खाड़ी देशों पर भारत की निर्भरता आधिकारिक रूप से अपने अंतिम चरण में है
क्या अब वो समय आ गया है जब भारत खाड़ी देशों के नापाक इरादों को भांपकर उस पर अपनी तेल और उर्वरकों की आयात संबंधी निर्भरता को कम कर रहा है? जी हां आकड़ों से तो यही प्रतीत होता ...
क्या अब वो समय आ गया है जब भारत खाड़ी देशों के नापाक इरादों को भांपकर उस पर अपनी तेल और उर्वरकों की आयात संबंधी निर्भरता को कम कर रहा है? जी हां आकड़ों से तो यही प्रतीत होता ...
BRICS मुद्रा: कई महीनों से चल रहे रूस-यूक्रेन युद्ध और अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा निरंकुश राजकोषीय कटौती ने मुद्रा विनिमय बाजार में एक बड़ी अनिश्चितता पैदा कर दी है। इन एकतरफा फैसलों के साथ, अमेरिकी डॉलर अकार्बनिक रूप से ...
ऐसा प्रतीत होता है कि कुपित, कुंठित, बेकार, नकारा, आतंकी, भिखारी जैसे विशेषण केवल और केवल पाकिस्तान के लिए बने हैं. आतंकपरस्त पाकिस्तान की हालत क्या हो गई है, यह सर्वविदित है. आतंकियों का पालनहार पाकिस्तान अब अपने कृत्यों ...
आपने वो कहावत तो सुनी ही होगी कि प्रभु जब देते हैं तो छप्पर फाड़ कर देते हैं। यह कहावत साउथ फिल्म इंडस्ट्री पर एकदम सटीक बैठती है। यह वर्ष साउथ फिल्म इंडस्ट्री के लिए किसी वरदान से कम ...
कांग्रेस अध्यक्ष बनने के लिए क्या गुण होने चाहिए? योग्य होना चाहिए? रूपवान होना चाहिए? जनाधार चाहिए? कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव: यदि हां, तो शशि थरूर में तीनों है पर दुर्भाग्य यह है कि वह कभी भी इस पद पर ...
वैश्विक भूख सूचकांक यानी ग्लोबल हंगर इंडेक्स की नवीनतम रिपोर्ट को लेकर देश में हंगामा मचा है। कारण है इस सूची में भारत को 107वां स्थान दिया गया हैं। इसके लिए दुनिया के 136 देशों से आंकड़े जुटाये गये ...
इस समय जहां दुनियाभर में मंदी का दौर मुंह खोले खड़ा है। तमाम देश मंदी के साए से डरे हुए हैं। इन सबके बीच भारत इससे परे अपनी तेज़ी से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था को लेकर सभी के लिए मिसाल ...
7 भारतीयों ने मिलकर एक कंपनी की शुरुआत की, इन सभी भारतीयों ने इसी देश का नमक खाया और इसी देश में अपनी कंपनी को बड़ा बनाया, इसी देश की शिक्षण संस्थाओं से शिक्षा प्राप्त की, इसी देश में ...
धमकी, जिहाद के नारों से, हथियारों से कश्मीर कभी हथिया लोगे यह मत समझो। हमलों से, अत्याचारों से, संहारों से भारत का शीष झुका लोगे यह मत समझो। जब तक गंगा में धार, सिंधु में ज्वार, अग्नि में जलन, ...
भारत की कूटनीतिक ताकत से आज पूरी दुनिया परिचित है। रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान भारत ने जो निर्णय लिया, उस निर्णय के बाद पूरी दुनिया ने देखा कि भारत कैसे उस पर मजबूती से खड़ा रहा। वो निर्णय आसान ...
वैश्विक बाज़ार के हालात इस समय कुछ ठीक नहीं चल रहे हैं। स्वयं को कथित महाशक्ति मानने वाले देश इस वक्त मंदी के सामने घुटने टेकते नजर आ रहे हैं। कोरोना महामारी और उसके बाद रूस-यूक्रेन के कारण वैश्विक ...
भारत एक ऐसा देश है जो समय आने पर हर किसी की सहायता करने के लिए हमेशा ही सबसे आगे खड़ा रहता हैं। जब दुनिया को कोरोना जैसी भयंकर महामारी ने घेरा, तो कथित तौर पर विकसित देश तो ...
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