तालिबान के अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पहुँचने के बाद 15 अगस्त की शाम और 16 तारीख की रात से ही काबुल हवाई अड्डे पर अफरातफरी और दहशत का माहौल है। हर कोई जिसने किसी न किसी रूप में अमेरिकियों के साथ सहयोग किया था, वह अफगानिस्तान छोड़ना चाहता है। हवाई अड्डे, भवन और यहां तक कि हवाई क्षेत्र के सभी प्रतीक्षालय, पहुंच और प्रवेश द्वार अफगानों से भरे हुए है, जो किसी भी प्रस्थान करने वाले विमान पर चढ़ वहाँ से निकालना चाहते थे, चाहे वह कहीं भी जा रहा हो।जब से तालिबान ने सभी सीमा पर नियंत्रण कर लिया, तब से तालिबान के राज्य से भागने के लिए एकमात्र रास्ता हवाई मार्ग ही बचा था और इस समय अफगानिस्तान में औपचारिक रूप से एक ही हवाई अड्डा कार्यशील है- काबुल हवाई अड्डा I
अमेरिकी राजनयिकों, नाटो सदस्य देशों के राजनयिकों मिशनों के कर्मचारियों की निकासी में कम से कम 78 अमेरिकी सैन्य परिवहन विमानों के संचालन में होने की सूचना है। संयुक्त राज्य अमेरिका ने उन अफगानों की निकासी के बारे में नहीं सोचा जिन्होंने कभी अमेरिकियों के साथ सहयोग किया था या कठपुतली सरकार में पदों पर रहे थें।
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हालांकि कुछ विमान जल्द ही देश के बाहर उड़ान भर चुके थे और जब हवाई अड्डे पर यह अफवाह फैली कि वहाँ पर पहुंचे अधिकारियों और राजनेताओं के लिए बोर्डिंग पास गुप्त रूप से छापे जा रहे हैं, तो शाब्दिक अर्थों में अराजकता शुरू हो गई। लोग हवाई क्षेत्र में घुस गए, तथा किसी भी विमान पर संवार होने की कोशिश कर रहे थे। खैर, अमेरिका ने अपने झंडे और दूतावास खाली कर दिए हैं। पश्चिमी मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, 16 अगस्त की सुबह तक, तालिबान आतंकवादियों के साथ सेना के ऑफ-रोड वाहन काबुल से हवाई अड्डे की ओर जाने वाली सड़क पर देखे गए, और समय-समय पर झड़पें सुनी गईं।
यह हॉलीवुड चलचित्र के किसी युद्ध विभीषिका का दृश्य लगता है – हताश देशी लोग, अपने जीवन के लिए दौड़ रहे हैं, एक अकेला सूटकेस उठा रहे हैं, भीड़ के माध्यम से अपने बच्चों को धक्का दे रहे हैं, उस आखिरी जहाज को पकड़ने की उम्मीद कर रहे हैं जो उन्हें इस नर्क से बाहर निकालने की आखिरी उम्मीद है। हालांकि, रील स्क्रीन के विपरीत, जहां इस तरह के दृश्य हरे स्क्रीन पर शूट किए जाते हैं, अफगानिस्तान के काबुल में हामिद करजई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर भयानक वास्तविकता की तरह अपने नग्न रूप में सामने आ रही है।
People running towards Kabul airport in an effort to leave the country amid heavy firing nearby. Pray for Afghanistan.
— Frontalforce 🇮🇳 (@FrontalForce) August 16, 2021
सैकड़ों अफगानों का हवाई जहाज में घुसने की कोशिश का वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो रहा है। रनवे पर बेसुध पड़े लोगों की तस्वीरें बताती हैं कि हंगामे और गोलीबारी में कुछ लोगों की जान भी गई है।
पत्रकार आदित्य राज कौल ने बताया कि हवाईअड्डे पर लोगों की मौत हुई है, “दुखद अपडेट। चिंतित भीड़ द्वारा अराजकता और हंगामे को नियंत्रित करने के लिए काबुल हवाई अड्डे से गोलीबारी में 2-3 लोगों के हताहत होने की सूचना है। हताहतों की संख्या पर अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। काबुल हवाई अड्डे पर जाने बचना बेहतर है क्योंकि अभी नागरिक उड़ानें नहीं चल रही हैं।
See the casualties it's not 2 3 it's many who have died pic.twitter.com/GsavALDglV
— The right winger guy 🇮🇳 Sk Singh (@Santosh16929214) August 16, 2021
एक परेशान करने वाला वीडियो सामने आया है जिसमें कुछ अफ़गानों को, जिन्होंने खुद को अमेरिकी सी-17 से बांध रखा था, जिन्हें आसमान से गिरते और लोगों के घरों पर दुर्घटनाग्रस्त होते देखा जा सकता है।
Kabul Airport: Three Afghan men clinging to the tires of an American C-17 fell off mid-air and crashed on people's houses. pic.twitter.com/newVWAfB4V
— Shubhangi Sharma (@ItsShubhangi) August 16, 2021
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काबुल हवाई अड्डा अफगानिस्तान छोड़ने का एकमात्र तरीका था क्योंकि तालिबान ने पाकिस्तान, ईरान, ताजिकिस्तान और उजबेकिस्तान जैसे पड़ोसी देशों के साथ सभी महत्वपूर्ण भूमि सीमा पर कब्जा कर लिया है। नागरिक संचालन के लिए हवाई अड्डे के बंद होने के कारण, लोगों के पास जाने के लिए कोई जगह नहीं है और हवाई अड्डा अराजकता के हवाले है। जिस तरह से लोग हवाई जहाज में संवार होने के लिए एक दूसरे के साथ धक्का-मुक्की कर रहे थे, उसे देख कर अगर यह कहा जाए कि काबुल हवाई अड्डा नर्क बन चुका है तो गलत नहीं होगा।