सब मिले हुए हैं जी... अरविंद केजरीवाल की यह लाइन आज उन सभी के लिए कही जानी चाहिए जो राफेल की तर्ज़ पर...
कहते हैं कि भोर से पूर्व का अंधकार सबसे गहरा प्रतीत होता है और कहीं न कहीं इसी अंधकार में छुपे होते हैं...
पाकिस्तान और चीन दोनों पड़ोसियों से मिल रही चुनौती के कारण भारत लगातार अपनी रक्षा क्षमता मजबूत करने के प्रयासों में जुटा रहता...
चाटुकारिता की सीमा को पार करने वाला कौन? अशोक गहलोत! वंशवादी राजनीति का हितैषी कौन? अशोक गहलोत! हर वक्त मैडम-बाबा करने वाला कौन?...
फसलों पर कीट का प्रकोप पड़ना आम बात है। इस कीटों से निपटने के लिए ही किसान फसलों पर विभिन्न प्रकार की कीटनाशकों...
सांप भी मर जाए और लाठी भी न टूटे। कांग्रेस के लिए सांप है वो परिवारवाद का ठप्पा जिसने उसे दशकों की सत्ता...
जब उद्योगों का मशीनीकरण हो रहा था तब कई लोगों का मानना था कि यह मजदूर वर्ग को बेरोजगार कर देगा और उन्हें...
काम बोलता है, यह कथन एकदम सत्य है। वर्ष 2014 के बाद से मोदी सरकार में जिस मंत्रालय के काम की चर्चा सबसे...
कभी-कभी सरल दिखने वाला खेल उतना भी सरल नहीं होता जितना वह प्रतीत होता है। कहानी में एक मजेदार ट्विस्ट ये आया है...
हर चुनाव किसी न किसी के केंद्र में ही संपन्न होता है। हर पार्टी एक बिंदु तय कर लेती है कि इसके इर्द-गिर्द...
सर मुंडवाते ही ओले पड़ना, यह कहावत आम आदमी पार्टी और विशेषकर मनीष सिसोदिया पर एकदम सटीक बैठती है। वैसे ही अभी दिल्ली...
भगवान परशुराम को अब उनका वास्तविक सम्मान मिलना शुरु हो रहा है। ब्राह्मण वोटर्स को साधने के उद्देश्य से तमाम राजनीतिक दल अक्सर...
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