पत्नी की संपत्ति में पति का कोई हक नहीं- सुप्रीम कोर्ट
26 April 2024
जो दर्द भारत ने झेला अब अमेरिका झेला रहा है।
26 April 2024
'दोबारा' की टीम ने बेकार ही मेहनत किया! जिस फिल्म को विवेक अग्निहोत्री की ताशकंद फाइल्स से भी कम स्क्रीन के साथ ओपनिंग मिली हो, उसे भला कौन सीरियसली लेगा? सीरियसली लेना बनता भी नहीं क्योंकि यह फिल्म उस काबिल है ही नहीं! जी हां, हम बात कर रहे हैं ...
पिछले वर्ष पीएम मोदी ने 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के तौर पर मनाने का ऐलान किया था. आइए, इस दिन अखंड भारत के बारे में विस्तार से समझते हैं. अखंड भारत का अभिप्राय उस अविभाजित भारत से है प्राचीन काल में जिसका भौगोलिक विस्तार और सांस्कृतिक प्रभाव ...
परिवर्तन प्रकृति का एक शाश्वत नियम है, परंतु एक सत्य ये भी है कि जो बोओगे, वही काटोगे। बोए पेड़ बबूल के तो आम कहां से पाओगे। कुछ लोग सदैव इसी भ्रम में जीते हैं कि जो कार्य वो करते हैं, वो सदैव उनके हित में ही होगा, उनके विरुद्ध ...
9 जून 1964, जब देश एक भीषण त्रासदी से जूझ रहा था। जवाहरलाल नेहरू के चुनाव से वैचारिक मतभेद लोगों को चाहे जितने रहे हों, परंतु 27 मई को उनकी मृत्यु के पश्चात भारतीय राजनीति के समक्ष एक अजीब दुविधा आन पड़ी थी और वो दुविधा थी कि देश का ...
“कश्मीरी हिंदुओं का सच इतना सच कि कभी कभी वो झूठ झूठ लगने लगता है........” ये केवल एक संवाद नहीं, कहीं न कहीं वास्तविकता है। जब आप विवेक अग्निहोत्री द्वारा निर्देशित ‘द कश्मीर फाइल्स’ को देखकर सिनेमाघर से बाहर निकलेंगे तो आपके अंदर दो प्रकार की भावनाएं होंगी। या तो ...
हास्य और उपहास में कई असमानताएं हैं। हास्य कलाकार लोगों के चेहरे पर खुशियां लाने की कोशिश करता है लेकिन हास्य के जरिए किसी का उपहास करना मानसिक दिवालियापन की निशानी होती है और यही हाल आज कल के तथाकथित कॉमेडियन जिनमें प्रमुख तौर पर कपिल शर्मा का नाम सबसे ...
'द कश्मीर फाइल्स' का ट्रेलर आ गया है| मशहूर निर्देशक विवेक अग्निहोत्री द्वारा बनाई गई इस फिल्म में मिथुन चक्रवर्ती, अनुपम खेर समेत तमाम दिग्गज अभिनेता और अभिनेत्रियाँ हैं| यदि आपने 'द ताशकंद फाइल्स' देखी है, तो आप को मालूम होगा कि कहानी चयन और निर्देशन के मामले में निर्देशक ...
जब-जब भारत के एक वर्ग के लिए उसकी आवाज़ उठाने के लिए कोई प्रयास करने उठता है तो कुछ कट्टरपंथी धड़े उस आवाज़ पर हावी होने का भरसक प्रयास करते हैं। यह वर्ग है हिन्दू धर्म के अनुयायियों का जिन्हें इतने वर्षों तक अपने होने का एहसास कराने के लिए ...
"हारे हुए लोग देश की तकदीर नहीं बदलते", ये संवाद द ताशकंद फाइल्स में जिस व्यक्ति ने व्यक्त किया, वह आज भी भारतीय सिनेमा की जीवटता का प्रतीक है, जिसका एक संदेश स्पष्ट है - यदि आप अपने सपनों को लेकर दृढ़ निश्चय कर लें तो कोई भी शक्ति आपको ...
10 जनवरी 1966, भारत और पाकिस्तान के इतिहास का एक महत्वपूर्ण दिन है, क्योंकि इसी दिन ताशकंद में भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री स्वर्गीय लाल बहादुर शास्त्री और पाकिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति फील्ड मार्शल मोहम्मद अयूब खान ने 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के बाद हुए शांति समझौते पर हस्ताक्षर किया था। ...
“मन करे सो प्राण दे,जो मन करे सो प्राण ले, वही तो एक सर्वशक्तिमान है।।।।।। विश्व की पुकार है, ये भागवत का सार है, कि युद्ध ही तो वीर का प्रमाण है, कौरोवों की भीड़ हो या पांडवों का नीड़ हो, जो लड़ सका है वो ही तो महान है” ...
हर युद्ध का परिणाम आवश्यक नहीं कि बल से ही निकले, कुछ युद्ध बुद्धि से भी जीते जाते हैं, और कूटनीति इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है। इसी कूटनीति के बल पर एक प्रखर विद्वान् विष्णुगुप्त ने अखंड भारत का सृजन किया, और आचार्य चाणक्य के रूप में विश्वप्रसिद्ध हुए। परन्तु कुछ ...