28 अप्रैल 1758 – आज ही के दिन “कटक से अटक तक” हिंदवी स्वराज्य की नींव पड़ी
“आदि से अनंत तक, यही है परंपरा, कायर भोगे दुख सदा, वीर भोग्य वसुंधरा!” ये वाक्य हमारे देश के असंख्य योद्धाओं की आदर्श नीति रही है, जिन्होंने हमारी मातृभूमि के लिए अपने प्राणों की आहुति देने में भी संकोच ...