EX-EMPLOYEE

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भारत बना वासेनार व्यवस्था का ४२वां सदस्य

पिछले वर्ष मिसाइल टेक्नोलॉजी कण्ट्रोल रिजीम में सफल प्रवेश के बाद, मोदी सरकार को अब एक और गौरव प्राप्त हुआ है, मोदी सरकार ने सफलतापूर्वक भारत को वासेनार अरेंजमेंट नामक एक आर्म्स एक्सपोर्ट कण्ट्रोल रिजीम में शामिल...

अर्श से फर्श तक: अनिल अम्बानी के आरकॉम की कहानी

२००० के दशक के प्रारम्भ तक, मोबाइल मात्र अमीरों और शक्तिशाली लोगों का प्रतीक माना जाता था। अमीर लोग बड़ी शान के साथ मोबाइल को अपनी कमर बेल्ट पर लटकाते थे और उन अमीर लोगों के अलावा...

अमेरिका की देखा-देखी भारत में हो रहा यह बदलाव, एक दिन हमें कहीं का नहीं छोड़ेगा

आज विश्व में अमेरिका की हेजेमनी है। हेजेमनी यानी दादागिरी। इस बात में किसी को कोई संदेह नहीं है। अमेरिका सॉफ्ट पॉवर, हार्ड पॉवर और स्ट्रक्चरल पॉवर में पूरे विश्व में सबसे आगे है। हार्ड पॉवर अर्थात...

वो युद्ध जब मराठाओं ने टीपू को बुरी तरह हराया, उसका किला जीता, और मोटी रकम वसूली

विन्द्य पर्वतमाला के दक्षिण में कभी भी किसी एक शक्ति का एकाधिकार नहीं रहा। अधिकांशतः इस क्षेत्र में विभिन्न शक्तियों के मध्य त्रिपक्षीय संघर्ष देखा गया है। इसमें से एक संघर्ष 10 वीं शताब्दी में चेरा, पांडिया...

इस साईट कि माने तो भारत का एक राज्य आधिकारिक तौर पे “ईसाई” राज्य बन चुका है

आजादी के 70 साल बाद और 79 प्रतिशत हिंदू होने के बावजूद भी भारत को अभी भी अपनी धार्मिक पहचान प्राप्त करनी है। हालांकि भारत के गैर हिंदू बहुसंख्यक वाले राज्यों के बारे में ऐसा नहीं कहा...

उसने नालंदा विश्वविद्यालय जलाया, हमने उसकी शान में शहर का नाम बदल दिया

बख्तियार खिलजी जिसने नालंदा विश्वविद्यालय जलाया पूरा उपमहाद्वीप इस बात को जानता है कि इस्लामिक शासन ने 'स्वर्ण युग' की कैसे शुरुआत की। समाज के कई वर्गों के बीच में पूर्ण शांति और सामंजस्य कैसे अस्तित्व में...

ब्रह्मा से अर्जुन तक : जानिये हमारे धर्म में श्रापों का क्या योगदान रहा है

श्राप क्या है? इससे सम्बंधित कथा जो लोग दशहरा का उत्सव मनाते हैं वो अच्छे से जानते हैं कि इसे क्यों मनाया जाता है। इसे बुराई के प्रतीक लंकापति रावण के ऊपर अच्छाई के प्रतीक श्री राम...

इस बीमारी के लक्षण स्पष्ट हैं, लेकिन बीमारी का नाम लेना कोई नहीं चाहता

अर्थशास्त्र में मांग (Demand) का नियम पढ़ाया जाता है जो कहता है जब आपकी इच्छा किसी वस्तु को खरीदने की हो और उसे खरीदने की आपकी क्षमता (औकात) हो तभी 'माँग' उत्पन्न हुई मानी जाती है। खाली...

कुछ इस प्रकार ली शिक्षण जगत के इस सितारे ने रिटायरमेंट

जिसने भी 10+2 में विज्ञान को अपनाया है, वो इस किताब ‘कान्सैप्ट ऑफ फ़िज़िक्स’ न पढ़ा हो, ऐसा हो ही नहीं सकता। ‘गीता’ की तरह ये आईआईटी/एआईपीएमटी के उम्मीदवारों के लिए ये पुस्तक पूज्य होती थी, जब...

उसने नालन्दा विश्वविद्यालय जलाया, हमने उसके सम्मान में एक शहर का नाम बदल दिया

पूरा उपमहाद्वीप इस आगोश में घिरा हुआ है की कैसे स्वर्णिम युग में इस्लाम का परचम फहराया है। जहां सम्पूर्ण शांति और समृद्धि थी और समाज के हर समुदाय में सद्भवाना और प्रेम की हिलोरें उमड़ रही...

इस्लामिक आतताइयों ने कई मंदिर ढहाए पर इस मंदिर का कुछ नहीं बिगाड़ पायी

पुरी में स्थित जगन्नाथ मंदिर से कोई बेवकूफ़ ही अपरिचित होगा अपने भारत में। एक आम हिन्दू को अपने जीवन काल में जिन पवित्र चार धामों की यात्रा करनी है, ये उन्ही में से एक ऐसा धाम...

भारतीय सिनेमा इंडस्ट्री: जैसे फिल्में बनाने वाले, वैसे ही फिल्में देखने वाले

जब भी हॉलीवुड ‘ए ब्यूटीफूल माइंड’, या ‘द मैन हू न्यु इन्फ़िनिटि” जैसे यादगार फिल्म बनाते हैं, हमारे मन में एक सवाल आता है:- भारतीय सिनेमा बायोपिक्स बनाने में इतना धीमा क्यूँ है? प्रेम रस की सुंदरता...

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