'वामपंथी' के लिए खोज परिणाम

आरम्भ हो चुका है भारत के इतिहास के भगवाकरण का

हाल ही में राजस्थान माध्यमिक शिक्षा परिषद ने अपने इतिहास विषय के वर्तमान पाठ्यक्रम में संशोधन कराया है, और मैं गर्व से यह कहना चाहूँगा, की स्वतन्त्रता के सालों बाद, आखिरकार सच्चा भारतीय इतिहास राजस्थान में ही सही, पर ...

दो पत्रकारों ने एक साथ पत्रकारिता शुरू की, एक कहाँ पहुँच गया, और दूसरा कहाँ छूट गया

भारत में पत्रकारिता को 'माफिया' संस्कृति में ढालने वाले, वामपंथी विचारधारा के उद्देश्यों को खबरों के आवरण से ढक कर परोसने वाले, वामपंथियों की संस्थानों से निकले, राष्ट्रीयता की विछिप्त व्याख्या करते निर्लज्ज मस्तिष्कों को बुद्धिजीवी पत्रकार बनाने वाले ...

भारत के इस राज्य को आखिर हुआ क्या है?

मैं बैरी, सुग्रीव पियारा। अवगुन कवन नाथ मोहि मारा।। बाली की इन पंक्तियों का उत्तर तो साक्षात् श्री राम के पास भी नहीं था। फिर विनोद दुआ से इसकी आशा करना तो सरासर नाइंसाफी होगी। वैसे विनोद दुआ के ...

नक्सली पोडियम पांडा ने शहरी नक्सली बेला भाटिया और नंदिनी सुंदर को किया बेनकाब, सारे सच किये उजागर

छत्तीसगढ़ में 2 बड़े नक्सली हमले के बाद शासन और प्रशासन लगातार नक्सल समस्या को ख़त्म करने के लिए अपनी गतिविधियों को और तेज कर चुका है। लेकिन समस्या यहाँ जंगली नक्सलियों से ज्यादा शहरों में बैठे बौद्धिक नक्सलियों ...

काहे की आजादी, कौन सा मकसद, यहाँ तो दौलत की जंग चल रही है

वामपंथियों और जिहादियों द्वारा अलगाववादियों और नक्सलियों के समर्थन से कश्मीर से लेकर बस्तर तक भारत में लगातार अस्थिरता का माहौल पैदा किया जा रहा है। कुछ समय पूर्व ही कश्मीरी पत्थरबाजो द्वारा कैमरे के सामने रुपये लेकर पत्थरबाजी ...

आखिर क्यों बृहन्मुंबई नगरपालिका नें सौ साल पुराने क्रॉस को ढहा दिया?

धर्मनिरपेक्षता के नाम पर हो रहे अल्पसंख्यक मनौती के पीड़ादायक फैसले ने भारत की जनता का सालों से मानसिक उत्पीड़न किया है। अल्पसंख्यक समुदाय को उनका हक़ देने की मन में ठानकर हमारे संविधान निर्माताओं ने उनके लिए कुछ ...

क्या कुमार विश्वास ज्वाइन करेंगे भाजपा, या कुछ और ही खिचड़ी पाक रही है?

दिल्ली के तीनों निगमों के 270 सीटों के लिए हुए चुनाव में आम आदमी पार्टी को महज 48 सीटें ही मिल पाईं थी। हार के बाद आम आदमी पार्टी के कई नेताओं ने इस्तीफा दिया है। इनमें संजय सिंह, ...

सत्रह साल में सत्रह सौ मौके मिले नक्सली उन्मूलन के, लेकिन छत्तीसगढ़ वहीं का वहीं

छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में चिन्तगुफा क्षेत्र में नक्सली हमले से सीआरपीएफ के 26 जवान शहीद हो गए हैं। हमले में कुछ जवान घायल भी हुए हैं, जिनमें से 5 की हालत गंभीर है। ये जवान सीआरपीएफ की 74वीं ...

असली किसानो के ज़ख्मो पर नमक छिड़कती नकली किसानो की घटिया नौटंकी

जिस देश में 80% जनता कृषक हो वहाँ तो खेती की दशा कितनी उन्नत होनी चाहिए थी? पर खेती-किसानी की क्या दशा है, ये किसी से छुपी नही है। कोई भी ठोस या आमूलचूल परिवर्तन अबतक भारतीय खेती में ...

संविधान की आड़ में मानवाधिकार के पैरोकार कैसी कैसी दलीलें देते हैं

देश में कुछ भी होता है लोग संविधान को उठाकर ले आते हैं। आज देश में हर मुद्दे पर सबसे पहले संविधान की दलील दी जा रही है। लाउडस्पीकर से लेकर वंदे मातरम और जन-गण-मन गाने और नहीं गाने ...

लोहा गरम है, बस हथौड़ा मारने की देर है – पश्चिम बंगाल में भाजपा का जीत पक्की है

जब से माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने गुजरात से बाहर निकल कर केंद्र की राजनीति में कदम रखा है , तब से भारतीय जनता पार्टी निरंतर रूप से सफलता के नित्य नए आयाम स्थापित करती जा रही है। ...

सुकमा हमले के बाद कहाँ मर गए आजादी के पैरोकार?

ढीली पड़ती पकड़ से बौखलाए हुये वामपंथ की लंपट औलादे अब नपुंसकता वाली हरकतों पर आ गए हैं। कल छत्तीसगढ़ के सुकमा क्षेत्र में उग्र वामपंथियों (नक्सली) ने 30 जवानों की टुकड़ी पर हमला कर दिया जिसमें 12 जवान ...

पृष्ठ 145 of 146 1 144 145 146

Follow us on Twitter

and never miss an insightful take by the TFIPOST team