असम के चार जिलों में AFSPA 6 महीनों के लिए बढ़ाया गया।
29 March 2024
उत्तर प्रदेश में बाहुबली युग के एक और चेहरे का हुआ अंत।
29 March 2024
भारत के शिक्षा पद्धति से हमेशा खिलवाड़ किया गया है। पहले इस्लामी आक्रमणकारियों द्वारा फिर अंग्रेज़ो और उसके बाद कांग्रेस की सरकार ने भारत के लोगों को मूल भारत से ही अलग कर दिया। जब वर्ष 2014 में नरेंद्र मोदी की सरकार बनी तो ऐसा लगा कि कुछ परिवर्तन होगा ...
भारत अभी जिस तरह के उठापटक के दौर से गुजर रहा है उससे बॉलीवुड भी अछूता नहीं रहा है। रोज कोई न कोई, कभी सरकार के पक्ष में बोल रहा है तो कोई विपक्ष में। दीपिका पादुकोण के JNU में वामपंथी गुट को समर्थन के बाद अब बॉलीवुड की एक ...
जेएनयू में 3 जनवरी को हुई हिंसा और सर्वर रूम में तोड़-फोड़ की परते धीरे-धीरे खुल रही है। यूनिवर्सिटी के सर्वर रूम को नुकसान पहुंचाने पर वीसी जगदीश कुमार ने स्पष्ट कहा है कि सर्वर रूम पर हमला सुनियोजित तरीके से किया गया। छात्रों ने जानबूझ कर यह तोड़-फोड़ की ...
JNU में हुए हिंसा को कई लोगों ने कई प्रकार से बताने की कोशिश की। कई लोग ये कह रहे ABVP के छात्रों को अधिक चोट लगी तो कोई यह कह रहा है लेफ्ट के छात्रों को अधिक चोट लगी। इन सभी रिपोर्ट्स के बीच एक नाम कॉमन दिख रहा ...
एक ओर जहां पूरा देश सोमवार को जेएनयू के विवाद में उलझा हुआ था, तो वहीं ट्विटर पर आरएसएस के संबंध में एक और विवाद सामने आया। ये विवाद आरएसएस और ZOHO से जुड़ा है। ZOHO कॉर्प के संस्थापक और सीईओ श्रीधर वेम्बू और Accenture india के एमडी और मीडिया ...
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय एक बार फिर विवादों के केंद्र में आ गया है। एक बेहद कायराना हमले में कुछ नकाबपोश हमलावरों ने जेएनयू के छात्रों और शिक्षकों को पीटना शुरू किया, जिसके कारण कई लोगों को गंभीर चोटें भी आई। वामपंथी विचारधारा के बुद्धिजीवियों इस घटना पर उबल पड़े, और ...
हाल ही में जेएनयू एक बार फिर सुर्खियों में आया, जब विद्यार्थियों के पंजीकरण के विरोध में वामपंथी उपद्रवियों ने संस्थान में अराजकता फैलाने की कोशिश की। इस पर उपद्रवियों और अन्य विद्यार्थियों में हिंसक झड़प हुई, जिसमें काफी लोगों को चोटें आई। अब गृह मंत्री अमित शाह ने इसपर ...
जेएनयू एक बार फिर से चर्चा के केंद्र में है। ऐसा लगता है कि जब तक यह विश्वविद्यालय सुर्खियों में नहीं रहता तब तक इसे चैन नहीं मिलता। जेएनयू कैंपस में कल एक बार फिर हिंसा का नजारा देखने को मिला जब नकाबपोश गुंडों के एक समूह ने विश्वविद्यालय परिसर ...
भारत में कई लोग विभिन्न गुणों के कारण किसी न किसी पदवी के लिए प्रबल दावेदार है। परंतु यदि हमारे देश में सफ़ेद झूठ की पुरोधा होने के लिए किसी पुरस्कार की घोषणा की जाती है, तो उसकी विजेता निर्विरोध रूप से सिर्फ एक व्यक्ति ही होगी : स्वरा भास्कर।अब ...
सीएए के विरुद्ध हो रहे विरोध प्रदर्शनों ने पिछले कुछ दिनों में इसके पीछे की वास्तविक विचारधारा को पूरी तरह से जनता के समक्ष उजागर कर दिया है। शेहला राशिद जैसे वामपंथी अब खुलकर अपनी विचारधारा का समर्थन करते हुए दिखाई दे रहे हैं। परंतु हद तो तब हो गयी ...
नस्लभेद के विरुद्ध अपनी आवाज़ उठाने वाले उग्रवादी कार्यकर्ता मैल्कम एक्स ने मीडिया के दोहरे रुख को देख बहुत पहले ही कहा था, “ये मीडिया बहुत गैर जिम्मेदार और अपरिपक्व हैं। यदि आप सतर्क नहीं होते हैं, तो यही अखबार (मीडिया) आपको शोषित वर्ग से नफरत करने पर विवश करेंगे ...
सीएए के विरोध में बॉलीवुड का वामपंथी वर्ग ज़ोर शोर से अभियान चला रहा है। चाहे इस विषय पर उन्हें कोई ज्ञान न हो या न हो। परंतु, जिस तरह बॉलीवुड का एक पूरा धड़ा इस विषय पर उग्र हुआ है, वो इनके हिपोक्रिसी को स्पष्ट रूप से दर्शाता है। ...