“भैया, मेरे मुंह से निकल गई, मेरी ज़बान टूट गई हाय....!” यह मीम कब यथार्थ में परिवर्तित हो गया, पता ही नहीं चला।...
'अर्धसत्य' से आपका पाला पड़ा है कभी? यदि नहीं, तो फिर उसका मूल उद्देश्य बताते हैं। आज के अंधे युग में जो सत्य...
कहते हैं कि सिनेमा समाज का दर्पण है। अगर यह बात सत्य है तो विश्वास मानिए, हमारा समाज घोर संकट में है। कभी...
“आपके पांव देखे, बड़े हसीन हैं, इन्हें जमीन पर मत रखिएगा मैले हो जाएंगे!” किसी रोज़ जब राजकुमार ने “पाकीज़ा” में ये संवाद...
क्या देश को सर्वोपरि मानना अपराध है? क्या देश की संस्कृति का मान रखना अक्षम्य है? कुछ घटनाओं को देखकर तो ऐसे प्रश्न...
“ए दिल है मुश्किल जीना यहां, जरा हटके, जरा बचके, यह है बॉम्बे मेरी जान” यदि आप पुराने फिल्मों के प्रशंसक हैं, तो...
FLOP Movies of Shah Rukh Khan: बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान की बहुप्रतीक्षित फिल्म "पठान" सिनेमाघरों में आ गयी है। "जीरो" के बॉक्स ऑफिस...
साहित्य उस अक्षय पात्र समान है, जिससे आप कितना भी ग्रहण करें, उस पात्र में व्यंजन अथवा सामग्री की कोई कमी नहीं रहेगी।...
वर्ष 2000, इस समय ने एक नया मोड़ लिया था, दर्शक उत्सुकता से 21वीं सदी में भारतीय सिनेमा, विशेषकर बॉलीवुड के बदलते स्वरूप...
“शेर को सांप और बिच्छू नहीं काटा करते, दूर से ही रेंगते हुए निकल जाते हैं” “हमारी ज़बान भी हमारी गोली की तरह...
आपको वर्ष 2009 में प्रदर्शित हुई 'देव डी' फिल्म तो अवश्य याद होगी, जिसने अपने अलग विषय, कहानी के कारण खूब सुर्खियां बटोरी...
Mission Majnu Film Review: जब फिल्म मिशन मजनू का ट्रेलर आया था, तो उसमें एक संवाद प्रमुख था- "मेरा काम करने का तरीका...
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