पत्नी की संपत्ति में पति का कोई हक नहीं- सुप्रीम कोर्ट
26 April 2024
जो दर्द भारत ने झेला अब अमेरिका झेला रहा है।
26 April 2024
CAA विरोधी और देश की लिबरल मीडिया केंद्र सरकार के रुख से इतने हताश हो गए हैं कि अब उन्होंने संवैधानिक पदों पर बैठे व्यक्तियों को अपने निशाने पर लेना शुरू कर दिया है। ऐसा ही हमें हाल ही में इंडिया टूड़े पर देखने को मिला जब CAA के खिलाफ ...
CAA पर विरिधियों को पस्त करने के बाद पीएम मोदी ने कल देश के उन तथाकथित बुद्धिजीवी वर्ग को आड़े-हाथों लिया जिसने सदियों तक देश के इतिहास के साथ छेड़छाड़ कर भारतवासियों को गुमराह करने की कोशिश की। पीएम मोदी ने कहा कि “यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण रहा कि अंग्रेजी शासन ...
Whatsapp University के बारे में तो अपने सुना ही होगा जहां लोगों को बिना ज्ञान के ही ज्ञान मिलता है। इसी ज्ञान के आधार पर अपना ओपिनियन देते हैं। परंतु अब सोशल मीडिया पर ही एक नयी यूनिवर्सिटी देखने को मिल रही है जहां 16 वर्ष के नए-नवेले फैशन-स्टार संविधान ...
6 दिसंबर को बॉलीवुड की दो बड़ी फिल्मों का क्लैश हुआ था। एक ओर 1978 की हिट फिल्म ‘पति पत्नी और वो’ का आधुनिक रीमेक प्रदर्शित हुआ, और दूसरी ओर आशुतोष गोवारिकर की फिल्म ‘पानीपत’, जो 1761 में हुए पानीपत के तीसरे युद्ध पर आधारित थी। अब बॉक्स ऑफिस के ...
बात अगर काल्पनिक इतिहास रचने की हो, तो काफी समय तक रोमिला थापर, इरफान हबीब, बिपिन चन्द्रा जैसे लोगों का हमारे देश में बोलबाला हुआ करता था। आजकल इस क्षेत्र में देवदत्त पटनायक जैसे लोगों की बहार रहती है। देवदत्त पटनायक काल्पनिक इतिहास ही नहीं रचते हैं, बल्कि शास्त्रों को ...
9 नवंबर 2019 की तारीख का देश के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाना तय है। इसी तारीख को देश के करोड़ो हिंदुओं का इंतज़ार खत्म हुआ और सदियों पुराने बाबरी मस्जिद और राम मंदिर विवाद में कोर्ट का फैसला आया जिसमें विवादित स्थल को हिंदुओं को सौंपने का ...
आर्यन इंवेजन थ्योरी मनगढ़ंत कहानी के अतिरिक्त कुछ नहीं इतिहास तथ्यों पर आधारित होता है न की पूर्वाग्रहों पर। लेकिन हमारे देश में इतिहास पूर्वाग्रहों पर अपने सुविधा के अनुसार ही लिखा गया है। इतिहासकारों ने पहले ही निष्कर्ष निकाल लिया, इसके पश्चात तथ्यों को उस निष्कर्ष के अनुसार तोड़मरोड़ ...
इतिहास तथ्यों पर आधारित होता है न की पूर्वाग्रहों पर। लेकिन हमारे देश में इतिहास पूर्वाग्रहों पर अपने सुविधा के अनुसार ही लिखा गया है। पहले ही निष्कर्ष निकाला गया फिर बाद में तथ्यों को उस निष्कर्ष के अनुसार बैठा कर अपनी कही हुई बात को साबित करने की कोशिश ...
रोमिला थापर एक वामपंथी इतिहासकार हैं तथा उनके अध्ययन का मुख्य विषय "प्राचीन भारत का इतिहास" रहा है। रोमिला थापर का जन्म 30 नवंबर 1931 को लखनऊ में हुआ था। पंजाब विश्वविद्यालय से स्नातक करने के बाद लंदन विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ ओरिएंटल एंड अफ्रीकन स्टडीज से एएल बाशम के ...
कांग्रेस नेता शशि थरूर गुरुवार को दिए अपने बेतुके बयान की वजह से सोशल मीडिया पर कल से ही विवादों में हैं। उन्होंने कहा था कि भारत ‘हिंदू पाकिस्तान' बन जायेगा यदि बीजेपी 2019 के आम चुनावों में जीत दर्ज कर सत्ता में वापस आती है। शशि थरूर को बहुसंख्यक समुदाय ...
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी 2019 के आम चुनावों से पहले बुधवार को सामाजिक मुद्दों पर चर्चा के तहत मुस्लिम बुद्धिजीवियों, राय मश्विरा देने वाले और प्रभावकों के एक समूह के साथ मुलाकात के लिए पहुंचे थे। इस दौरान अर्थशास्त्री अबुसलेह शरीफ, इतिहासकार रक्षंदा जलील, पूर्व दूरसंचार सचिव एमएस फारुखी, योजना ...
जवाहर लाल नेहरु विश्वविद्यालय के एक छात्रसंघ विवेकानंद विचार मंच द्वारा सुब्रमनियन स्वामी को बाबरी मस्जिद विध्वंस की २५वीं सालगिरह के अवसर पर ‘व्हाई राम मंदिर इन अयोध्या?’(अयोध्या में राम मंदिर क्यों?) नामक विषय पर भाषण देने के लिए बुलाया गया था। ये कार्यक्रम ६ दिसम्बर, शाम ९ बजकर ३० ...