अखिल गिरी कोई मामूली ‘खिलाड़ी’ नहीं है लेकिन यह सब ममता बनर्जी का ही प्रभाव है
झूठ का पहाड़ जब ढहने लगे, क्रूरता के क़िले की दीवार में सेंध लग जाए, रंगे सियार का रंग उतरने लगे तो सबसे बेहतर उपाय है कि मामले को ही पलट दो और ममता बनर्जी इसमें डिस्टिंक्शन के साथ ...