतों द्वारा जहां एक तरफ योजनाबद्ध तरीके से दक्षिणपंथी विचारकों की आवाज़ दबाई गई, तो वहीं दूसरी तरफ देश के बुद्धिजीवी वर्ग में सिर्फ वामपंथी ...

‘हमें एक मज़बूर सरकार नहीं, बल्कि एक मज़बूत सरकार चाहिए’, कला व साहित्य के 907 दिग्गजों ने दिया बड़ा बयान

देश में चुनावी माहौल चल रहा है। 2019 के लोकसभा चुनावों का आज पहले चरण का मतदान हुआ है। इस बीच अब साहित्य जगत के 907 बड़े नामों ने चुनावी सरगर्मी को और तेज करने का काम किया है। ...

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