मोहम्मद ज़ुबैर पर शेखर गुप्ता ने की ‘मन की बात’, लिबरलों ने ‘गुप्ता जी’ की लंका लगा दी
भारत के दो गुट में सबसे सहिष्णु यदि राइट विंग है तो सबसे असहिष्णु लिबरल गुट दिखायी पड़ता है। हालिया प्रकरण इसका जीवंत उदाहरण है। दरअसल, "द प्रिंट" स्वयं को पत्रकारिता का ध्वजवाहक मानता है लेकिन उसकी वास्तविकता सभी ...