अमान बाली कल तक लिबरलों का चहेता था, सिख-मुस्लिम शादी का विरोध करते ही सब उसके पीछे पड़ गए हैं
वामपंथी वर्ग की एक पुरानी आदत है कि जब तक कोई उनकी पसंदीदा बातों पर साथ देता है तब तक तो ये लोग उसका साथ देते हैं, लेकिन जैसे ही वो व्यक्ति किसी मुद्दे पर वामपंथियों के...