दिग्विजय सिंह के लिए लड़ाई हमेशा राघोगढ़ बनाम ग्वालियर रही, और ज्योतिरादित्य सिंधिया हुए इसी का शिकार
भारत की राजनीति में एक दूसरे को शह मात देने का सिलसिला वर्षों पुराना है। राजनीतिक बिसात पर जीत कभी सफ़ेद हाथी की होती है तो कभी काले हाथी की। एक बार का हारा हुआ खिलाड़ी अपने समय और ...