बस ‘हिन्दू आतंकवाद’ के नैरेटिव को सेट करने के लिए मुंबई में करवाए गये थे हमले
अगर हुतात्मा एएसआई तुकाराम ओंबले ने मुहम्मद अजमल आमिर कसाब को जीवित न पकड़ा होता, अगर उन्होंने अपने प्राणों की आहुति देकर कसाब को न रोका होता, तो हमारे लिए 26/11 के हमलावरों की वास्तविकता कभी सामने न आ ...