• About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
TFI Official Merchandise
TFI English
TFI Global
Friday, March 31, 2023
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    चुनाव आयोग ने घोषणा भी नहीं की और कांग्रेस और जेडीएस का पत्ता पहले ही कट

    चुनाव आयोग ने घोषणा भी नहीं की और कांग्रेस और जेडीएस का पत्ता पहले ही कट

    Jamia violence case

    Jamia violence case: दिल्ली हाईकोर्ट ने छीना शरजील इमाम और सफूरा का चैन

    Atiq Ahmed gets life term

    Atiq Ahmed gets life term: कौन है अतीक अहमद और आज योगी सरकार के नाम से क्यों काँपता है?

    disqualification of Rahul Gandhi

    राहुल गांधी के प्रकरण में कूदे विदेशी, भाजपा ने कहा “भारत विदेशी प्रभाव को सहन नही करेगा”

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    Chinese FDI

    Chinese FDI: चीनी निवेशकों की कमर तोड़ने को तैयार हुई निर्मला सीतारमण

    भारतीय सॉफ्ट ड्रिंक व्यवसाय में रिलायंस का प्रवेश: क्या कैंपा कोला कर सकती है वापसी ?

    भारतीय सॉफ्ट ड्रिंक व्यवसाय में रिलायंस का प्रवेश: क्या कैंपा कोला कर सकती है वापसी ?

    Enemy properties बेच 1 लाख करोड़ कमाएगा इंडिया

    Enemy properties बेच 1 लाख करोड़ कमाएगा इंडिया

    यूं ही नहीं बने शक्तिकान्त दास  “गवर्नर ऑफ द ईयर”

    यूं ही नहीं बने शक्तिकान्त दास “गवर्नर ऑफ द ईयर”

    • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    अब भारतीय सेना के पास होंगी अपनी सैटेलाइट

    अब भारतीय सेना के पास होंगी अपनी सैटेलाइट

    अरुणाचल की दिबांग परियोजना बैठाएगी पूर्वोत्तर के विकास और पर्यावरण में सामंजस्य

    अरुणाचल की दिबांग परियोजना बैठाएगी पूर्वोत्तर के विकास और पर्यावरण में सामंजस्य

    इंडो पैसिफिक में चीन को चुनौती देने हेतु एक हुए नौसेना के धुरंधर

    इंडो पैसिफिक में चीन को चुनौती देने हेतु एक हुए नौसेना के धुरंधर

    पावर ट्रांसमिशन भारत

    भारत के पावर ट्रांसमिशन में आयेगी क्रांति

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    चूहे बिल्ली के इस खेल में क्यों ज़ाकिर नाईक जीत रहा है?

    चूहे बिल्ली के इस खेल में क्यों ज़ाकिर नाईक जीत रहा है?

    पाकिस्तान के लिए अब कोई “इस्लामिक भाईचारा” नहीं!

    पाकिस्तान के लिए अब कोई “इस्लामिक भाईचारा” नहीं!

    3rd Highest Leader In Buddhism: दलाई लामा का एक दांव, और चीन चारों खाने चित्त

    3rd Highest Leader In Buddhism: दलाई लामा का एक दांव, और चीन चारों खाने चित्त

    CIA chief visit to Sri Lanka

    CIA chief visit to Sri Lanka: श्रीलंका में CIA? ये कौन सा “शीतयुद्ध” है?

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    बीर टिकेन्द्रजीत : जिसने मणिपुर और भारत के लिए अपना सर्वस्व अर्पण कर दिया

    बीर टिकेन्द्रजीत : जिसने मणिपुर और भारत के लिए अपना सर्वस्व अर्पण कर दिया

    आज भी BCCI और गांगुली के लिए दुस्वप्न समान है ग्रेग चैपल की नियुक्ति

    आज भी BCCI और गांगुली के लिए दुस्वप्न समान है ग्रेग चैपल की नियुक्ति

    रघुनाथ राव

    रघुनाथ राव और माधवराव के बीच वह “महाभारत”, जिसे रोका जा सकता था

    हाँ भई, अकबर हृतिक रोशन कम, नसीरुद्दीन शाह अधिक लगते थे

    हाँ भई, अकबर हृतिक रोशन कम, नसीरुद्दीन शाह अधिक लगते थे

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    अपने हाथों से ही अपने करियर को उजाड़ दिए राजकुमार और आयुष्मान….

    अपने हाथों से ही अपने करियर को उजाड़ दिए राजकुमार और आयुष्मान….

    कंगना रनौत

    2023 में या तो कंगना रनौत वापसी करेंगी, या फिर….

    सिद्धार्थ रॉय कपूर बॉलीवुड

    सिद्धार्थ रॉय कपूर ने दिया बॉलीवुड को एक महत्वपूर्ण संदेश

    प्रियंका चोपड़ा बॉलीवुड

    प्रियंका चोपड़ा ने बॉलीवुड पर सटीक निशाना लगाया है!

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    चुनाव आयोग ने घोषणा भी नहीं की और कांग्रेस और जेडीएस का पत्ता पहले ही कट

    चुनाव आयोग ने घोषणा भी नहीं की और कांग्रेस और जेडीएस का पत्ता पहले ही कट

    Jamia violence case

    Jamia violence case: दिल्ली हाईकोर्ट ने छीना शरजील इमाम और सफूरा का चैन

    Atiq Ahmed gets life term

    Atiq Ahmed gets life term: कौन है अतीक अहमद और आज योगी सरकार के नाम से क्यों काँपता है?

    disqualification of Rahul Gandhi

    राहुल गांधी के प्रकरण में कूदे विदेशी, भाजपा ने कहा “भारत विदेशी प्रभाव को सहन नही करेगा”

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    Chinese FDI

    Chinese FDI: चीनी निवेशकों की कमर तोड़ने को तैयार हुई निर्मला सीतारमण

    भारतीय सॉफ्ट ड्रिंक व्यवसाय में रिलायंस का प्रवेश: क्या कैंपा कोला कर सकती है वापसी ?

    भारतीय सॉफ्ट ड्रिंक व्यवसाय में रिलायंस का प्रवेश: क्या कैंपा कोला कर सकती है वापसी ?

    Enemy properties बेच 1 लाख करोड़ कमाएगा इंडिया

    Enemy properties बेच 1 लाख करोड़ कमाएगा इंडिया

    यूं ही नहीं बने शक्तिकान्त दास  “गवर्नर ऑफ द ईयर”

    यूं ही नहीं बने शक्तिकान्त दास “गवर्नर ऑफ द ईयर”

    • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    अब भारतीय सेना के पास होंगी अपनी सैटेलाइट

    अब भारतीय सेना के पास होंगी अपनी सैटेलाइट

    अरुणाचल की दिबांग परियोजना बैठाएगी पूर्वोत्तर के विकास और पर्यावरण में सामंजस्य

    अरुणाचल की दिबांग परियोजना बैठाएगी पूर्वोत्तर के विकास और पर्यावरण में सामंजस्य

    इंडो पैसिफिक में चीन को चुनौती देने हेतु एक हुए नौसेना के धुरंधर

    इंडो पैसिफिक में चीन को चुनौती देने हेतु एक हुए नौसेना के धुरंधर

    पावर ट्रांसमिशन भारत

    भारत के पावर ट्रांसमिशन में आयेगी क्रांति

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    चूहे बिल्ली के इस खेल में क्यों ज़ाकिर नाईक जीत रहा है?

    चूहे बिल्ली के इस खेल में क्यों ज़ाकिर नाईक जीत रहा है?

    पाकिस्तान के लिए अब कोई “इस्लामिक भाईचारा” नहीं!

    पाकिस्तान के लिए अब कोई “इस्लामिक भाईचारा” नहीं!

    3rd Highest Leader In Buddhism: दलाई लामा का एक दांव, और चीन चारों खाने चित्त

    3rd Highest Leader In Buddhism: दलाई लामा का एक दांव, और चीन चारों खाने चित्त

    CIA chief visit to Sri Lanka

    CIA chief visit to Sri Lanka: श्रीलंका में CIA? ये कौन सा “शीतयुद्ध” है?

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    बीर टिकेन्द्रजीत : जिसने मणिपुर और भारत के लिए अपना सर्वस्व अर्पण कर दिया

    बीर टिकेन्द्रजीत : जिसने मणिपुर और भारत के लिए अपना सर्वस्व अर्पण कर दिया

    आज भी BCCI और गांगुली के लिए दुस्वप्न समान है ग्रेग चैपल की नियुक्ति

    आज भी BCCI और गांगुली के लिए दुस्वप्न समान है ग्रेग चैपल की नियुक्ति

    रघुनाथ राव

    रघुनाथ राव और माधवराव के बीच वह “महाभारत”, जिसे रोका जा सकता था

    हाँ भई, अकबर हृतिक रोशन कम, नसीरुद्दीन शाह अधिक लगते थे

    हाँ भई, अकबर हृतिक रोशन कम, नसीरुद्दीन शाह अधिक लगते थे

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    अपने हाथों से ही अपने करियर को उजाड़ दिए राजकुमार और आयुष्मान….

    अपने हाथों से ही अपने करियर को उजाड़ दिए राजकुमार और आयुष्मान….

    कंगना रनौत

    2023 में या तो कंगना रनौत वापसी करेंगी, या फिर….

    सिद्धार्थ रॉय कपूर बॉलीवुड

    सिद्धार्थ रॉय कपूर ने दिया बॉलीवुड को एक महत्वपूर्ण संदेश

    प्रियंका चोपड़ा बॉलीवुड

    प्रियंका चोपड़ा ने बॉलीवुड पर सटीक निशाना लगाया है!

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें

5 अवसर, जब शत्रु के हाथ से रेत की भाँति फिसले हमारे वीर

अंतिम श्वास तक देश की सेवा करना चाहते थे ये!

Animesh Pandey
द्वारा Animesh Pandey
18 March 2023
in इतिहास
0
5 अवसर, जब शत्रु के हाथ से रेत की भाँति फिसले हमारे वीर
39
व्यूज़
Share on FacebookShare on Twitter

जब जरासंध के निरंतर आक्रमण पर श्रीकृष्ण ने मथुरा त्याग दी, तो उन्हें “रणछोड़” की उपाधि दी गई। तो क्या वे कायर थे? नहीं, परंतु श्रीकृष्ण को ज्ञात था कि जरासंध को परास्त करने के लिए ये सही समय नहीं, और वे अपनी भूमि को दांव पे नहीं लगाना चाहते थे। ऐसे ही कुछ वीर इस भूमि पे जन्मे है, जिन्होंने दो कदम इसलिए पीछे खींचे, ताकि एक लंबी छलांग लगाकर शत्रु को चारों खाने चित्त कर सके।

इस लेख में मिलिए उन लोगों से, जिन्होंने भारत के शत्रुओं को ऐसा छकाया कि वे हाथ मलते ही रह गए। तो अविलंब आरंभ करते हैं।

  • छत्रपति शिवाजी महाराज –

सर्वप्रथम बात करते हैं छत्रपति शिवाजी महाराज की। इन्होंने हिंदवी स्वराज्य की नींव रखी, और मुगलों की नाक में दम कर दिया। परंतु पुरंदर के समझौते ने उनके विजय अभियान पर कुछ समय के लिए रोक लगाई।

इसके अंतर्गत शिवाजी महाराज मुगल राजधानी आगरा आये। परंतु औरंगजेब का स्वभाव देखकर वे क्रोधित हुए, और उन्होंने दरबार त्याग दिया। इन्हे आगरा में नज़रबंद किया गया।

और पढ़ें:   जब छत्रपति शिवाजी महाराज के प्रति आकर्षित हुई थी औरंगजेब की पुत्री

पर ये इनके अनुयाइयों को स्वीकार न था। जब कुछ मराठों को ज्ञात हुआ कि शिवाजी राजे फल और मिठाई का कुछ अधिक सेवन करने लगे हैं, तो उन्होंने इसी को अपना अस्त्र बनाया। बहिरजी नाईक के नेतृत्व में एक योजना बनी, और शिवाजी महाराज एवं उनके पुत्र को  “फलों की टोकरी” में सकुशल आगरा से बाहर निकलवाया। मुगलों को जब तक पता चला,छत्रपति शिवाजी  राजे फुर्र हो चुके थे।

  • रास बिहारी बसु –

क्रांति अभियान के एक महत्वपूर्ण हिस्सा थे ये। इनके भी किस्से अजब हैं। जब लॉर्ड हार्डिंग पर आघात हुआ, तो ये प्रमुख आरोपियों में से एक थे। परंतु किसी को कानों कान खबर नहीं हुई, और इन्होंने वन विभाग में रहते हुए लॉर्ड हार्डिंग के हमले के निंदा प्रस्ताव का भी समर्थन किया!

ऐसे ही जब गदर आंदोलन के बाद पुलिस को इनकी गतिविधियों का आभास हुआ, तो इन्होंने जापान में शरण ली। इनका तरीका भी ऐसा था कि कोई अंग्रेज़ सोच भी न सके। इन्होंने पासपोर्ट में अपने आप को रवींद्रनाथ टेगोर का भांजा बताया, और जब तक ये जापान नहीं पहुँच गए, किसी को शक भी नहीं हुआ। इन्होंने आगे चलकर इंडियन नेशनल आर्मी की नींव रखी।

  • बरिंद्र कुमार घोष –

जब देश में क्रांतिकारियों का आंदोलन प्रारंभ हुआ, तो उसके सर्वप्रथम प्रणेताओं में से एक थे बरिंद्र कुमार घोष। पर क्या आप जानते हैं कि ये कालापानी से सफलतापूर्वक भागे थे?

30 अप्रैल 1908 को खुदीराम बोस और प्रफुल्ल चाकी ने किंग्स्फोर्ड की हत्या का प्रयास किया जिसके फलस्वरूप पुलिस ने बहुत तेजी से क्रांतिकारियों की धर-पकड़ शुरू कर दी और दुर्भाग्य से 2 मई 1908 को श्री बारिन घोष को भी उनके कई साथियों सहित गिरफ्तार कर लिया गया।

उन पर “अलीपुर बम केस” चलाया गया और प्रारम्भ में ही उन्हें मृत्युदण्ड की सजा दे दी गयी परन्तु बाद में उसे आजीवन कारावास कर दिया गया।

उन्हें अंडमान की भयावह सेल्युलर जेल में भेज दिया गया जहाँ वह 1920 तक बन्दी रहे। परंतु बहुत कम लोग जानते है कि ये 1915 में कालापानी से बच निकले थे, और कुछ समय इन्होंने पुरी धाम में बिताया। परंतु जब यतींद्र नाथ मुखर्जी वीरगति को प्राप्त हुए, तो उसी झड़प में ये घायल हुए और इन्हे पुनः हिरासत में लिया गया।

  • भगत सिंह :-

अब इन्हे कौन नहीं जानता? भगत सिंह तो भारत में क्रांति का प्रतीक चिन्ह है।

परंतु जब सौंडर्स को उड़ाया गया था, तो स्थिति ऐसी नहीं थी।  १७ दिसम्बर को स्काट की गफलत में सांडर्स मारा गया।

इस घटना के बाद सुखदेव और भगत सिंह दुर्गा भाभी के घर पहुंचे  तक भगत सिंह अपने बाल कटवा चुके थे। जब वे दुर्गा भाभी के घर आये, तो वे समझ ही नहीं पाई कि अंग्रेज़ी वेशभूषा में ये कौन है? जब सुखदेव ने सारी बात बताई, तो हँसते हुए भगत ने कहा, “अगर मेरी भाभी ही नहीं पहचान पाई, तो इन गोरों की क्या बिसात?”

   और पढ़ें:   भगत सिंह के जीवन के अंतिम 12 घंटों की वो कहानी, जो रोंगटे खड़े कर देती है

पार्टी ने इन दोनों को सुरक्षित लाहौर से निकालने की जिम्मेदारी दुर्गा भाभी को दे दी। उन्होंने अपने घर में रखे एक हजार रुपये पार्टी को दे दिए। भगत सिंह के कह अनुसार कोई भी इन्हे पहचान नहीं पाया, जबकि पूरा लाहौर इनके पीछे छावनी में परिवर्तित हो गया।

  • नेताजी सुभाष चंद्र बोस

इनका किस्सा सबसे अनोखा है। सुभाष को नज़रबंद किया गया, और अंग्रेज़ सरकार इन्हे युद्ध पूरा होने तक जेल में ही रखना चाहती थी।

पर क्या सुभाष बाबू मानते? एक तो धाकड़, ऊपर से वीर सावरकर की सलाह उनके मन मस्तिष्क में गूँज रही थी।

अतः नजरबन्दी से निकलने के लिये सुभाष ने एक योजना बनायी। 16 जनवरी 1941 को वे पुलिस को चकमा देते हुए अपने घर से निकले। शरदबाबू के बड़े बेटे शिशिर ने उन्हे अपनी गाड़ी से कोलकाता से दूर झारखंड राज्य के धनबाद जिले (गोमोह) तक पहुँचाया। गोमोह रेलवे स्टेशन(वर्तमान में नेता जी सुभाष चंद्र बोस जंक्शन, गोमोह) से फ्रण्टियर मेल पकड़कर वे पेशावर पहुँचे।

“इस बैठक के बाद स्वतंत्रता आंदोलन की तस्वीर बदल गई”, वीर सावरकर और नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने क्या बातचीत की थी?

पेशावर में उन्हें फॉरवर्ड ब्लॉक के एक सहकारी, मियाँ अकबर शाह मिले। मियाँ अकबर शाह ने उनकी मुलाकात, किर्ती किसान पार्टी के भगतराम तलवार से करा दी।

इधर अंग्रेज़ ‘निगरानी’ में लगे रहे, और उधरभगतराम तलवार के साथ सुभाष पेशावर से अफगानिस्तान की राजधानी काबुल की ओर निकल पड़े। तालियां बजते रहनी चाहिए अंग्रेज़ों के लिए।

TFI का समर्थन करें:

सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की ‘राइट’ विचारधारा को मजबूती देने के लिए TFI-STORE.COM से बेहतरीन गुणवत्ता के वस्त्र क्रय कर हमारा समर्थन करें।

Tags: Bhagat SinghBirendra Kumar GhoshBritish RajChatrapati Shivaji MahrajColonial RuleFreedom FightersFugitivesGreatest EscapesHeroesHistorical EventsIndian HistoryIndian Independence MovementIndian RebellionJailbreaksKeywords: EscapesLegends.NationalismNetaji Subhash Chandra BosePolitical ActivismPrisonersRam Bihari BasuResistance Movements
शेयरट्वीटभेजिए

पिछली पोस्ट

रॉकेट से नए क्षितिज तक : रॉकेट बॉय्ज़ के नए सीज़न ने सबका मन मोहा

अगली पोस्ट

अरुणाचल की दिबांग परियोजना बैठाएगी पूर्वोत्तर के विकास और पर्यावरण में सामंजस्य

Animesh Pandey

Animesh Pandey

Lead Editor, TFI Media Vidyarthi of History, Cinema Buff, Akhand Bharat Parmo Dharma

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

  • सर्वाधिक पढ़े गए
  • टिप्पणियाँ
  • नवीनतम
“धौंसिये को औकात बता दी”, अजय देवगन ने करण जौहर की दादागिरी उतार उसे माफी मांगने पर मजबूर कर दिया

“धौंसिये को औकात बता दी”, अजय देवगन ने करण जौहर की दादागिरी उतार उसे माफी मांगने पर मजबूर कर दिया

24 June 2020
चीन, ऑस्ट्रेलिया,

‘जांच तो होकर रहेगी, चाहे जितना रो लो’, ऑस्ट्रेलिया ने ड्रैगन को उसी की भाषा में मजा चखा दिया

29 April 2020
G7

दुनिया के 7 बड़े देश एक बात पर हुए सहमत – हम सब चीन के खिलाफ हैं

18 April 2020
जापान, चीन

‘हमारी जल सीमा से तुरंत निकल लो’, East China Sea में घुसपैठ करने जा रहे चीनियों को जापानी नौसेना ने खदेड़ा

10 May 2020
रवीश कुमार

यदि रवीश कुमार मेरे सवालों का ठीक ठीक उत्तर दे दें, तो मैं लिखना छोड़ दूंगा

सरकारी बैंक

प्रिय बैंक कर्मचारियों, अपनी हड़ताल जारी रखें, PSB का निजीकरण होकर रहेगा

संदीप मिश्रा

अखबार के एक मैट्रिमोनियल कॉलम से शुरू हुई प्रेम और देश प्रेम की कहानी

संजय झा

यक्ष – संजय झा संवाद: ऐसे प्रश्न और ऐसे उत्तर जो आपको सोचने पर मजबूर कर देंगे

अब भारतीय सेना के पास होंगी अपनी सैटेलाइट

अब भारतीय सेना के पास होंगी अपनी सैटेलाइट

30 March 2023
चूहे बिल्ली के इस खेल में क्यों ज़ाकिर नाईक जीत रहा है?

चूहे बिल्ली के इस खेल में क्यों ज़ाकिर नाईक जीत रहा है?

30 March 2023
चुनाव आयोग ने घोषणा भी नहीं की और कांग्रेस और जेडीएस का पत्ता पहले ही कट

चुनाव आयोग ने घोषणा भी नहीं की और कांग्रेस और जेडीएस का पत्ता पहले ही कट

30 March 2023
अपने हाथों से ही अपने करियर को उजाड़ दिए राजकुमार और आयुष्मान….

अपने हाथों से ही अपने करियर को उजाड़ दिए राजकुमार और आयुष्मान….

30 March 2023

इस सप्ताह लोकप्रिय

अजमेर के काले सच को सामने लाएगी “द अजमेर फाइल्स”
चलचित्र

अजमेर के काले सच को सामने लाएगी “द अजमेर फाइल्स”

द्वारा Animesh Pandey
25 March 2023
Flop Bollywood Movies 2023
चलचित्र

भाड़ में जाए एजेंडा : भारतीय ऑडियंस का सख्त संदेश

द्वारा Animesh Pandey
27 March 2023
3rd Highest Leader In Buddhism: दलाई लामा का एक दांव, और चीन चारों खाने चित्त
विश्व

3rd Highest Leader In Buddhism: दलाई लामा का एक दांव, और चीन चारों खाने चित्त

द्वारा Yogesh Sharma
28 March 2023
प्रियंका चोपड़ा बॉलीवुड
चलचित्र

प्रियंका चोपड़ा ने बॉलीवुड पर सटीक निशाना लगाया है!

द्वारा Animesh Pandey
29 March 2023
Merchant meaning in hindi
मुझे हिंदी में खबर बताओ

 Merchant meaning in hindi : vilom paryayvachi and examples –

द्वारा Trending News Team
24 November 2022

©2023 TFI Media Private Limited

  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFI Official Merchandise
TFI English
TFI Global
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships

©2023 TFI Media Private Limited

Follow us on Twitter

and never miss an insightful take by the TFIPOST team

Follow @tfipost_in