EVM पर सवाल उठाने वालों को लगा सुप्रीम झटका।
29 April 2024
बस्तर में कैसे दम तोड़ रहा नक्सलवाद?
29 April 2024
भारत के जम्मू-कश्मीर में जिस प्रकार से क्रमबद्ध योजना से हिंदुओ की हत्या हो रही है, वह अत्यंत निंदनीय और हताशापूर्ण है। इस महीने घाटी में अलग-अलग हमलों में दो शिक्षकों, एक फार्मेसी के मालिक और पांच गैर-स्थानीय मजदूरों सहित 11 नागरिक मारे गए हैं। ऐसे में घाटी में सुरक्षा ...
Islamoleftists हर रोज नई-नई चीजों को ढूंढकर माहौल बनाने की कोशिश करते रहते हैं। हर बार जहां संख्या कम होती है, वहां ये अंडर डॉग का रोल अपनाते हैं। आर्यन खान के मुद्दे को अल्पसंख्यक और इस्लाम से जोड़ने के पीछे भी ऐसे लोगों का ही हाथ था। इनमें एक ...
वो कहते हैं न, जंगल को जलाने हेतु एक चिंगारी ही काफी है। वामपंथी जंगल करेक्शन इकोसिस्टम भी बड़ा विचित्र है, वो भलि भांति परिचित है कि लोग किस प्रकार से उनकी लंका लगा सकते हैं, लेकिन उनका ईगो इस स्तर का है कि एक छोटे से ट्वीट पर वो ...
आदमी जैसा सोचता है, वैसा ही बन जाता है। अभिव्यक्ति की आजादी है लेकिन देश के टुकड़े करने की बात करने वालों को नजरंदाज नहीं किया जा सकता। ये सारी बातें दिल्ली की साकेत कोर्ट में JNU के छात्र शरजील इमाम द्वारा देश के नार्थ ईस्ट राज्यों, अर्थात चिकन नेक ...
विगत कुछ वर्षों में देश नें कई आंदोलन देखें तो सभी आंदोलनों का कारण मुख्यतः संसद से पारित हुए कानून ही रहे है। चाहे नागरिकता कानून हो या कृषि कानून सभी विधायी निर्देशों को लेकर समाज के एक वर्ग ने विरोध किया, परंतु उन्होंने विरोध को विद्रोह के स्तर तक ...
The Kerala Story Review: कुछ कथाएँ ऐसी होती है, जिनका मूल उद्देश्य केवल मनोरंजन नही, अपितु आपको एक प्रश्न के साथ छोड़ जाना है : क्यों? आखिर क्यों हुआ ये? ऐसा क्यों होता है? क्यों किसी ने इसे रोका नहीं? अगर कोई समस्या है, तो या तो आप समझौता कर ...
पिछले कुछ वर्षों से देश और दुनिया में इस्लामिक कट्टरता काफी बढ़ती हुई दिख रही है। कुछ लोग इस्लामिक कट्टरता का जहर घोलने का प्रयास करते नजर आ रहे हैं। एक इसके पक्ष में लिख था है लिख रहा है तो दूसरा पक्ष ऐसा भी है जो इस कट्टरता के ...
Aamir Khan daughter engagement: ये काफिर हैं, ये करना गुनाह है, वो करना गुनाह है, हमारे धर्म में यह नहीं कर सकते...इस प्रकार की तमाम बातें आप हमेशा से ही एक समुदाय के लोगों के द्वारा सुनते आ रहे होंगे। आये दिन यह लोग अपने ही धर्म के लोगों को ...
एक प्रश्न है- किसी व्यक्ति को मारकर उसके 35 टुकड़े करना और फिर उन सभी टुकड़ों को शहर में अलग-अलग स्थानों पर फेंकना क्या किसी सामान्य व्यक्ति का काम हो सकता है? क्या इस तरह का राक्षसी और क्रूरतापूर्ण कृत्य सामान्य सोच रखने वाला व्यक्ति कर सकता है? निसंदेह नहीं। ...
यदि आपकी धार्मिक भावनाओं को कोई आहत कर दे तो आप क्या करेंगे। यदि आप साधारण से मनुष्य है तो फलाने व्यक्ति को समझाएंगे बुझाएंगे। यदि इससे भी बात नहीं बनेगी तो आप कानून का रास्ता लेकर न्याय की आशा करेंगे। लेकिन ऐसे सीधे रास्ते पर चलने की आशा मजहबी ...
झूठों का कुनबा बहुत बड़ा तो नहीं होता है पर होता तो है, इस कुनबे के लोगों के प्रपंच की कहानी इतनी है कि यह पैसों के भूखे होते हैं, जो दाना डाल दे उसके हो जाते हैं फिर चाहे झूठे साक्ष्य प्रस्तुत कर झूठ का अंबार ही क्यों न ...
जमाना बदल सकता है, असम्भव भी संभव हो सकता है, पर अगर कुछ नहीं बदल सकता है, तो वो है वामपंथियों और कट्टरपंथियों का स्वभाव। वो आज भी अपनी कुत्सित मानसिकता और अपनी विकृत कुंठाओं के सहारे जी रहे हैं। देश विरोध इनमें कूट-कूट कर भरा है! ये हर वो ...