Aniket Raj

Aniket Raj

अधिवक्ता ( सर्वोच्च न्यायालय)
हिंदी स्तंभकार (TFI Media)
दक्षिणपंथी-हिन्दू-राष्ट्रवादी
।। यत: धर्मोस्ततो जय: ।।

मोपला दंगों के 100 साल, पर आज भी केरल में कुछ नहीं बदला है

1921 में हुए मालाबार/मोपला विद्रोह की आज 100वीं वर्षगांठ है। केरल के मालाबार के मुसलमानों का यह विद्रोह शुरू में खिलाफत आंदोलन के समर्थन और अंग्रेजों के खिलाफ था, परंतु जल्द ही इसने सांप्रदायिक हिंसा का रूप...

PoK वापस लेने के लिए अमेरिका भारत का साथ दे: अमेरिकी प्रतिनिधि मार्क ग्रीन

अफ़ग़ानिस्तान में सत्ता परिवर्तन के बाद जियोपॉलिटिक्स में एक भूचाल आ चुका है। एक तरफ अफ़ग़ानिस्तान से अमेरिका के वापस जाने का कई लोग विरोध कर रहे हैं तो वहीं कई लोग अब भविष्य के लिए अपनी...

1996 में, UAE और सऊदी तालिबान का समर्थन करने वाले पहले देश थे, इस बार ऐसा नहीं होगा

अशरफ गनी और अमेरिका के अफगानिस्तान छोड़ने के बाद तालिबान औपचारिक रूप से शासक है। अफगानी आवाम ने बलपूर्वक ही सही पर तालिबानी शासन को स्वीकार कर लिया। लेकिन, विश्व ने अभी मान्यता नहीं दी है। ऊपर...

सनातन धर्म, हिंदू संस्कृति और भारत को कलंकित करने के लिए एक वैश्विक अभियान प्रारंभ हो चुका है

ज़रा सोचिए, क्या जाति व्यवस्था हिंदू धर्म का सार है? क्या सामाजिक पदानुक्रम केवल हिंदू समाज मेंं मौजूद थे? क्या ब्राह्मणवाद हिंदू धर्म का पर्याय है? कम से कम, कैलिफ़ोर्निया के शिक्षा अधिकारी ऐसा मानते हैं। इसके...

‘वे हमारी विदेश नीति तय नहीं कर सकते’ इस्तेमाल करने के बाद तालिबान अब पाकिस्तान को दुत्कारने के लिए तैयार है

दो दशकों से पाकिस्तानी सुरक्षा प्रतिष्ठान का एक बड़ा हिस्सा अफगान युद्ध में तालिबान के समर्थन में जुटा हुआ था। अब जबकि तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया है और अपनी सरकार बनाने जा रहा है...

अफगान तालिबान से तब तक आजादी नहीं प्राप्त कर सकते, जब तक वे खुद को आजाद नहीं कर लेते

दुनिया दंग है, सत्ताधीश स्तब्धI आवाम आवाक है और राष्ट्र युद्धग्रस्त I देखते ही देखते 3.8 करोड़ अफगानी बिखर गए 75000 भेड़ियों के आगे I 21वीं सदी के इतिहास मे ना तो शासन की ऐसी अराजकता देखने...

‘तालिबान भले ही मुझे मार डाले, मैं मंदिर छोड़ के नहीं जाऊंगा’, अफगानिस्तान के हिंदू मंदिर के आखिरी पुजारी ने किया ऐलान

अद्भुत !! दुर्लभ !! अद्वितीय !! अफगानिस्तान में आतंक और अत्याचार के बीच अदम्य साहस का उत्कृष्ट उदाहरण देखने को मिला । जान बचाने के लिए जान जोखिम में डालते लोग और पूरे मुल्क मेंं पसरे मातम...

काबुल के पतन से भारत को यह स्पष्ट हो जाना चाहिए कि उसका भी कोई सहयोगी नहीं है

तारीख 15 अगस्त 2021, दिन रविवार, को काबुल गिरा नहीं ढह गया I क्योंकि गिराने में ज़ोर लगता है, बाहरी बल लगता है I तालिबान ने तो बल लगाया ही नहीं जो काबुल गिरेगा I अतः ‘’काबुल...

पाकिस्तान का एक ही उद्देश्य है, अफ़ग़ानिस्तान में बड़े पैमाने पर हिन्दुओं का नरसंहार किया जाये

अमेरिका की अफ़गान से सैन्य वापसी के बाद यह देश धीरे-धीरे नर्क में बदल रहा है। यहां रहने वाले लोगों ने उस भयावह मंजर को अपनी आँखों से देखा है जब ये रक्षा सत्ता के सिंहासन पर...

ये केवल अमेरिका है जिसने काबुल को नर्क बना दिया

15 अगस्त 2021, रविवार को, जैसे ही तालिबान ने काबुल में प्रवेश किया (अंतिम शेष बचा अफगान शहर जो तालिबान के नियंत्रण में नहीं था) वैसे ही राष्ट्रपति  अशरफ गनी ताजिकिस्तान भाग गए, यह स्पष्ट करते हुए...

काबुल एयरपोर्ट: एयरपोर्ट नहीं नर्क दिख रहा है

तालिबान के अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पहुँचने के बाद 15 अगस्त की शाम और 16 तारीख की रात से ही काबुल हवाई अड्डे पर अफरातफरी और दहशत का माहौल है। हर कोई जिसने किसी न किसी रूप...

हर साल 14 अगस्त को मनाया जाएगा ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ जिससे कि कांग्रेस-पाकिस्तान के पाप याद रहे

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शनिवार को घोषणा की कि 14 अगस्त को लोगों के संघर्ष और बलिदान की याद में 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' के रूप में मनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि विभाजन के दर्द को...

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