'सुभाष चंद्र बोस' के लिए खोज परिणाम

Netaji Savarkar Meeting

“इस बैठक के बाद स्वतंत्रता आंदोलन की तस्वीर बदल गई”, वीर सावरकर और नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने क्या बातचीत की थी?

Netaji Savarkar Meeting: हमारे भारतीय इतिहास को दरबारी कथाकारों एवं इतिहासकारों ने इस तरह से रचा था कि हमें केवल वही पढ़ने को मिले, जो वे चाहे; हम वही सुनें, जो वे सुनाना चाहे। मानो एक सुनियोजित षड्यंत्र के तहत हम लोगों में यह ज्ञान फ़ीड किया गया कि ये ...

सुभाषचंद्र बोस फाइल्स, Looks like Rajnath Singh is intent on reopening the Bose files again

सुभाष चंद्र बोस की फाइलों को फिर से खोलने चाहते हैं राजनाथ सिंह?

सुभाषचंद्र बोस फाइल्स - भारत को स्वतंत्र कराने में वैसे तो असंख्य देशभक्तों ने अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया, परंतु समस्या यह है कि केवल कुछ लोगों को आजादी का श्रेय देकर हमेशा से ही उनका गुणगान किया जाता रहा है। इस दौरान अनेकों महान लोगों के योगदान को मिटाने के प्रयास ...

नेताजी सुभाष चंद्र बोस की मृत्यु

सुभाष चंद्र बोस की मृत्यु के रहस्य को सुलझाने में भारत की मदद करना चाहता है ताइवान

अगर आप से एक सवाल पूछा जाए कि महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की मृत्यु कैसे हुई, तो आपका जवाब क्या होगा? सम्भवतः आप दो बातें बोलेंगे। पहली यह कि वो हवाई दुर्घटना में मारे गए, दूसरी बात यह कि वह मरे ही नहीं, बल्कि अज्ञात व्यक्ति की ...

मोदी सरकार ने किया नेताजी सुभाष चंद्र बोस को याद, दिया वो सम्मान जिसके वो हकदार हैं

मोदी सरकार ने किया नेताजी सुभाष चंद्र बोस को याद, दिया वो सम्मान जिसके वो हकदार हैं

“सुभाष जी, सुभाष जी, वो जान ए हिन्द आ गए, है नाज़ जिस पे हिन्द को, वो शान ए हिन्द आ गए” ये गीत आज की वास्तविकता है, क्योंकि जिस व्यक्ति को केवल कुछ वाद विवाद प्रतियोगिता और कुछ कमीशन मात्र तक सीमित कर दिया गया था, अब उन्हे पुनः ...

सुभाष चंद्र बोस जय हिन्द का नारा किसने दिया था

वो सम्मान, जिसके बोस हकदार हैं- सुभाष चंद्र बोस की जयंती के साथ अब शुरु होगा गणतंत्र दिवस समारोह

केंद्र सरकार ने गणतंत्र दिवस को लेकर बड़ा फैसला लिया है। खबरों के अनुसार देश में अब गणतंत्र दिवस के जश्न की शुरुआत 24 जनवरी की जगह 23 जनवरी से होगी। बताया जा रहा है कि सरकार ने यह कदम सुभाष चंद्र बोस की जयंती को भी गणतंत्र दिवस के ...

पटेल के बाद, नेताजी सुभाष चंद्र बोस की विरासत सहेजने को तैयार है मोदी सरकार

पटेल के बाद, नेताजी सुभाष चंद्र बोस की विरासत सहेजने को तैयार है मोदी सरकार

2021 का वर्ष भारत के लिए काफी अनोखा है। इसी वर्ष 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जन्म को 124 वर्ष पूरे हो जाएंगे, और इसीलिए उनके 125वीं जन्मदिवस को केंद्र सरकार एक भव्य उत्सव की तरह मनाना चाहती है। इस परिप्रेक्ष्य में अभी हाल ही में संस्कृति ...

दूरदर्शन से ऑस्कर तक, के सुभाष चंद्रबोस की अनोखी कथा

दूरदर्शन से ऑस्कर तक, के सुभाष चंद्रबोस की अनोखी कथा

के सुभाष चंद्रबोस: वो कहते हैं न, कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती.... 13 मार्च 2023 को प्रात: काल इसका प्रत्यक्ष प्रमाण अनेक भारतीयों को देखने को मिला। जिस फिल्म को केवल इसलिए आलोचना का सामना करना पड़ा, क्योंकि उसने भारत की वास्तविकता चित्रित करने के नाम पर ...

चंद्रशेखर आज़ाद

3 अभियुक्त, 1 उद्देश्य: किसने चंद्रशेखर आजाद के साथ विश्वासघात किया?

“दुश्मन की गोलियों का सामना करेंगे, आजाद ही रहें हैं, और आजाद ही रहेंगे!” चंद्रशेखर आजाद एक ऐसा नाम जो भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन का उतना ही अभिन्न अंग है जितना सरदार पटेल, नेताजी सुभाषचंद्र बोस, भगत सिंह इत्यादि। 27 फरवरी 1931 को केवल 24 वर्ष की आयु में इन्होंने मातृभूमि ...

तो क्या उत्तर प्रदेश के गुमनामी बाबा ही थे नेताजी सुभाष चन्द्र बोस?

तो क्या उत्तर प्रदेश के गुमनामी बाबा ही थे नेताजी सुभाष चन्द्र बोस?

आज अगर हम कक्षा 8 के एक विद्यार्थी से नताजी सुभाष चन्द्र बोसे के बारे में पूछेंगे तो शायद हमें कोई जवाब मिल भी जाएगा। लेकिन अगर हम उनसे नेताजी के मृत्यु के बारे में पूछेंगे तो जवाब मिलने की उम्मीद न के बराबर है। क्योंकि कक्षा 8 की एनसीईआरटी ...

7 सबसे अशुद्ध भारतीय इंडियन वॉर मूवीज़

7 सबसे अशुद्ध भारतीय इंडियन वॉर मूवीज़

भारतीय सिनेमा में युद्ध नाटकों के निर्माण का एक लंबा इतिहास रहा है जो देश की सशस्त्र सेनाओं के वीरतापूर्ण बलिदान और संघर्ष को दर्शाते हैं। जहां कुछ फिल्मों ने इन ऐतिहासिक घटनाओं के सार को सफलतापूर्वक पकड़ लिया है, वहीं अन्य फिल्मों में कमी रह गई है, जिससे भारतीय ...

श्री औरोबिन्दो: निस्संदेह एक उत्तम भारतीय बुद्धिजीवी जिन्हे कभी उनका उचित सम्मान नहीं मिला

श्री औरोबिन्दो: निस्संदेह एक उत्तम भारतीय बुद्धिजीवी जिन्हे कभी उनका उचित सम्मान नहीं मिला

जब भारतीय बुद्धिजीवियों की बात हो, तब आपके मस्तिष्क में किनके नाम आते हैं? एपीजे अब्दुल कलाम, अमर्त्य सेन, शशि थरूर जैसे लोगों के ना? अगर तनिक पीछे जाएँ, तो स्मरण में स्वामी विवेकानंद, लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक, या फिर मोहनदास करमचंद गाँधी जैसे लोगों का नाम आएगा. परन्तु ऐसे ...

Rahul Gandhi NRI speech

राहुल का दिव्य ज्ञान: मोतीलाल थे NRI, पटेल थे NRI, हम सब हैं NRI!

Rahul Gandhi NRI speech: भारतीय राजनीति के भव्य रंगमंच में, कुछ पात्र ऐसे हैं जो विस्मित करने से कभी नहीं चूकते। इन आकर्षक हस्तियों के बीच राहुल गांधी की अपनी अलग पहचान है। राष्ट्रीय महत्व के मामलों पर राहुल का अनूठा दृष्टिकोण वास्तव में निरंतर विस्मय का स्रोत है। चाहे ...

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