EVM पर सवाल उठाने वालों को लगा सुप्रीम झटका।
29 April 2024
बस्तर में कैसे दम तोड़ रहा नक्सलवाद?
29 April 2024
हां हां, ज्ञात है, 2 अक्टूबर को बैरिस्टर मोहनदास करमचंद गांधी का जन्मदिन मनाया जाता है, परंतु 2 अक्टूबर को एक ऐसे व्यक्ति का भी जन्मदिवस है जिन्होंने अपने प्रधानमंत्री के कार्यकाल में विपरीत परिस्थितियों में असंभव को भी संभव कर दिया, पराजित दांवों में भी विजय प्राप्त की और ...
परिवार्तन संसार का नियम है पर यह परिवर्तन गांधी-नेहरू परिवार के सामने आकर तनिक लचर सा हो जाता है। यह ऐसे ही नहीं कहा जा रहा है। जिस देश की स्वतंत्रता के नायकों के नाम पर अभी तक प्रमुख एयरपोर्टों के नाम नहीं रखे गए उस देश में आपातकाल लगाने ...
सावरकर का नाम सुनते ही कांग्रेस का पारा सातवें आसमान पर चढ़ जाता है। आपको बस सावरकर बोलना है और कांग्रेसी तुरंत आपको 'देशद्रोही' साबित करने में लग जाएंगे। महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के शासन में तो प्रतिस्पर्धा होती थी कि इस अमर क्रांतिकारी को कौन अधिक अपमानित करेगा, जिसमें ...
इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) जब भारत की प्रधानमंत्री थीं तब देश में आपातकाल लगाया गया था। आज भी उस आपातकाल (emergency) के काले दिनों की चर्चा समय-समय पर होती रहती है। लेकिन क्या आपको पता है कि इंदिरा गांधी के प्रधानमंत्री रहने के दौरान और भी ऐसी कई घटनाएं हुईं ...
“है प्रीत जहां की रीत सदा, मैं गीत वहाँ का गाता हूँ, भारत का रहना वाला हूँ, भारत की बात सुनाता हूँ..” “लग जा गले, कि फिर ये हसीन रात हो न हो, शायद कि फिर इस जन्म में मुलाकात हो न हो” हैं? इतना विरोधाभास? परंतु इन्हीं विविधताओं ...
कांग्रेस पार्टी के 'युवा नेता' राहुल गांधी और शिवसेना के 'युवा नेता' अदित्य ठाकुर में अगर कोई समानता है तो वह है जो जाने अनजाने में ऐसे बयान दे जाते हैं जिनसे उन्हीं की पार्टी कई बार ऐसे मुश्किल हालातों में फंस जाती है की शक होने लगता है कि ...
"कनाडा हमेशा शांतिपूर्ण विरोध और मानवाधिकारों के अधिकार के लिए खड़ा रहेगा।“ “कनाडा हमेशा दुनिया भर में कहीं भी शांतिपूर्ण विरोध के अधिकार के लिए खड़ा रहा है। हम किसान आंदोलन से उपजे तनाव को कम करने और बातचीत की दिशा में बढ़ते कदमों को देखकर खुश हैं।" ये वाक्य ...
कांग्रेस के नेताओं का एक ही गुरुवाक्य है, ‘प्राण जाए पर चाटुकारिता न जाए’, और जयराम रमेश उन्हीं में से एक है। जल्द ही देश के सबसे ऐतिहासिक विजयों में से एक, 1971 के भारत-पाक युद्ध के स्वर्णिम वर्षगांठ यानी 50 वर्ष पूरे होने वाले हैं। इसी बीच केंद्र सरकार ...
वंशवाद स्वार्थ को जन्म देता है। स्वार्थ लालच, सनक और चाटुकारिता को और यही सनक और चाटुकारिता तानाशाही में परिवर्तित हो जाती है। इसी तानाशाही से चाटुकारिता, अयोग्यता और अनैतिकता का सृजन होता है। अगर इस प्रक्रिया को शब्दों के आवर्तों के कारण आप नहीं समझ पा रहें है तो ...
केंद्र सरकार ने बजट घोषणा के दौरान सरकारी बैंकों के निजीकरण का ऐलान किया था। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट के दौरान दो और सरकारी बैंकों के निजीकरण की घोषणा की, जिसे लेकर काफी विरोध हो रहा है। सरकार विरोध के बावजूद इन सरकारी बैंकों के निजीकरण की तैयारी ...
जिन विशेषज्ञों को यह लग रहा था कि भारत पाकिस्तान के प्रति नरम पड़ रहा है, वो एक बार फिर सोच लें। भारत ने एक अहम निर्णय में पाकिस्तान जाने वाले राजस्थान के नहर के पानी पर रोक लगाने के प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसका अर्थ है कि ...
कांग्रेस एक ऐसी ढीठ पार्टी बनती जा रही है, जिसे अपनी गलतियों से कोई सबक नहीं लेना है। एक बार फिर अराजकता को बढ़ावा देते हुए न केवल पंजाब से किसानों के न्याय के नाम पर उग्रवादियों को इस आंदोलन में शामिल करने दिया, बल्कि वह एक बार फिर वही ...